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वरिष्ठ नागरिकों के लिए निवेश के कुछ बेहतरीन विकल्प

देश भर में कोविड-19 के प्रकोप के चलते हुए लॉकडाउन से छाई मंदी के परिणाम स्वरुप जमा की ब्याज दरों में निरंतर कमी आती जा रही है। डाकघर की लघु बचत योजनाएं हों, या बैंक की फिक्स्ड डिपाजिट, सभी में ब्याज में गिरावट आई है। संभावना है कि भविष्य में इन में और कमी आ सकती है।

सामान्यतया 60 वर्ष की उम्र के पश्चात आय के स्रोत बहुत सीमित हो जाते हैं। अमूमन प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत वरिष्ठ नागरिकों का एक बड़ा वर्ग सेवानिवृत्त होने के बाद अपने निवेश से प्राप्त ब्याज का उपयोग जीवन यापन के लिए करता है। वरिष्ठ नागरिकों को बहुत सोच समझ कर अपनी जीवन भर की खून पसीने की कमाई का निवेश करना चाहिए, जिससे उन्हें बढ़िया रिटर्न मिले, उनकी मेहनत की कमाई सुरक्षित रहे, और उस विकल्प के अंतर्गत टैक्स में छूट का भी प्रावधान हो।

आज हम आपको कुछ ऐसी निवेश योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं जिनमें निवेश कर सीनियर सिटीजन अपनी जमा पूंजी पर अधिकतम फायदे के साथ टैक्स भी बचा सकें और उनकी पूंजी भी अन्य विकल्पों की अपेक्षाकृत सुरक्षित रहे।

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS):

वरिष्ठ नागरिकों के लिए नियमित आय प्राप्त करने के लिए पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS)एक बेहतरीन विकल्प है। इस स्मॉल सेविंग्स स्कीम के माध्यम से आप प्रत्येक माह 4950.00 रुपयों की राशि नियमित रूप से हर माह पा सकते हैं। तो आइए देखते हैं इस स्कीम की विशेषताएं-

न्यूनतम निवेश राशि:

1,000.00 रुपए

अधिकतम निवेश राशि: (सिंगल अकाउंट होल्डर)

हेतु 4.5 लाख

अधिकतम निवेश राशि (जॉइंट अकाउंट)

9 लाख रुपए

ब्याज:

6.6 % वार्षिक

जॉइंट अकाउंट:

अधिकतम 3 लोग खोल सकते हैं, परंतु अधिकतम निवेश राशि 9 लाख ही होगी।
माइनर (10 वर्ष से अधिक उम्र) के नाम से भी निवेश किया जा सकता है।

मैच्योरिटी की अवधि:

5 वर्ष, परंतु इस अवधि को 5 – 5 वर्षों के लिए बढ़ाई जा सकती है।

मासिक आय की गणना:

इस योजना के अंतर्गत आपको मात्र एक बार अपनी रकम जमा करनी होगी। जमा की गई रकम पर निर्धारित दरों के आधार पर वार्षिक ब्याज को 12 हिस्सों में बांट दिया जाता है। प्रत्येक हिस्सा हर माह आपके खाते में आ जाता है।

5000.00 रुपयों की मासिक आय:

इसे प्राप्त करने के लिए आपको पोस्ट ऑफिस में जॉइंट अकाउंट खोलना पड़ेगा। यह अकाउंट पति पत्नी द्वारा भी खोला जा सकता है।

  • जॉइंट अकाउंट में एकमुश्त निवेश राशि: 9 लाख रुपए
  • वार्षिक ब्याज: 6.6 %
  • 1 वर्ष में ब्याज की राशि 59400.00 रुपए
  • मासिक ब्याज 4,950.00 रुपए

सिंगल अकाउंट:

  • एक मुश्त निवेश राशि: 4.5 लाख रुपए
  • वार्षिक ब्याज: 6.6 %
  • 1 वर्ष में ब्याज की राशि: 29,700.00 रुपए
  • मासिक ब्याज: 2475.00 रुपए

प्रीमेच्योर एनकैशमेंट:

इस अकाउंट को निवेश के मात्र 1 वर्ष उपरांत प्रीमेच्योर (समय से पहले) रूप में एनकैश करा जा सकता है। खाता खोलने के 3 वर्ष पूरे होने से पहले प्रीमेच्योर एनकैश कराने पर जमा धनराशि में से
2% राशि काट ली जाती है। 3 वर्ष पूरे होने के बाद ऐसा करने पर मात्र 1% धन राशि काटी जाती है।

शत प्रतिशत सुरक्षित निवेश:

पोस्ट ऑफिस में आपका निवेश बैंक की अपेक्षाकृत शत-प्रतिशत सुरक्षित रहता है। बैंक के डिफॉल्ट होने की हालत में उस में जमा मात्र 5 लाख रुपये तक ही बीमा गारंटी दी जाती है। यह गारंटी डिपॉज़िट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) बैंक के उपभोक्ताओं को प्रदान करता है, जबकि पोस्ट ऑफिस में जमा धन राशि पर सॉवरेन गारंटी का लाभ मिलता है।

पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS)

पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) वरिष्ठ नागरिकों को जोखिम मुक्त निवेश एवं गारंटीड रिटर्न सुनिश्चित करती है। 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए एक नियमित आय पाने का यह एक बेहतरीन दीर्घकालिक बचत विकल्प है।

पात्रता:

60 वर्ष अथवा अधिक यदि कोई 55 वर्ष पूरे कर चुका है, लेकिन 60 वर्ष से कम आयु का है और वॉलंटरी रिटायरमेंट ले चुका है तो वह भी इस योजना में खाता खोल सकता है। परंतु उसे रिटायरमेंट बेनिफिट्स प्राप्त होने के एक माह के भीतर यह अकाउंट खुलवाना होगा और इसमें जमा की जाने वाली रकम कुल रिटायरमेंट बेनिफिट्स की रकम से अधिक नहीं होनी चाहिए।

आवश्यक दस्तावेज:

  • आयु प्रमाण
  • पासपोर्ट
  • सीनियर सिटीजन कार्ड
  • जन्म प्रमाण पत्र
  • पैन कार्ड
  • वोटर आईडी कार्ड
  • राशन पत्रिका
  • स्कूल से जन्म प्रमाण पत्र की तिथि
  • ड्राइविंग लाइसेंस

निवेश की रकम:

न्यूनतम निवेश रकम: 1000.00 रुपए
अधिकतम निवेश रकम: 15 लाख रुपए

अकाउंट की संख्या:

इस स्कीम के अंतर्गत वरिष्ठ नागरिक सिंगल अकाउंट अथवा पत्नी या पति के साथ जॉइंट में एक से अधिक अकाउंट भी रख सकते हैं, लेकिन सभी को मिलाकर अधिकतम निवेश की सीमा 15 लाख से अधिक नहीं हो सकती।

ब्याज दर:

7.4 % वार्षिक

मेच्योरिटी पीरियड:

5 वर्ष मेच्योरिटी पीरियड खत्म होने के बाद अकाउंट को 3 वर्षों के लिए और बढ़ाया जा सकता है। इस के लिए मैच्योरिटी की तिथि के 1 वर्ष के भीतर अप्लाई करना आवश्यक है ।

प्रीमेच्योर क्लोजर:

इस अकाउंट में प्रीमेच्योर क्लोजर की अनुमति है। अकाउंट खोलने के 1 वर्ष बाद अकाउंट बंद करने पर जमा रकम का 1.5 % कट जाएगा। 2 वर्ष बाद बंद करने पर जमा रकम का 1 % कट जाएगा।

कर लाभ:

इस स्कीम के अंतर्गत यदि आप की ब्याज की रकम 50, 000 रुपए वार्षिक से अधिक हो जाती है तो आपका TDS कटने लगेगा। इस योजना में निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 C के अंतर्गत छूट दी गई है।

बैंकों में यह योजना:

कुछ अधिकृत बैंक हैं, जहां आप एक सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम अकाउंट खोल सकते हैं।

इस योजना के लाभ:

यह एक सरकारी प्रायोजित योजना है। अतः यह वरिष्ठ नागरिक के लिए सबसे सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश योजना है ।
यह अकाउंट पूरे भारत के किसी भी पोस्ट ऑफिस में और अधिकृत बैंकों में आसानी से खोला जा सकता है।
इस योजना में नामांकन की सुविधा दी जाती है ।

फिक्स्ड डिपॉजिट:

अपने देश में फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश का एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है।

वर्तमान परिदृश्य में फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश पर बैंक सीनियर सिटीज़न्स को बढ़िया रिटर्न देने के साथ-साथ 5 वर्ष की अवधि की फिक्स्ड डिपॉजिट पर टैक्स में कटौती का फायदा भी देते हैं। इस स्थिति में सीनियर सिटीजन के लिए फिक्स्ड डिपाजिट एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।
मौजूदा परिस्थितियों में देश के प्रमुख बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में सीनियर सिटीज़न्स के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरें अलग-अलग मैच्योरिटी की अवधि के आधार पर 2.90 % से 6.20 % वार्षिक तक हैं।

बैंकों के अतिरिक्त पोस्ट ऑफिस में भी आप फिक्स डिपाजिट के रूप में अपनी रकम का निवेश कर सकते हैं।

सीनियर सिटिज़न के लिए विभिन्न बैंकों में 2020 में फिक्स्ड डिपॉज़िट पर वार्षिक ब्याज दरें:

  • पंजाब नेशनल बैंक: 6.80 %
  • ICICI बैंक: 6.30 % तक
  • बैंक ऑफ बड़ौदा: 6.75 % तक
  • HDFC बैंक: 6.00 % तक

आप बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों की तुलना कर अधिक ब्याज दर वाली अथवा अपनी सहूलियत के अनुसार बैंक का चुनाव कर उसमें फिक्स्ड डिपाजिट खुलवा सकते हैं ।

