Hindi Translation: Swati Jaiswal
वन प्लस की सफलता का ये असर हुआ है कि अचानक बहुत सारे चाइनीज मोबाइल निर्माता अब भारतीय बाजार पर नजर गड़ाए हुए हैं | इन व्यापारियों में से एक है लाइको जिसे पहले एलईटीवी के नाम से जाना जाता था |
इस कंपनी ने पहले जिन डिवाइसों को लांच किया है, उनकी क्वालिटी के कारण इस कंपनी ने अपनी अच्छी पहचान बनायी है – ला 1एस और ला मैक्स | हाल ही में कंपनी ने लोकप्रिय ला 1एस के अपग्रेड को रिलीज़ किया है जिसे ला इको 1एस इको का नाम दिया गया है | इस डिवाइस पर इको का मतलब है इकोसिस्टम, और यह डिवाइस एक स्पेशल सुपरटेनमेंट पैकेज के साथ आता है |
यहाँ पर इस बात का जिक्र करना भी जरूरी है कि इस डिवाइस का निर्माण खास तौर से भारतीय ग्राहकों के लिए ही किया गया है | तो चलिए तेज गति से ला 1एस इको के रिव्यु का काम पूरा करते हैं और ये पता करते हैं कि यह अपग्रेड इसके पहले के डिवाइसों (प्रेडेसेसर) की तुलना में बेहतर है या नहीं |
अगर डिजाईन के आधार पर तुलना की जाए तो ला इको 1एस इको के डिजाईन और पहले के डिवाइसों के डिजाईन में कोई ख़ास फर्क नहीं है | ला 1एस इको आल-मेटल बॉडी और एविएशन-ग्रेड एलाय के साथ आता है जो इसे परिष्कृत (पोलिश्ड) और महंगे फ़ोन जैसा (रिच) लुक देते हैं, इसलिए इस डिवाइस को हाथ में लेने पर आप गर्व महसूस करते हैं |
इसके अलावा, लाइको में एक फिंगरप्रिंट सेंसर भी जड़ा हुआ (एम्बेडेड) है जो रियर कैमरा के नीचे स्थित होता है | फिंगरप्रिंट स्कैनर के बारे में जो बात हमें पसंद नहीं आई वो ये है कि यह किसी दर्पण के समान काम करता है जो कई बार काफी भद्दा प्रतीत होता है | स्पीकर ग्रिल और माइक्रो-यूएसबी पोर्ट डिवाइस के बॉटम में स्थित होते हैं |
कुल मिलाकर, हम ये मानते हैं कि 10,000 रूपये की प्राइस रेंज में यह बेस्ट डिवाइस है |
अगले भाग में मुख्य रूप से 5.5 इंच फुल एच डी डिस्प्ले प्रभावित करता है जिसकी पिक्सल रेजोल्यूशन 1080*1920 पिक्सल की होती है और इससे 401 पीपीआई की पिक्सल डेंसिटी मिलती है | इसकी स्क्रीन अच्छे कंट्रास्ट के साथ अच्छी तरह सैचुरेटेड रंग दिखाती है | अगर व्यूइंग एंगल्स पर विचार करें तो आप इससे पूरी तरह संतुष्ट नहीं हो सकते और ब्राइट सनलाइट होने पर कई बार डिवाइस की परफॉरमेंस संतोषजनक नहीं रहती है |
ला 1एस ला इको एक ओक्टा-कोर मीडियाटेक हेलिओ एक्स10 प्रोसेसर के साथ आता है, और इसके सभी कोर 1.85 जिगाहर्ज की क्लॉकिंग पर काम करते हैं | आपको एक सॉलिड 3 जीबी रैम और 32 जीबी इंटरनल स्टोरेज भी मिलता है | 32 जीबी में से 29 जीबी यूजर के लिए उपलब्ध होता है |
इस बात का ध्यान रखें कि माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट के लिए कोई सपोर्ट नहीं है, इसलिए आप स्टोरेज को एक्सपैंड नहीं कर सकते हैं | हाँ, इस बात को जरूर समझें कि 29 जीबी काफी ज्यादा स्टोरेज स्पेस है – उससे कहीं ज्यादा जितनी एक सामन्य भारतीय यूजर को जरूरत पड़ती है |
