ज्योतिष शास्त्र में रत्नों को बहुत शक्तिशाली माना जाता हैं। यह भी माना जाता हैं, कि रत्न आपकी ज़िन्दगी में एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं और परेशानियों को भी इनके प्रभाव से कम किया जा सकता हैं।
इन्हें किस धातु में पहनना चाहिए, यह जानना भी बेहद ज़रूरी हैं। ज्योतिष के अनुसार रत्नों और धातुओं की बेहतरीन जोड़ी के बारे में जानिए विस्तार से..
मोती
मोती को हमेशा चांदी में डाल कर पहनना चाहिए, मोती को सोने में नहीं पहना जाता. इसके अलावा चांदी को अकेला पहनना भी अशुभ होता हैं। कर्क राशि वालों को मोती पहनने को कहा जाता हैं, क्योंकि यह शांति प्रदान करता हैं।
पुखराज
धनु व मीन राशि वालों के लिए पुखराज पहनने से सफलता मिलती हैं ।ज्योतिषियों के अनुसार पुखराज सोने या अष्टधातु में बनवा कर पहना जाता हैं।
पन्ना
मिथुन व कन्या राशि वालों को पन्ना पहनना चाहिए और पन्ना पहनना हो, तो सोने के साथ पहनना अच्छे फल देता है।
हीरा या ओपल
ज्योतिषियों के अनुसार वृष व तुला राशि वालों के लिए हीरा या ओपल पहनना उचित रहता हैं ,इससे उन्हें प्रेम, व्यापार और अन्य क्षेत्रों में लाभ होता हैं । हीरा चांदी या प्लैटिनम में पहना जाता है और ओपल रत्न को चांदी में पहनना शुभ है ।
मूंगा
मेष व वृश्चिक राशि वालों का स्वामी मंगल होता हैं. ऐसे में उन्हें मूंगा पहनने की सलाह दी जाती हैं, ताकि उन्हें इसके प्रभाव से ताकत और साहस मिले। मूंगे को तांबे और सोने में बनवाकर पहना जा सकता है।
नीलम
नीलम शनि का प्रतिनिधि रत्न है और यह बेहद प्रभावशाली है। इसके प्रभाव से जीवन बदल सकता है। नीलम रत्न सोने और प्लेटिनियम में पहना जाता हैं।
रूबी
ज्योतिषियों के अनुसार रूबी को तांबा या सोने में डाल कर धारण करना लाभदायक होता हैं।
गोमेद और लहसुनिया
गोमेद और लहसुनिया रत्न को अष्टधातु या त्रिलोह में डालकर पहना जाता हैं
ज्योतिषिओं के अनुसार हर रत्न को किसी खास धातु के लिए बनाया गया हैं। अगर किसी रत्न को सही धातु में न पहना जाये, तो उसका या तो कोई प्रभाव नहीं होता या उल्टा प्रभाव होता हैं, इसलिए ज्योतिषी से राय लेने के बाद ही रत्न और धातु का चुनाव करें।
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