Most-Popular

अपने जीवन में खुशियों के इन्द्रधनुषी रंग कैसे भरें?

बहुधा जीवन के किसी न किसी मोड़ पर हम कुछ इस तरह से सोचते हैं,  “मेरा विवाह मेरे मनपसंद लड़के से हो जाए तो मुझे सारी खुशियां मिल जाएंगी।” 

“मेरी बीमारी ठीक हो जाए तो मैं इस दुनिया में सबसे खुशकिस्मत कह लाऊंगी।”

“मेरा एक बेटा हो जाए तो फिर मैं सबसे खुशनसीब बन जाऊंगी।”

जरा सोचें क्या इन इच्छाओं के पूरी  होने मात्र से ही हमें खुशियां मिल जाएंगी?

यदि आपका उत्तर हां में है, तो यह आपकी गलतफ़हमी है।  सच्ची खुशी पसंदीदा लड़के से विवाह, आपके स्वास्थ्य लाभ या बेटे से नहीं मिल सकती। यह क्षणिक प्रसन्नताएं हैं। यदि आपको सच्ची खुशी की तलाश है, तो वह आपको अपने भीतर ही मिलेगी।

वास्तविक प्रसन्नता पाने के लिए आपको अपने जीवन जीने के तरीके में कुछ परिवर्तन लाने होंगे। आज हम आपको उन्हीं बदलावों  के बारे में बताने जा रहे हैं। यदि आप अपने  जीवन में हमारे कहे अनुरूप परिवर्तन ले आती  हैं तो निस्संदेह आप का दामन सच्ची खुशी  के असंख्य फूलों से महक उठेगा।

अपनी खुशियों के लिए दूसरों पर निर्भर ना रहें:

स्वयं के दम पर प्रसन्न होना सीखें।  यदि इसके लिए आपको दूसरों की जरूरत होती है तो इसका मतलब है कि आपकी खुशियों के रिमोट को अन्य लोग नियंत्रित कर रहे हैं।  अब आप स्वयं सोचिए अपनी प्रसन्नता का रिमोट दूसरों के हाथ में देना कितना उचित है? किसी दूसरे को यह अधिकार मत दीजिये कि उसकी वजह से आपका मूड प्रभावित हो। अपनी खुशियों का रिमोट केवल अपने पास रखिए।

स्वयं से प्यार करें:

हम बहुधा अपने सहेलियों की अच्छी विशेषताओं पर अचंभित होते हैं, परंतु शायद ही कभी हम अपनी खूबियों को प्रशंसात्मक  निगाहों से देखते हैं। आप अपने आपको जैसी हैं वैसी ही स्वीकार करना सीखें। अपने गुणों की प्रशंसा करना सीखें ।  यह आपको निश्चित ही एक खास खुशी और संतुष्टि प्रदान करेगा।

अपनी अंतरात्मा के समक्ष ईमानदार रहें:

यदि आप अपने आप के प्रति सच्ची हैं तो आप कभी भी किसी भी प्रकार की अपराध भावना से ग्रस्त नहीं होंगी और  सदैव चैन और सुकून का एहसास करेंगी।अतएव सदैव अपनी अंतरात्मा के सामने ईमानदार और सच्ची रहें। कभी भी कोई ऐसा काम ना करें जिससे आप अपनी आत्मा पर बोझ का एहसास करें। 

वर्तमान में जिएं:

वर्तमान में जीना सीखें। आपके गुजरे हुए समय को लेकर पाली गई अपराध भावना आपका पास्ट कतई नहीं बदल सकती।  ना ही भविष्य की चिंता आपके आने वाले समय को बदल सकती है। अपने गुजरे हुए समय या भविष्य में उलझे हुए रहकर आप कतई खुशी नहीं पाएंगी। वर्तमान में जीने के लिए आपको अपना बीता हुआ वक्त और भविष्य की अनिश्चितता को स्वीकारना होगा ।

अपना धन भौतिक चीजों की अपेक्षा सुखद अनुभव बटोरने के लिए खर्च करें:

अपने पैसे खर्च कर ऐसे अभिनव अनुभव लेने  की कवायद करें जिनके विषय में सोचना आपको  सुखद सकारात्मक (पॉजिटिव) अनुभव करवाएगा। इन की यादें आपके स्मृति कोष में हमेशा के लिए संचित रहेंगी और आपको जीवन पर्यंत खुशियां देंगी।

