वो कहते हैं न कि फ़ैशन कोई भी हो लौटकर ज़रूर आता है। यही किस्सा है हेवी कारीगरी वाली साड़ियों का। आप चाहे अपना वार्डरोब देख लें या फिर अपनी माँ और सासू माँ का, ये ज़री वाली साड़ियाँ आपको ज़रूर मिलेंगी। दरअसल ये होती ही इतनी खूबसूरत हैं कि कोई भी इन्हें अपने वार्डरोब में शामिल किए बिना रह ही नहीं सकता। लेकिन असल दिक्कत तब आती है जब बात इन्हें धोने की आए या उनके रख-रखाव ही आए। अगर आप भी कारीगरी वाली साड़ियों की शौकीन हैं तो आज का यह लेख आपके लिए ही है।
अगर आपके पास हेवी कारीगरी वाली साड़ियाँ होंगी तो अक्सर आप उन्हें लौंडरी में देती होंगी या ड्राइ क्लीन करवाती होंगी लेकिन क्या आपको पता है कि आप इन साड़ियों को घर पर भी धो सकती हैं। हाँ लेकिन इसके लिए विशेष सावधानियाँ बरतनी पड़ती हैं जिनके बारे में मैं आज बताऊँगी।
हेवी साड़ियों को धोने के लिए आपको डिटर्जेंट पाउडर के साथ-साथ थोड़ा शैम्पू और एचसीएल (हाइड्रोक्लोराइड एसिड) भी चाहिए होगा। घर में अगर आप अपनी कारीगरी वाली साड़ी धोना चाहती हैं तो आधी बाल्टी पानी लें और उसमें शैम्पू को घोल लें। उसके बाद इसमें दो चम्मच डिटर्जेंट पाउडर और एक चम्मच हाइड्रोक्लोराइड एसिड भी मिला लें। ध्यान रखें कि हाइड्रोक्लोराइड एसिड को बहुत कम मात्र में ही इस्तेमाल करें अन्यथा ये आपकी साड़ी का रंग भी उड़ा सकता है।
अब जो बाल्टी में घोल तैयार हुआ था उसमें साड़ी को पूरा खोलके भिगो लें। साड़ी एक मिनट से ज़्यादा इस घोल में न भीगी रहे, उससे पहले ही बाहर निकाल लें और साधारण ब्रश से हल्के से साफ करें। ब्रश आप ज़री वाली साड़ी के लिए तो इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन प्रेस डायमंड या स्टोन वर्क वाली साड़ी के लिए आपको हाथ से ही साड़ी साफ करनी होगी।
अब इसे दूसरी बाल्टी में डालें जिसमें साफ पानी हो। दो-तीन बार साफ पानी में साड़ी को साफ करें जब तक कि पूरा डिटर्जेंट उससे बाहर न आ जाए।
ध्यान दें कि इन साड़ियों को गर्म पानी में बिलकुल भी न धोएँ। गर्म पानी के कारण इनमें लगे हुए स्टोन निकल सकते हैं और साड़ी का रंग भी फीका पड़ सकता है। कारीगरी वाली साड़ियों को धोते समय उन्हें रगड़े बिलकुल नहीं और उनके साथ बहुत प्यार से पेश आएं क्योंकि ये बहुत नाज़ुक और कीमती होती हैं।
कभी भी इन साड़ियों को ज़्यादा तेज़ धूप में नहीं सुखाना चाहिए। बहुत ही हल्की धूप में उल्टी तरफ से साड़ी को सुखाएँ और सूखते ही उतार लें। कभी भी हेवी साड़ियों को सीधे धूप से बचाकर ही डालें।
कारीगरी वाली साड़ियों को धोने के साथ उन्हें प्रेस करना भी काफी कठिन होता है, इसलिए अब मैं आपको इसका भी सही तरीका बताऊँगी। आइरन करने से पहले उसका टेंपरेचर बहुत कम कर लें और आइरन को थोड़ा दबाकर ही प्रेस करें ताकि सिलवटें अच्छे से निकाल सकें। कहीं भी ज़्यादा देर तक प्रेस को न रखें और बहुत सावधानी से आइरन करें वरना साड़ी के जलने या फटने की संभावना बढ़ जाएगी।
अगर प्रेस का टेंपरेचर बढ़ जाता है या आप ज़्यादा देर तक उसे एक जगह रख देंगी तो आपकी साड़ी की कारीगरी या ज़री काली भी पड़ सकती है और आपकी प्यारी साड़ी खराब हो जाएगी। एक और महत्वपूर्ण बात कि कभी भी इन साड़ियों को उल्टी तरफ से प्रेस न करें अन्यथा आपकी साड़ी जल ही जाएगी। अब आप सोच रही होंगी कि उल्टी तरफ प्रेस करने से साड़ी कैसे जल सकती है तो बता दूँ कि कारीगरी वाली साड़ियों में ज़री या स्टोन वर्क और डाइमंड वर्क पर उल्टी तरफ से गम लगा होता है और यही गम प्रेस में चिपक कर साड़ी को जला देता है।
प्रेस करने के बाद अपनी साड़ी को जब आप फ़ोल्ड कर रही हों यानि तह लगा रही हों तो न्यूज़पेपर या बटर पेपर बीच में रखते जाएँ, इससे साड़ी का कड़कपन बरकरार रहेगा। इस तरह से आप अपनी साड़ियों को सालों तक नया जैसा रख सकते हैं।
उम्मीद है यह आर्टिकल आपके काम ज़रूर आएगा। ऐसे ही और भी जानकारी और अपने पसंदीदा टॉपिक्स को पढ़ते रहने के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ।
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