क्या आप भी उनलोगों में से हैं जो डिओड्रेंट स्प्रे करके ही रोज घर से बाहर निकलते हैं? यदि हाँ, तो आपके लिए यह जान लेना बेहद ज़रूरी है कि डिओड्रेंट स्प्रे का उपयोग बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। यह स्प्रे एक ओर जहां आपके शरीर की दुर्गंध को छुपाते हैं, वहीं दूसरी ओर यह स्वास्थय को बेहद नुकसान भी पहुंचाते हैं।
डिओड्रेंट स्प्रे में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स त्वचा में खुजली, जलन आदि की समस्या उत्पन्न करते हैं। डिओड्रेंट स्प्रे में प्रयोग किये गए तत्व हार्मोन के बेलेंस को भी प्रभावित करते हैं जो महिलाओं के मासिक चक्र में समस्या पैदा कर सकते हैं।
कुछ डिओड्रेंट स्प्रे पसीने को रोकते हैं, जो स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से हानिकारक है। पसीने के रूकने से शरीर के हानिकारक तत्व बाहर नहीं निकल पाते हैं और इससे कई बीमारियों को बढ़ावा मिलता है।
➡ अत्यधिक पसीना आने की समस्या को इस तरह से आप कर सकते हैं कम
अधिक तेज खुशबू वाले डिओड्रेंट स्प्रे का प्रयोग सांस संबंधी समस्याओं का कारण भी बन सकता है। इससे कई बार सिर दर्द, सर्दी या एलर्जी आदि की भी समस्याएं हो सकती है।
बहुत से डिओड्रेंट स्प्रे में अल्कोहल का उपयोग होता है जिसके कारण आपके अंडरआर्म में काले निशान पड़ सकते हैं।
कई बार डिओड्रेंट में मौजूद एल्युमीनियम कैंसर और अल्ज़िमेर जैसे घातक बीमारियों का कारण होता है। इसके अलावा डिओड्रेंट में प्रोपीलिन ग्लाइकोल जैसे पेट्रोलियम से उत्पन्न खतरनाक पदार्थ भी शामिल होते हैं। ये पदार्थ शरीर के भीतर पहुंचकर ह्रदय, लीवर, नर्वस सिस्टम आदि पर बुरा असर डालते हैं।
डिओड्रेंट के नुकसानों को देखते हुए अच्छा यही रहेगा कि इसका इस्तेमाल कम से कम किया जाए। गर्मी में पसीने से बचने के लिए आप सूती और हल्के कपड़े पहनें, ठण्डी तासीर वाले पदार्थों का सेवन ज्यादा करें और धुप में छाते, हैट आदि का प्रयोग करें।
साथ ही किसी भी डिओड्रेंट स्प्रे का चुनाव सावधानी से करें और उसमें प्रयोग होने वाले तत्वों की ओर ध्यान अवश्य दें। यह आपको भविष्य में होने वाली परेशानियों से बचा सकता है।
प्रातिक्रिया दे