आप सबने टीवी पर वह विज्ञापन तो देखा ही होगा जिसमें एक नवयौवना अपनी सहेली की स्किन की तारीफ करते हुए कहती है कि उसकी उम्र का पता नहीं चलता है। दरअसल उस नवयौवना की तरह हर महिला एक उम्र के बाद इन्हीं शब्दों को सुनने की कामना करती है। महिलाओं की इसी ख्वाइश को पूरा करने के लिए अब दूसरे प्रॉडक्ट्स के साथ एंटी एजिंग क्रीम भी बाज़ार में आसानी से मिल जाती है।
लेकिन बहुत सारी महिलाएं अभी भी इस प्रश्न में उलझी रहती हैं कि अपनी त्वचा के लिए सही एंटी-एजिंग क्रीम कैसे चुनें? तो आइये, इस लेख में हम आपके इस सवाल का जवाब देने की कोशिश करते हैं:
1. आपका स्किन टाइप क्या है?
किसी भी उस प्रॉडक्ट को चुनते समय जिसका इस्तेमाल आपकी स्किन पर होना है, आपको उसके लिए सबसे पहले अपनी स्किन टाइप को देखना ज़रूरी होता है। सामान्य रूप से स्किन टाइम नॉर्मल, ड्राई, ऑयली और सेंसेटिव हो सकती है। इसलिए अपने लिए एंटी-एजिंग क्रीम का चयन करते समय आपको अपनी स्किन टाइप को पहचानना होगा। ड्राई स्किन के लिए जिस एंटी-एजिंग क्रीम को लिया जाना होगा वह आपकी स्किन को नरमाहट और कोमलता देगी। जबकि ऑयली स्किन पर इस क्रीम का काम चेहरे के ऑयल को बेलेन्स करना होगा।
इसलिए कभी भी किसी को देखकर नहीं बल्कि अपनी स्किन टाइप को पहचानकर ही अपने लिए एंटी-एजिंग क्रीम को चुनना बेहतर होगा।
2. आपका अपना बजट कितना है?
कोई भी महिला अपने लिए कुछ भी लेने से पहले अपने बजट को देखना पसंद करती हैं। यही नियम आपके एंटी-एजिंग क्रीम के चयन पर भी लागू होता है। कुछ लोगों का यह मानना होता है कि केवल महंगे प्रॉडक्ट ही अच्छे होता हैं, तो आपको बता दें, कि यह नियम हर समय सही सिद्ध नहीं होता है। कभी-कभी कम कीमत में भी एक अच्छा प्रॉडक्ट मिल सकता है। इसलिए आप अपने लिए एक अच्छी एंटी-एजिंग क्रीम को चुनते समय अपने बजट के अनुसार भी एक अच्छी क्रीम का चयन कर सकती हैं।
3. एंटी-ऐजिंग क्रीम में क्या-क्या शामिल है?
इस प्रश्न का उत्तर देखना बहुत ज़रूरी होता है। आप एक एंटी-एजिंग क्रीम में मिले कैमिकल्स को देखकर और समझकर ही अपने लिए एक अच्छी एंटी-ऐजिंग क्रीम को चुन सकती हैं। एक अच्छी एंटी-ऐजिंग क्रीम में सामान्य रूप से निम्न कम्पोनेंट्स हो सकते हैं:
1. विटामिन ई
आमतौर पर सभी स्किन केयर प्रॉडक्ट में विटामिन ई का होना ज़रूरी होता है। इसका कारण है कि विटामिन ई त्वचा में कोशिका झिल्ली (cell membrane) जो दरअसल स्किन सेल्स के चारों ओर की एक परत होती है, को ऑक्सीकारण प्रक्रिया से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है। इससे स्किन में शामिल प्रोटीन (जिसे कोलेजन भी कहते हैं) का भी नुकसान होने से बचा देता है।
2. विटामिन सी
एक अच्छी एंटी-ऐजिंग क्रीम में विटामिन सी का होना भी ज़रूरी होता है। इसका मुख्य कारण है यह है कि विटामिन सी क्रीम के माध्यम से स्किन को सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान को बचा देता है। यही किरणें स्किन में सलवटें या झुर्रियां बनती हैं जो आपकी उम्र के बढ़ने की प्रक्रिया को दिखाती हैं। इसलिए विटामिन सी वाली एंटी-एजिंग क्रीम स्किन में आने वाली झुर्रियों को कम करने में मदद मिलती है।
3. टी एक्सट्रैक्ट्स
टी एक्सट्रैक्ट्स में दरअसल एंटीओक्सीडेंट्स और ऐन्टी इन्फ़्लमेट्री गुण होते हैं। इसलिए एक अच्छी एंटी-एजिंग क्रीम में टी एक्सट्रैक्ट्स का होना ज़रूरी होता है क्योंकि यही ऐलीमेंट्स स्किन में कसाव लाते हैं। इसलिए अपने लिए एंटी-ऐजिंग क्रीम को लेते समय उसमें टी- एक्सट्रैक्ट्स का होना कनफर्म कर लें।
4. रेटिनोल
विटामिन ए का ही एक रूप है जो फैट में घुलनशील ऐलीमेंट होता है। अधिकतर रेटिनोल उन सभी क्रीम और प्रॉडक्ट में होता है जिनका उपयोग चेहरे के मुँहासे और फुंसी आदि को ठीक करने के लिए उपयोग में लाई जाती हैं। इसलिए एक एंटी-एजिंग क्रीम में रेटिनोल न केवल इन सभी परेशानियों को होने से रोकता है बल्कि स्किन के लिए ज़रूरी कोलेजन की मात्रा को भी बढ्ने में मदद करता है।
5. हाइड्रॉक्सी एसिड्स
स्किन के लिए ज़रूरी लैक्टिक एसिड और ग्लाइकोलिक एसिड जैसे हाइड्रॉक्सी एसिड जो एएचए के नाम से भी जाने जाते हैं, स्किन केयर क्रीम के लिए अनिवार्य समझे जाते हैं। इन कैमिकल्स का काम स्किन को कमजोर होने से बचाकर उसमें चमक और मुलायम करना होता है। इसलिए एंटी-एजिंग क्रीम में हाइड्रॉक्सी एसिड्स स्किन को अच्छी चमक और चिकनी बनने में मदद करता है।
इसलिए जब भी आप अपने लिए एक अच्छी एंटी-ऐजिंग क्रीम लेने का मन बनाएँ तो अपनी स्किन टाइप को पहचानकर अपना बजट चैक कर लें। उसके बाद उस क्रीम में होने वाले ज़रूरी तत्वों को पहचान कर ही एक अच्छी एंटी-ऐजिंग क्रीम का चुनाव करें।
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