इस हार्डवेयर के साथ यह डिवाइस रोजमर्रा के कामों (डे-टू-डे टास्क्स) के लिए काफी अच्छा काम करता है | इस डिवाइस ने एनटूटू बेंचमार्क जिससे डिवाइस के पूरे परफॉरमेंस को टेस्ट किया जाता है, उसमें 54,089 का स्कोर किया |
एस्फाल्ट 8, नोवा 3 जैसे गेम काफी अच्छी तरह चलते हैं – इन गेमों को चलाते समय हमें कोई भी समस्या नहीं हुई | हाँ एक समस्या जरूर है जो इस फ़ोन की एक कमी के रूप में सामने आई कि अगर हम बहुत ज्यादा लंबे समय तक गेम खेलते रहते हैं तो इस डिवाइस का पिछला भाग (रियर) गर्म हो जाता है | कॉल क्वालिटी निश्चित रूप से ऊँचे स्तर की है क्योंकि हमने जितना भी समय रिव्यु के लिए लगाया, उस दौरान एक बार भी कॉल ड्राप की समस्या नहीं आई |
ला 1एस इको एंड्राइड ईयूआई 5.5 के एक काफी ज्यादा कस्टमाइज्ड वर्जन पर चलता है जिसके बेस में एंड्राइड 5.0.2 होता है | स्किन काफी स्मूथ और ब्लॉटवेयर से मुक्त होती है जो बहुत अच्छी बात है क्योंकि आजकल तो मोबाइल निर्माता अपना खुद का यूआई बहुत ज्यादा ब्लॉटवेयर के साथ शिप करते रहते हैं |
ला 1एस इको वर्जन के लिए उन्होंने एक “सुपरटेनमेंट” पैकेज ऐड किया है जो आपको टीवी चैनलों, मूवीज, सोंग्स, और लाइव शोज का एक्सेस देता है | एक एप्लीकेशन जिसे “लाइव” कहा जाता है, उसे सभी सेवाओं (सर्विसेज) को एक्सेस करने के लिए ओएस में जोड़ा जाता है |
ला 1एस 13 मेगापिक्सल रियर शूटर और 5 मेगापिक्सल फ्रंट फेसिंग कैमरा के साथ आता है | ये कैमरे ठीक वही हैं जो पिछले वर्जन में भी आ रहे थे | दिन की रौशनी में लिए गए फोटो अच्छी डिटेल्स और फील्ड की डेप्थ के साथ आते हैं | लेकिन, कम प्रकाश में डिवाइस बहुत ज्यादा अच्छी क्वालिटी के फोटो देने में असफल है | बाजार में उपलब्ध अन्य डिवाइसों से जब तुलना की जाती है तो ला 1एस और ला 1एस इको दोनों में ही कैमरा औसत से नीचे का ही परफॉरमेंस देता है |
जैसा कि हार्डवेयर सेक्शन में बताया गया है, यह डिवाइस एक यूएसबी टाइप-सी चार्जर के साथ आता है जो डिवाइस को ज्यादा तेजी से चार्ज करता है | हम इस डिवाइस को हमारे बैटरी टेस्ट प्रक्रियाओं से टेस्ट करते हैं और ऐसा करने पर हमें काफी निराशाजनक परिणाम ही मिले | यह फ़ोन हमारे विडियो लूप परीक्षणों (टेस्ट्स) में 7 घंटों से भी कम समय तक ही परफॉर्म कर सका और ये भी संतोषजनक परफॉरमेंस नहीं है |
अगर आपके लिए बैटरी लाइफ या कैमरा की क्वालिटी का महत्त्व है, तो ला 1एस इको से दूर ही रहें | लेकिन, अगर आपके लिए लुक ज्यादा महत्वपूर्ण है और आप ऐसा फ़ोन चाहते हैं जो काफी महंगा दिखे और महसूस हो, तो इस मोबाइल फ़ोन की खरीददारी आपके लिए एक शानदार खरीददारी साबित होगी |
खूबसूरत और चमकता चेहरा पाने की ख्वाहिश तो हर किसी की होती है लेकिन चेहरे…
मेथी एक ऐसी चीज़ है जो दिखने में छोटी होती है पर इसके हज़ारों फायदे…
यूं तो नवरत्न अकबर के दरबार में मौजूद उन लोगों का समूह था, जो अकबर…
वैसे तो गहरे और चटकदार रंग के कपडे किसी भी मौसम में बढ़िया ही लगते…
डैंड्रफ एक ऐसी समस्या है जो आपके बालों को तो कमज़ोर बनाती ही है, साथ…
हमारी त्वचा बहुत ही नाजुक होती है। यदि इसकी सही तरह से देखभाल नहीं की…