कुछ अपवादों को छोड़कर अमूमन एक मध्यमवर्गीय गृहणी के समक्ष कम आमदनी में अपने घर को कुशलता से चलाने की चुनौती निरंतर मुंह बाए बनी रहती है। बच्चों के स्कूल और ट्यूशन की फीस, घर का राशन, पेट्रोल, सब्जी, फल, मसाले, दूध, नौकरानी जैसे खर्चों के साथ कुछ आकस्मिक खर्चों और भविष्य के लिए बचत करने की जंग वह अमूमन हर दिन लड़ती रहती है। दिनों दिन सुरसा के मुंह जैसी बढ़ती महंगाई के साथ एलआईसी पॉलिसी की किस्तें, मकान, वाहन या किसी और लोन पर खरीदे गए सामान की किस्तों के साथ महीने का खर्चा सक्षमता से चलाने में उसकी कमर टूट जाती है।
आज हम आपको बताएंगे, आप कम आमदनी में भी अपने घर का खर्च सुचारू रूप से कैसे चला सकती हैं।
दिनों दिन बढ़ती महंगाई के साथ आज हर चीज की कीमत आसमान छू रही है। यदि आप किसी थोक की दुकान और डिपार्टमेंटल स्टोर में सामान की कीमतों की तुलना करेंगी, तो आप पाएंगी कि थोक की दुकान और डिपार्टमेंटल स्टोर्स की कीमतों में अच्छा खासा अंतर है।
ऐसे में आप एक नियम बना लें कि आप दैनिक उपयोग की चीजें जैसे राशन, मेवा, कॉस्मेटिक्स, साबुन, टूथपेस्ट जैसे सामान किसी प्रतिष्ठित थोक की दुकान से खरीदें। इन्हें बड़े-बड़े डिपार्टमेंटल स्टोर से कतई ना खरीदें।
अनाज-तेल-मसाले:
गेहूं, विभिन्न मसाले और सरसों की फसल फरवरी से अप्रेल के मध्य कटती है और नया गेहूं, मसाले और सरसों का तेल बाजार में दुकानों में अप्रैल में आ जाते हैं। इसलिए अप्रेल मई में इन की कीमत पूरे वर्ष की अपेक्षाकृत सबसे कम रहती है। तिल और मूंगफ़ली की फ़सल सितंबर में कटती है और इनका तेल भी अक्टूबर तक बाज़ार में आ जाता है। अतः कोशिश करें कि पूरे वर्ष के लिए गेहूं, सभी मसाले और तेल इनकी फसल के समय अपेक्षाकृत सस्ते दामों में किसी अच्छी थोक की दुकान से घर में पूरे वर्ष के उपयोग के लिए खरीद कर रख लें।
अनाज और मसालों को पूरे वर्ष कीड़ों से सुरक्षित रखने के लिए उन में पारे की 5-5 गोलियों या नीम के सूखे पत्तों की पोटलियां बना कर रख दें।
इस प्रकार आप अनाज, तेल और मसालों के मद में होने वाले खर्चे को बहुत हद तक कम कर सकती हैं।
फल और सब्जियां:
फल और सब्जियों के खर्च में कटौती करने के लिए आप उन्हें गली में आने वाले ठेलों से कतई ना खरीदें। इन्हें शहर की मुख्य या स्थानीय सब्जी मंडी से लाएं।
आप पाएंगी कि मंडी की कीमतों और ठेलों और घर के पास की दुकानों की सब्जी की कीमतों में अच्छा खासा अंतर है।
आज कल कोरोना के निरंतर बढ़ते प्रकोप की वजह से एक आम परिवार में घर के हर सदस्य के लिए पर्याप्त मात्रा में सब्जी और फलों का जुगाड़ करना भी आवश्यक हो चला है। सब्जियों फलों की कीमतें आसमान छू रही हैं।
इस स्थिति में यह जरूरी नहीं है कि आप घर में महंगे फल और सब्जियां ही लाएं।
