दुनिया में सबसे अधिक बिमारी मधुमेह और उच रक्तचाप से ही जन्म लेती है। इन दिनों आम हुए यह दोनो शारीरिक विकार का एक मुख्य कारण है मोटापा। जैसे-जैसे दुनिया प्रगति कर रही है, आपके शरीर कि दुर्गति हो रही है। तरक्की की दौड़ में आपका पेट कब आपसे भी आगे निकल जाता है, पता ही नही चलता!
मोटापे के कारण
मोटापे के बहुत कारण हैं पर सबसे प्रमुख है अनियमित दिनचर्या।
• ज्यादा खाना और व्यायाम के नाम पर कुछ ना करना : आजकल लोग खाने के प्रति नियंत्रण खो चुके है। ज्यादा थकान और काम के कारण ज्यादातर लोग अधिक मात्रा मे खाने लगते है। कई बार यह अकेलेपन के कारण होता है। इस ज्यादा खाने की आदत से मोटापा बढ़ता है। साथ ही जितना खाते है उसके मुकाबले व्यायाम कुछ नही करते। इसके कारण फैट तूट नही पाता और शरीर मोटा होता जाता है।
• अधिक चरबी (फैट) वाला खान-पान : फास्टफूड इतना फैट वर्धक होता है कि अमेरिका की एक रिपोर्ट में इसको हार्टअटैक का सबसे बड़ा कारण बताया है। फास्टफूड हमारे पेट को हमसे इतना फास्ट कर देता है कि हम पीछे छूट जाते है पैट आगे निकल आता है।
• कुर्सी पर बैठने वाले काम करना : ज्यादातर ऑफिस में काम करने वाले लोग दिन भर कुर्सी से चिपक कर बैठे रहते है। ऐसे में खाने के पोषण भी फैट बन जाते है। नियमित व्यायाम ही इसका हल है।
• आलस्य करना : ऑफिस में कुर्सी से न हिलना या छोटे-छोटे काम जिसमे जरा चला-फिरी करनी पड़े, वो दूसरों से कराना आलस्य को बढ़ावा देता है। ऐसे आलस्य से व्यायाम भी भारी लगने लगता है। अंततः मोटापा बढता है और साथ में उपहार स्वरूप मिली बिमारीयाँ जिन्दगी कम करती है।
• देर रात तक जगना और सुबह नींद पूरी न होना : इन्टरनेट जो दुनिया को जोड़ने के लिए बनाया गया था उसके कारण लोग अपना स्वास्थ खराब कर दुनिया छोड़ रहे है। देर रात तक इन्टरनेट का इस्तेमाल करते हुए जागना आज नींद पूरी न होने का सबसे बड़ा कारण है। इसकी वजह से स्वस्थ्य को हानि पहुंच रही है। यह पेट की बिमारीयों और मोटापे का कारण है।
• दवाईयों का अधिक सेवन : टीवी, इन्टरनेट के विज्ञापनों को सच मानकर स्वस्थ होने के लिये अनावश्यक दवाईयाँ खाना मोटापे और अंग विकारों को जन्म देती है।
• इसके अलावा थायरॉइड या जैनिटिक दिक्कत होने से भी मोटापा होता है : कुछ लोगों को मोटापा उनके डी.एन.ए में ही जींस के रूप में विरासत में मिलता है। और कुछ लोगों यह थायराॅइड (घोंगा रोग) की वजह से होता है। यह हमारे शरीर की एक ग्रंथी से निकलने वाला थायराॅक्सिन नाम के एक द्रव्य से होता है। जब इस द्रव्य की मात्रा बढ़ जाती है, जो कि आयोडीन की कमी के कारण होता है तब शरीर का मोटापा बढ़ जाता है।
मोटापे के कारण अनेक हो सकते हैं। अपना कारण जानने की कोशिश करें; हो सके तो डॉक्टर की सलाह लें। नियमित व्यायाम करें। योग का अभ्यास करने से न केवल मोटापा खत्म होगा, बल्कि आपकी आयु भी बढेगी। स्वस्थ खाना खाएँ। याद रखिए – स्वस्थ जीवन ही सफल जीवन है।
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