FD की मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम पर टैक्स कटता है।

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY)

प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) देश के सीनियर सिटीज़न के लिए एक पेंशन स्कीम है। यह क्रय मूल्य एवं वार्षिक अंशदान पर सुनिश्चित रिटर्न के आधार पर उन को पेंशन मुहैया कराती है।

भारत सरकार द्वारा इस योजना का प्रारंभ 4 मई, 2017 को किया गया, हालांकि इसके प्रबंधन की जिम्मेदारी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की है। इस योजना के तहत 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक अपने द्वारा किए गए निवेश पर ब्याज के रूप में मासिक पेंशन का विकल्प चुनते हैं, तो उन्हें 10 वर्षों की अवधि के लिए 8 % की ब्याज मिलेगी, एवं वार्षिक पेंशन विकल्प चुनने पर 10 वर्ष की अवधि के लिए 8.3 % की ब्याज मिलेगी।

निवेश की अंतिम तिथि:

इस योजना में वरिष्ठ नागरिक 31 मार्च, 2023 तक निवेश कर सकते हैं।

पात्रता:

इस योजना में 60 वर्ष अथवा इससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक निवेश कर सकते हैं। अधिकतम उम्र की कोई बंदिश नहीं है। इस स्कीम में एक व्यक्ति अधिकतम 15 लाख की राशि निवेश कर सकता है।

आवेदन कैसे करें?

इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए आपको अपनी निकटतम जीवन बीमा निगम की शाखा में जाकर एक आवेदन फॉर्म भरना होगा। इस फॉर्म के साथ आवश्यक दस्तावेज संलग्न करने आवश्यक हैं । वरिष्ठ नागरिक इस स्कीम में ऑनलाइन निवेश भी कर सकते हैं ।

आवश्यक दस्तावेज:

  • पैन कार्ड की कॉपी
  • पते के सबूत के रूप में आधार कार्ड एवं पासपोर्ट की कॉपी
  • उस बैंक की पासबुक के पहले पृष्ठ की कॉपी, जिसमें खाता धारक को पेंशन मंगवानी है

खरीद मूल्य का विवरण:

इस योजना में एकमुश्त पैसों का निवेश किया जा सकता है। पेंशनर पेंशन की भुगतान के लिए मासिक, तिमाही, छमाही अथवा वार्षिक विकल्प का चुनाव कर सकते हैं। वार्षिक पेंशन के लिए मिनिमम खरीद मूल्य 1,44,578 रुपए हैं, जबकि अधिकतम खरीद मूल्य 14,45,738 रुपए है।
मासिक पेंशन के विकल्प के लिए मिनिमम खरीद मूल्य 1.5 लाख रुपए है एवं अधिकतम खरीद मूल्य 15 लाख रुपए हैं।

प्रीमैच्योर विदड्रॉल (समयपूर्व निकास):

इस योजना के तहत प्रीमेच्योर विदड्रॉल का प्रावधान कुछ विशेष परिस्थितियों में ही है, जैसे कि जीवनसाथी अथवा स्वयं को गंभीर बीमारी होने पर । इस स्थिति में खरीद मूल्य का मात्र 98% सरेंडर वैल्यू के रूप में दिया जाता है। 2 % की पेनल्टी काट ली जाती है।

जमा धन राशि पर 8% ब्याज:

इस योजना में जमा धनराशि पर वरिष्ठ नागरिक को अगले 10 वर्षों तक 8% की दर से ब्याज मिलता है। ब्याज की यही रकम सीनियर सिटीजन को पेंशन की किस्त के तौर पर दी जाती है। ब्याज की दरें पहले से निर्धारित होने के कारण योजना की अवधि के दौरान इसमें परिवर्तन होने के बावजूद पेंशन की राशि पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।

PMVVY में टैक्स देनदारी:

PMVVY को सरकार ने जीएसटी से छूट दी है। वरिष्ठ नागरिक को पेंशन के तौर पर प्राप्य रकम को कर योग्य आमदनी माना जाता है। पेंशन के तौर पर 2.5 लाख रुपए की वार्षिक आमदनी टैक्स से मुक्त होती है। इससे अधिक की आय पर उन्हें आयकर के स्लैब के आधार पर टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा। योजना की पेंशन और अन्य स्रोतों से होने वाली कुल आमदनी के वार्षिक 2.5 लाख से अधिक होने की स्थिति में उस पर इनकम टैक्स लगेगा।

पेंशनधारक के देहांत पर नॉमिनी को मिलेंगे पैसे:

यदि योजना के अंतर्गत निवेश के उपरांत पेंशनधारक की मौत हो जाती है, तो उसके नॉमिनी को निवेश की गई धनराशि बकाया ब्याज के साथ लौटा दी जाती है। इसके लिए नॉमिनी को अपनी पहचान के प्रूफ़ के दस्तावेजों के साथ आवेदन करना होता है ।

Renu Gupta

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