ज्यदातर लोग बढ़े हुए वजन को कम करने के लिए डाइटिंग का सहारा लेते हैं। जिससे कमजोरी एवं लो ब्लडप्रेशर की बीमारी हो जाती है। जबकि वजन कम करने के लिए आहार कम करने के बजाय आहार में कैलोरी की मात्रा कम करने की आवश्यकता होती है।
अपने बॉडी मास इंडेक्स (BMI) के आधार पर एक निश्चित मात्रा में कैलोरी का प्रतिदिन सेवन करना स्वस्थ शरीर के लिए आवश्यक होता है। इसके लिए आहार में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन एवं फैट्स की मात्रा का संतुलन बनाए रखना भी आवश्यक है।
वजन कम करने के लिए संतुलित आहार में ऐसे फूड्स को शामिल करना चाहिए। जिसमें पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होने के साथ हीं कैलोरी की मात्रा कम हो। इसके अतिरिक्त प्रोसेस्ड फ़ूड एवं ट्रांस्फैट युक्त फूड्स जैसे – सौसस, पैटीज, फ्रेंच फ्राइज, केकएंड पेस्ट्रीज आदि जंक फूड्स का सेवन नहीं करना चाहिए।
निगेटिव कैलोरी खाद्य पदार्थ क्या है?
पोषक तत्वों से भरपूर ऐसे खाद्य पदार्थ जिनको पचाने में ज्यादा कैलोरी खर्च होती हो। निगेटिव कैलोरी खाद्य पदार्थ कहते हैं। इन खाद्य पदार्थों में निहित कैलोरी की मात्रा से ज्यादा कैलोरी इन्हें पचाने के दौरान होने वाली पाचन क्रिया में खर्च हो जाती है। ऐसे खाद्य पदार्थ एंटीऔक्सिडेंट, फाइबर एवं मिनरल्स से भरपूर होते हैं। जिसके कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हुए बिना कैलोरी की मात्रा का संतुलन बना रहता है। जिससे वजन को नियंत्रित करना में मदद मिलती है।
निगेटिव कैलोरी फ्रूट्स के कुछ उदहारण निम्नलिखित हैं:
● तरबूज
यह फल गर्मियों के मौसम में पैदा होता है।100 ग्राम तरबूज में कैलोरी की मात्रा 30 होती है। जबकि 94 प्रतिशत पानी की मात्रा होती है। जिसके कारण इसको खाने से पेट जल्दी भर जाता है और अतिरिक्त भोजन के सेवन की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
● टमाटर
टमाटर में लाइकोपीन नामक एंटीऔक्सिडेंट पाई जाती है। जो पाचन क्रिया को धीमा कर देता है। जिससे पेट ज्यदा देर तक भरा रहता है। इस के सेवन से कार्नेटिन नामक एमिनो एसिड का उत्पादन सक्रीय हो जाता है।
जिस कारण से भी पाचन क्रिया की गति धीमी हो जाती है। इसके अतिरिक्त 100 ग्राम टमाटर में कैलोरी की मात्रा केवल 18 होती है। जबकि पाचन क्रिया की गति धीमी होने के कारण इसको पचाने में कैलोरी की मात्रा अधिक खर्च होती है।
● सेब
सेब में पेक्टिन नामक फाइबर पाई जाती है। जो पाचन क्रिया के दौरान शरीर में वसा के अवशोषण को कम करता है एवं पाचन क्रिया की गति को धीमा कर देता है। जिसके कारण पेट ज्यादा देर तक भरा महसूस होता है।
● अंगूर
इस फल में फाइबर एवं विटामिन सी की मात्रा भरपूर होती है। जबकि कैलोरी एवं कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम होती है। जिसके कारण वजन कम करने में सहायक होता है।
● बेरीज (जामुन)
स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी (काला जामुन), शहतूत जामुन और अन्य अलग-अलग रंग के बेरीज में अलग -अलग प्रकार के एंटीऔक्सिडेंट पाई जाती है। जो वजन घटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इन सभी प्रकार के फलों को आहार में शामिल करने से शरीर में पोषक तत्वों का संतुलन बनाये रखने एवं वजन घटाने में मदद मिलती है।
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