यूँ तो बॉलीवुड में समय-समय पर कई अदाकारा आई हैं, जिन्हें उनकी खूबसूरती व शानदार अभिनय के लिए आज तक याद किया जाता है। लेकिन जब भी हम फिल्म जगत की सदाबहार खूबसूरती की बात करते हैं, तो नाम आता है मधुबाला का।
मधुबाला गुजरे जमाने की एक ऐसी अदाकारा है, जो आज भी लाखों दिलों पर राज करती है। मधुबाला के सुंदर चेहरे व बेहतरीन अभिनय के पीछे कई ऐसी बातें भी है, जिन्हें कम ही लोग जानते होंगे। तो चलिए हम आपको मधुबाला के जीवन से जुड़े कुछ अनसुने पहलुओं के बारे में बताते हैं।
मधुबाला का जन्म 14 फरवरी (वैलेंटाइन डे) 1933 में हुआ था। उनका असली नाम मुमताज था । 9 साल की कम उम्र में ही परिवार की खराब आर्थिक स्थिति को संभालने के लिए अभिनय की शुरूआत की। 14 साल की होते-होते उन्हें राज कपूर के साथ फिल्म ‘नील कमल’ में मुख्य अदाकारा का रोल भी मिल गया।
‘नील कमल’ फिल्म की सफलता के बाद ही उन्होंने अपना नाम मुमताज से बदल मधुबाला रख लिया। यह नाम, उनकी सुंदरता से प्रभावित होकर लेजेंडरी एक्ट्रेस देविका रानी ने दिया था।
मधुबाला छोटी उम्र में अभिनय कैरियर की शुरूआत होने से पढ़ाई पर कम ही ध्यान दे पाती थी। फिर भी अपने आपको जमाने के साथ रखने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर 17 साल की उम्र में शानदार अंग्रेजी बोलना सिख लिया।
मधुबाला बहुत ही साधारण व्यक्तित्व वाली कर्मठ अदाकारा थी, जो किसी मशीन की तरह काम करती थी। काम के प्रति उनके समर्पण का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई बार व्यस्तता के कारण खाना भी नहीं खाती थी।
मधुबाला के जीवन पर उनके पिता का पूर्ण नियंत्रण था। शूटिंग के दौरान उनके पिता हमेशा मौजूद रहते थे और किसी भी फिल्मी पार्टी या अन्य कहीं मधुबाला को जाने की इजाजत नहीं होती थी। घर पर भी उनसे मिलने वालों पर नजर रखी जाती थी।
मधुबाला का नाम उस समय के कई मशहूर अभिनेताओं के साथ जुड़ा लेकिन दिलीप कुमार के साथ उनका अफेयर जग जाहिर हुआ और दोनों ने अपने प्यार का एक-दूसरे से इज़ेहार भी किया। कहा जाता है कि मधुबाला के पिता दिलीप कुमार के साथ उनके इस रिश्ते के खिलाफ थे।
‘मुगल-ए-आजम’ की शूटिंग के दौरान मधुबाला और दिलीप कुमार के बीच बातचीत बंद थी। फिर भी दोनों ने बहुत ही प्रोफेशनल अंदाज में अभिनय कर इस फिल्म को यादगार बना दिया।
मधुबाला की खूबसूरती की चर्चा केवल भारत में ही, नहीं पूरी दुनिया में थी। इसलिए ‘थियेटर आर्ट्स’ नामक एक अमेरिकन मैगजीन द्वारा उन्हें ‘ द बिग्गेस्ट स्टार इन द वर्ल्ड ’ के खिताब से नवाजा़ गया था।
मधुबाला ने 12 साल की उम्र में ही ड्राइविंग सीख ली थी और जब भी मौका मिलता वह लॉन्ग ड्राइव पर निकल जातीं।
गम्भीर बीमारी के बावजूद 1969 में मधुबाला अपने निर्देशन कैरियर की शुरूआत ‘फर्ज और इश्क’ नामक फिल्म से करने वाली थी, मगर ऐसा हो नहीं पाया। 23 फरवरी 1969 को, महज 36 वर्ष की उम्र में मधुबाला का देहांत हो गया। लेकिन उनका खूबसूरत मुखड़ा और उनकी अदाएं हमारे दिलों में हमेशा अपना जगह बनाए रखेंगी।
⇓ 14 फरवरी 2019 को गूगल ने अपने होम पेज पर इस डूडल के साथ मधुबाला का जन्मदिन मनाया:
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