ऐसे स्थान घूमने जाएं जो आपको बेइंतेहा सुकून और शांति दें। ऐसे लोगों से मिलने का प्रयास करें जिनकी स्मृतियां आपको ताजिंदगी प्रेरित करें।

अपने नियंत्रण के अधीन चीजों पर फोकस करें:

अपने नियंत्रण से परे की चीजों से अपना ध्यान हटाए। अपने नियंत्रण की चीजों पर फोकस करते हुए उन्हें बेहतर और अपने अनुकूल बनाने का प्रयत्न करें। यदि आपको घर के काम करना अच्छा नहीं लगता लेकिन  पैसों की कमी के कारण आपको करना पड़ रहा है तो उसे अपना पसंदीदा संगीत सुनते हुए करें।  एक्सरसाइज करने के उद्देश्य से नृत्य करने के दौरान यदि आपके पैर में मोच आ गई हो तो तैराकी करें।

अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करें:

अपनी भावनाओं का दमन कतई न करें। यह तनाव पैदा कर सकता है और आपका मूड खराब कर सकता है। यदि आपको किसी बात पर क्रोध आ रहा है तो पंचिंग बैग पर मुक्केबाजी कर अपने क्रोध को अपने भीतर से निकाल दें। इस स्थिति में आप गहरी सांसें भी ले सकती हैं या ओम का जाप कर सकती हैं।

व्यस्त रहें:

सदैव व्यस्त रहने का प्रयत्न करें, कभी खाली ना बैठे। हां जब भी आप निरंतर काम करके थक जाएं रिलैक्स अवश्य करें।

यदि आप गृहणी  हैं और घर के कार्य खत्म कर आपके पास काफी समय बचता है तो अपनी पसंदीदा किसी रचनात्मक हॉबी में व्यस्त रहें। आप बागवानी, गायन, नृत्य, लेखन, कोई गेम जैसे शतरंज, बैडमिंटन, कैरम बोर्ड  जैसी कोई भी हॉबी अपना सकती हैं।

सकारात्मक लोगों से मित्रता करें:

ऐसे लोगों से दूर रहें जो सदैव आपको नीचा दिखाने का प्रयास करते हैं अथवा आपके नकारात्मक पहलुओं पर जोर देते हैं। ऐसे मित्र चुनें जो आपकी उपलब्धियों पर खुश होते हैं, मुसीबत के समय आपको हिम्मत बंधाते हैं एवं सदैव आपको जीवन का सकारात्मक (पॉजिटिव) पक्ष देखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं ।

दूसरों के प्रति ईर्ष्या भाव त्यागें:

जीवन में आपको अपने से अधिक धनवान, सुंदर, खुशनसीब, बेहतर नौकरी करती हुई अनेक महिलाएं मिलेंगी। इस वजह से आप अपने मन में उनसे निरर्थक ईर्ष्या भाव न पालें। यह जलन का  भाव मात्र  आपको कुंठित करेगा एवं आप में कड़वाहट को जन्म देगा।  अतः अपने जीवन में  ईर्ष्या  के लिए कोई स्थान न रखें ।

जीवन में अपने लिए लक्ष्य बनाए और उन्हें हासिल करें:

स्वयं अपनी रुची एवं सामर्थ्य के अनुरूप अपने लक्ष्य स्थापित करें और अपनी मेहनत एवं लगन से उन्हें पूरा करें। अपने उद्देश्य पूरा करने की प्रक्रिया आपको विजयी  होने का खुशनुमा एहसास देगी  जिससे आपका यह विश्वास पुख्ता  होगा कि आप कुछ भी सफलतापूर्वक कर सकती हैं। यह भावना आपको बेतहाशा खुशी एवं सुकून पहुंचाएगी।

जब भी मौका मिले, मुस्कुराएं:

याद रखें, मुस्कुराहट संक्रामक (इनफेक्शियस) होती है। मुस्कुराने का कोई भी अवसर अपने हाथ से न जाने दें और जब भी मौका मिले, खुलकर मुस्कुरा कर अपने चारों ओर खुशियां बिखेरे।

क्षमा भाव रखें:

यदि कोई आपके साथ गलत करता है तो उसे माफ कर दें एवं इस बात को भूल जाएं।  यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो आपके अंतर्मन में जमा क्रोध एवं घृणा तनाव को जन्म देगा जो आपके लिए घातक सिद्ध होगा। 

स्वयं में कृतज्ञ भाव विकसित करें:

