क्यों की जाती है कावड़ यात्रा? इससे क्या पुण्य या लाभ मिलता है?
• श्रावण का पवित्र माह शुरू होते ही प्रसिद्ध कावड़ यात्रा का भी आरंभ हो जाता है, जिसमें लाखों-करोड़ों शिवभक्त हिस्सा लेते है। कावडि़या अपने कंधे पर कावड़ (डंडा) को रखकर चलते है, जिसके दोनों छोरों पर जल कलश को बांधा जाता है और इसे आकर्षित बनाने के लिए फूल-माला, घंटी, घुंघरू आदि से सजाया … क्यों की जाती है कावड़ यात्रा? इससे क्या पुण्य या लाभ मिलता है? को पढ़ना जारी रखें
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