याद रखें सस्ते मौसमी फल और सब्जियां भी कम पौष्टिक नहीं होते। अमरूद, पपीता, केला, मौसमी, नाशपती जैसे फल सस्ते होने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। सेब, अनार, कीवी जैसे महंगे फलों के स्थान पर अमरूद, पपीता, केला, मौसमी जैसे फल खरीदें।
सब्जियों के लिए भी यही नियम अपनाएं। मौसमी सब्जियों पर अधिक जोर दें। मौसमी हरी पत्तेदार सब्जियां अवश्य खरीदें। सर्दी के मौसम में अच्छी मात्रा में मटर छीलकर उनके दाने पॉलिथिन की एयरटाइट थैलियों में या किसी डब्बे में रखकर फ़्रीज़र में रख दें और पूरे साल उनका उपयोग करें। टमाटर सस्ते होने पर उनकी प्यूरी अथवा सॉस बना कर रख लें, जिससे आपको उन्हें महंगी कीमतों पर खरीदने की जरूरत ना पड़े।
जब नींबू सस्ते हों, उन के रस को एक बोतल में भर कर फ़्रिज में रख दें और गर्मियों में उनका उपयोग करें।
बाजार से महंगी बड़ियां खरीदने के स्थान पर थोड़ी मेहनत से घर में ही बड़ियां तोड़कर सुखा लें, और पूरे साल काम में लें।
सर्दियों में अदरक, प्याज और लहसुन को आप गमले में बो सकती हैं और इनके महंगे होने पर विभिन्न व्यंजनों में इनका और इन के पत्तों का उपयोग कर सकती हैं ।
खान-पान:
बाज़ार से नियमित रूप से महंगी मिठाई ना लाएं। इसके स्थान पर आप घर में ही अनेक स्वादिष्ट पर बनाने में बेहद आसान मिठाईयां अपने फोन पर ऑनलाइन रेसिपी की मदद से बना सकती हैं। मिठाई के स्थान पर घर में केक, कस्टर्ड, खीर, श्रीखंड, संदेश, गोले की बर्फी जैसी मिठाइयां बना कर आप महंगी मिठाइयों के मद में होने वाले खर्चे से बच सकती हैं।
बाजार से महंगी नमकीन लाने के स्थान पर आप घर में ही मूंगफली, चिड़वा, मुरमुरे, मखाने, कॉर्न फ़्लेक्स भूनकर या तल कर अपने स्वाद के अनुसार मनचाहे मसाले मिलाकर स्वादिष्ट नमकीन बना सकती हैं।
यह मिठाई और नमकीन स्वादिष्ट और शुद्ध होने के साथ-साथ पौष्टिक और स्वास्थ्यप्रद होंगी।
आजकल रेस्त्रां में खाने का फैशन सा बन गया है, लेकिन एक बार भी रेस्त्रां में खाना आपके सीमित बजट को गड़बड़ा सकता है।
जिस दिन पति देव या बच्चे रेस्त्रां चलने की फरमाइश करें, फोन पर उपलब्ध ऑनलाइन रेसिपी की मदद से गाढ़े रसे वाली पनीर की सब्जी अधिक तेल एवं मसाले में बनाएं। साथ ही नान, कुलचे या लच्छेदार परांठे बना लें। यकीन मानें, घर में बने ये व्यंजन शुद्ध और पौष्टिक होने के साथ-साथ बेहद लज़्ज़तदार भी होंगे।
ऑनलाइन रेसिपी की मदद से आप हर प्रकार के व्यंजन जैसे डोसा, इडली, छोले-भटूरे, पाव-भाजी, चाऊमीन, पास्ता, बर्गर यहां तक कि पिज़्ज़ा भी बनाकर पतिदेव और बच्चों का स्वाद तो बदल ही सकती हैं, पैसों की एक बड़ी राशि बचा सकती हैं।
परिधान:
घर के बजट में कपड़ों के मद में होने वाला खर्च भी आप थोड़ी सूझ बूझ से बहुत हद तक कम कर सकती हैं। दर्जी से कपड़े सिलवाने की अपेक्षाकृत रेडीमेड कपड़े खरीदें। प्रयास करें कि आप सभी कपड़े बाजार से दुकानों में
