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आँख का फड़कना: क्या एक अंधविश्वास है या कुछ और?

भारत में प्रचलित कई अंधविश्वासों में से एक है ‘आँख फड़कना’. क्या सच में आँख फड़कने से अच्छा-बुरा जुड़ा हुआ है या यह महज़ एक अंधविश्वास है? जानिए इस लेख में।

आँख फड़कना है एक अंधविश्वास

 

आँख  के फड़कने का क्या मतलब होता हैॽ इस सवाल का जवाब हर किसी से अलग ही मिलता है। कुछ कहतें हैं कि यह शुभ संकेत है, वहीं कईयों का मानना है कि यह अपशगुन की निशानी है। लेकिन इसके साथ ही दोनों आँखों के फड़कने के अलग-अलग मतलब निकालें जातें हैं। अलग-अलग देशों व सभ्यताओं में आँख के फड़कने का अर्थ भी अलग ही है, जैसे- ज्यादातर अफ्रीकी देशों में यह माना जाता है कि यदि आप ऐसे व्यक्ति से मिल रहे हैं जिसकी बायीं आँख फड़क रही हो और अगर वो व्यक्ति आपकी तरफ देख लें तो जीभ में फंगल इंफेक्शन या अन्य किसी समस्या से आप जूझ सकते हैं। हालांकि, इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। वहीं चीनी सभ्यता में बायीं आँख के फड़कने को समृद्धि की निशानी माना जाता है और दायीं आँख के फड़कने को अपशगुन माना जाता है। इसके साथ ही दिन के किस समय में आँख फड़क रही है यह भी बहुत महत्वपूर्ण होता है।

भारत में आँख फड़कने का मतलब कई बातों पर निर्भर करता है, जैसे- कौन-सी आँख फड़क रही है, महिला या पुरूष में से किसकी आँख फड़क रही है, आँख का कौन-सा हिस्सा फड़क रहा है आदि। अगर महिलाओं की बायीं आँख फड़कती है, तो यह जीवन में सुख –समृद्धि को दर्शाता है ,वहीं पुरूषों के लिए इसका परिणाम विपरीत माना जाता है।

बायीं आँख की पुतली का फड़कना सौभाग्य को दर्शाता है, वहीं आँख के मध्य भाग का फड़कना धन-वृद्धि का सूचक माना जाता है। बायीं आँख की पलक का फड़कना दुर्भाग्य का प्रतीक माना जाता है। आँख के निचले हिस्से का फड़कना अधिक खर्च व आर्थिक हानि को दर्शाता है।

क्या है आँख का फड़कना

 

मगर, इन सब के बावजूद आँख के फड़कने का वैज्ञानिक आधार भी है, जो इन सब अन्धविश्वासों से परे असली कारण को बताता है। आँख के फड़कने को ‘मायोकेमिया’ कहा जाता है। यह आँख की मांसपेशियों में ऐंठन को परिणाम होता है। आँखों के आसपास की मांसपेशियों के एकदम से सिकुड़ने व फैलने से इस प्रकार की ऐंठन होती है जिसके कई कारण हो सकते हैं।

• आँखों का सूखा होना

आँखों में नमी की कमी से आँख का फड़कना शुरू हो जाता है।

• आँख में इंफेक्शन का होना 

 

आँख में बैक्टीरिया ,फंगस या वायरस के इंफेक्शन के कारण एक या दोनों आँखों में ऐंठन की समस्या हो सकती है।

• नींद का पूरा न होना

सही व पूरी नींद न होने के कारण भी आँखों के आस-पास की मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है, जिस वजह से आँख फड़कने का समस्या पैदा हो जाती है।

• अत्यधिक तनाव का होना 

अत्यधिक तनाव व दौड़-भाग वाली जीवन-शैली भी इस प्रकार की समस्या का एक कारण है।

• नशीले पदार्थों का सेवन करना 

 

अल्कोहल व अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से भी मांसपेशियों का सिकुड़ना व फैलने होता है, जो आँख के फड़कने की वजह बनता है।

 

इनके अलावा प्रदूषण, आँखों का कमजोर होना, एलर्जी आदि के कारण भी आँख फड़कने की समस्या हो सकती है, इसलिए अब कभी-भी इनसे जुड़े किसी भी अंधविश्वास पर यकीन करने से पहले इन कारणों के बारे में जरूर सोचें।  

 

शिखा जैन

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