आप के पास जो भी ईश्वर प्रदत्त वैभव यथा धन-संपत्ति, उच्च शिक्षा, सौंदर्य, लायक सन्तानें अथवा सुखद पारिवारिक जीवन है, उन सब के लिए विधाता के प्रति अपने मन में कृतज्ञ  भाव लाएं । रोजाना रात को सोचें, उस पूरे दिन में ऐसा क्या हुआ जिसके लिए आप कृतज्ञ महसूस कर सकती हैं। इस प्रक्रिया के रोज दोहराने से आप अपने जीवन की नियामतों पर अधिक फोकस करने लगेंगी, और इसके साथ आप में यह एहसास जगेगा की विधाता की आप पर असीम कृपा है। इस तरह आपका जीवन के प्रति एक सकारात्मक पॉजिटिव रवैया विकसित होगा। यह आपको बेइंतेहा मानसिक शांति और सुकून प्रदान करेगा ।

भरपूर दान करें:

सदैव मन में देने का भाव रखें।  जरूरी नहीं है कि आप धन का ही दान करें।  दान आप के समय, श्रम  या बुद्धिमत्ता का भी हो सकता है। आप गरीबों को पैसों का दान दे सकती हैं।  अभावग्रस्त विद्यार्थियों को विद्या दान दे सकती हैं। या अपने निकट के पार्क,  मंदिर या  सड़क की साफ सफाई में अपना योगदान दे कर  श्रमदान कर सकती हैं।  यकीन मानें  इस प्रकार का नि:स्वार्थ दान आपको आत्मिक सुकून  एवं खुशी पहुंचाएगा।

जिंदगी को नया अर्थ दें:

 कुछ ऐसा भी करें जो आपकी जिंदगी में नया आयाम जोड़े। आपको पशुओं की सेवा करना अच्छा लगता है तो उनकी सेवा करें। सड़क पर घूमती गायों को हरा चारा खरीद कर खिलाएं। यदि आपको भगवान की पूजा करना अच्छा लगता है तो ईश्वर की  आराधना नियमित रूप से करें। याद रखें जीवन मात्र रोजमर्रा की आपाधापी नहीं, वरन एक सार्थक आध्यात्मिक यात्रा होनी चाहिए ।

अपने शौक (पैशन) जिंदा रखें:

व्यस्त जीवन की आपाधापी में अपने शौक न  भुला दें। याद करें, किशोरावस्था या जवानी में आपको अपना पसंदीदा कार्य करने में कितना आनंद आता था। आज आप अपनी प्रोफेशनल लाइफ की व्यस्तता के चलते एक पूरी तरह से यांत्रिक जीवन बिता रहे हैं। इसी व्यस्तता के बीच यदि कुछ पल चुराकर आप अपनी हॉबी को दे सकें तो निश्चित ही यह आपको बेमोल खुशी देगा।

Renu Gupta

Recent Posts

चेहरे पर होने वाले छोटे-छोटे पिंपल्स को ठीक करने के घरेलू उपाय

खूबसूरत और चमकता चेहरा पाने की ख्वाहिश तो हर किसी की होती है लेकिन चेहरे…

2 वर्ष ago

मेथी से बनी हुई नाइट एंटी-एजिंग क्रीम – क्रीम एक, फायदे अनेक

मेथी एक ऐसी चीज़ है जो दिखने में छोटी होती है पर इसके हज़ारों फायदे…

2 वर्ष ago

कुणाल कपूर के अंदाज में बनी लजीज रेसिपी नवरत्न पुलाव रेसिपी

यूं तो नवरत्न अकबर के दरबार में मौजूद उन लोगों का समूह था, जो अकबर…

2 वर्ष ago

सर्दियों के लिए ख़ास चुने हुए डार्क कलर सूट के लेटेस्ट डिज़ाइन

वैसे तो गहरे और चटकदार रंग के कपडे किसी भी मौसम में बढ़िया ही लगते…

2 वर्ष ago

सर्दियों में डैंड्रफ की समस्या से बचने के असरदार टिप्स

डैंड्रफ एक ऐसी समस्या है जो आपके बालों को तो कमज़ोर बनाती ही है, साथ…

2 वर्ष ago

इंस्टेंट ग्लो के लिए टॉप 3 होममेड चावल फेस पैक

हमारी त्वचा बहुत ही नाजुक होती है। यदि इसकी सही तरह से देखभाल नहीं की…

2 वर्ष ago