आधुनिक युग में सभ्यता और परंपरा के साथ जीवन जीने का तरीका भी बदल गया है। इसी के साथ खाने-पीने के ढंग में भी परिवर्तन आ गया है। लोग अब नयी और तुरंत बनने वाली जिनहे फास्ट फूड कहते हैं, खाना पसंद करते हैं। लेकिन बदले हुए इस लाइफस्टाइल ने हैल्थ को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है। जिससे लोगों को विभिन्न प्रकार के रोगों ने घेर लिया है। इनमें प्रमुख कारण शरीर में आवश्यक न्यूट्रिशियन की कमी होना है। शरीर में अगर किसी भी एक पोषक तत्व की कमी हो जाती है तो व्यक्ति का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पूरी तरह से गड़बड़ हो जाता है। कैल्शियम की कमी होना ऐसा ही एक कारण है जिसके वजह से, पुरुष हो या महिला, हैल्थ पर बुरा असर पड़ता है।
कैल्शियम क्यूँ जरूरी है?
कैल्शियम वो न्यूट्रीएंट है जिसकी आवश्यकता हर उम्र के व्यक्ति को होती है। बच्चे से लेकर बूढ़े आदमी तक का स्वास्थ्य कैल्शियम के होने या न होने पर निर्भर करता है। आइये देखें कैल्शियम की सबको जरूरत क्यूँ होती है:
- शिशु के बढ़ते शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए;
- हर उम्र के व्यक्ति की हड्डियों की मजबूती के लिए ;
- वयस्क महिलाओं को मासिक धर्म, मेनोपौस, गर्भावस्था और स्तनपान जैसे अवस्थाओं में शरीर में होने वाले बदलाव की जरूरतों को पूरा करने के लिए;
- शरीर के विभिन्न काम जैसे व्यक्ति का चलना, गेंद फेंकना आदि कामों में मांसपेशियों को नर्म बनाए रखने के लिए;
- शरीर के नर्वस सिस्टम को सुचारु रूप से चलाने के लिए;
- शरीर में कोई चोट या घाव को जल्दी ठीक होने में मदद करने के लिए;
कैल्शियम की कमी के लक्षण:
हमारे शरीर में हर समय होने वाली विभिन्न प्रक्रिया जैसे, नाखून, मल या बालों के जरिये शरीर में बने हुए कैल्शियम की मात्रा खत्म होती रहती। अगर समय रहते इसको पूरा न किया जाए तो निम्न परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है:
- ब्लड प्रेशर का निरंतर बढ़ना;
- दांतों का समय से पहले झड़ना;
- शरीर का विकास रुक जाना;
- हड्डियों में टेढ़ापन आ जाना;
- शरीर के विभिन्न अंगों में ऐंठन होना;
- जोड़ों का दर्द शुरू हो जाना;
- मांसपेशियों का कमजोर हो जाना;
- हड्डियों का जल्दी टूटना;
- दिमाग में कन्फ़्यूजन जैसा बने रहना;
- गर्भ के शिशु का विकास ठीक न होना;
- ऑस्टियोपोरोसिस की शिकायत का होना;
कैल्शियम की अनिवार्य मात्रा:
किसी व्यक्ति को कितने कैल्शियम की जरूरत है, यह उस व्यक्ति की उम्र, सैक्स और अवस्था पर निर्भर करता है। दरअसल उम्र के साथ-साथ कैल्शियम की जरूरत भी बदलती रहती है। आइये देखें किसे, कब और कितना कैल्शियम चाहिए:
- 6 माह तक के बच्चे को 200 मि.ग्रा.;
- 7-12 माह तक के बच्चे को 260 मि.ग्रा;
- 1से 3 वर्ष तक की आयु वाले बच्चे को 700 मि.ग्रा.
- 4 से 8 वर्ष तक बच्चों को 1,000 मि.ग्रा.
- 9 से 18 वर्ष तक की अवस्था में 1,300 मि.ग्रा.
- 19-50 वर्ष तक के व्यक्ति को 1,000 मि.ग्रा.
- 51 से 70 वर्ष की महिला को 1,200 मि.ग्रा.
- 51 से 70 वर्ष के पुरुषों को 1000 मि.ग्रा.
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को 1300 मि.ग्रा.
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