लगी सेल से खरीदें। बड़े-बड़े डिपार्टमेंटल स्टोर और दुकानें समय-समय पर या त्योहारों पर सेल आयोजित करते हैं, जिससे आप पैसों की एक बड़ी राशि बचा सकती हैं।
पेट्रोल:
हर घर के मासिक बजट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा कन्वेयेंस और पेट्रोल की मद में जाता है। इसे बचाने के लिए आप अपने पतिदेव को अपने ऑफिस के किसी सहकर्मी के साथ बाइक या कार पूल करने के लिए कह सकती हैं, और इस प्रकार खासे पैसे बचा सकती हैं।
दवाइयां:
यदि आपकी दवाइयों का खर्चा अधिक है तो आप हर माह किसी एक दुकान से ही दवाइयां खरीदें। बाज़ार में आपको अनेक ऐसे दवाई विक्रेता मिल जाएंगे जो आपको दवाइयों पर 10 से 20 % डिसकाउंट आसानी से दे देंगे। आप अच्छे डिस्काउंट पर दवाइयां ऑन लाइन फार्मेसी से भी खरीद सकती हैं।
सहायिकाओं के खर्चे:
घर के घरेलू कामों के लिए सहायिकाओं के खर्चे को भी आप बहुत हद तक कम कर सकती हैं। इसके लिए घर के घरेलू कार्यों को घर के विभिन्न सदस्यों में बांट दें। सभी जिम्मेदारियां स्वयं ओढ़ कर अपने स्वास्थ्य को खतरे में ना डालें। बच्चों में बचपन से ही अपने कमरे को साफ़ करने, कपड़े धोने और आयरन करने की आदत डालें । आप घर के हर सदस्य को उसकी क्षमता और रूचि के अनुरूप घरेलू कामों की जिम्मेदारी दें।
इस प्रकार आप एक बड़ी राशि बचा सकती हैं।
घर की साज़- सज़्ज़ा:
घर की साज़-सज़्ज़ा के लिए आवश्यक पर्दे, कुशन कवर, मसनद कवर आदि आप अच्छी हालत की पुरानी, मज़बूत और चटख प्रिंट वाली सूती, सिंथेटिक और बनारसी साड़ियों से बखूबी बना सकती हैं। बाज़ार में आप कई दुकानों पर ऐसी साड़ियों से ऐसी चादरें बनवा सकती हैं। पुरानी बनारसी साड़ियों से आप सेंटर टेबल, साइड टेबल पर बिछाने वाले बेहद सुंदर और आकर्षक सेंटर पीस आदि बना सकती हैं। इसके अतिरिक्त आप पुरानी, यहाँ तक कि भद्दे प्रिंट वाली सूती साड़ियों से दरियां गलियों में फ़ेरी लगाने वाले कारीगरों से बनवा सकती हैं। घर के हर कोने की साज सज़्ज़ा निखारने के लिए आप ऐसी दरियों का उपयोग कर सकती हैं।
शो पीस और वाल हैंगिंग:
आप अपनी रचनात्मकता और कल्पनाशीलता का उपयोग करते हुए पुरानी बोतलें, डब्बे, ग्लास, प्लास्टिक के पाइप, अंडे के कार्टन, सीडी, आइसक्रीम स्टिक्स, टायर आदि का उपयोग कर सुंदर सुंदर शो पीस और वाल हैंगिंग बना सकती हैं, जिनसे आप इन्हें खरीदने के खर्चे से बच सकती हैं। यू ट्यूब पर ऐसे डेकोरेटिव पीस स्वयं बनाने के अनगिनत वीडियो उपलब्ध हैं।
चादर, कुशन कवर आदि:
अपने शहर में चादरों की थोक की दुकानों का पता करें जहां से आप चादरें, टेबल कवर, कुशन कवर आदि थोक मूल्य पर खरीद सकती हैं।
मक्खीचूस सिंह
और टॉयलेट जाने के बाद हाथ में किसे साफ करना मिट्टी या बानी राख से