डॉ॰ क्रिश्चियन फ्राइडरिक सैम्यूल हानेमान होमियोपैथी के खोजकर्ता है। होमियोपैथी एक प्रकार की चिकित्सा पद्धति है, जिसमे रोगियों को अल्प मात्रा में दवाएं दी जाती है । जिससे उसका असर भी होता है, और दुष्परिणाम भी नहीं होते।
होमियोपैथी पद्धति में एक होम्योपैथिक डॉक्टर का सबसे अहम काम यह होता है, कि वह रोगी की बीमारी के बारे में विस्तार से जान लें और उसके लक्षणों के बार में भी। रोगी के संपूर्ण चिकित्सक इतिहास को जानने के बाद उसके रोग को अच्छी तरह से समझना ही एक होम्योपैथिक डॉक्टर का मुख्य काम होता है।
रोगी के रोग को समझने के पश्चात् ही डॉक्टर औषधी देता है। होमियोपैथी में जो रोग के लक्षण हो और जो औषधि के लक्षण हो वो जितने ज़्यादा एक दूसरे से समान होंगे उतना जल्द ही बीमारी ठीक होगी। होमियोपैथी एक विज्ञान है, जो कुछ नियमो पर काम करता है ।
समान्यता इसका नियम – जो रोग है उसके लक्षण और जो औषधि दी गई है, उसके लक्षण जितने ज़्यादा समान होंगे उतनी ज़्यादा ही रोग को खत्म करने की सम्भवना भी होगी।
न्यूनतम दवाई – न्यूनतम दवाई से अर्थात यह है, कि होमियोपैथी में जो भी दवाई रोगी को दी जायेगी, वो एकदम अल्प मात्रा में दी जायेगी। जिससे उस औषधि का असर सिर्फ और सिर्फ रोग पर हो हमारे शरीर पर नहीं।
एक दवाई – होमियोपैथी में एक बार में एक से ज़्यादा औषधिया नहीं दी जाती है। इसके आविष्कारक का मानना यह है, कि एक ही दवाई दी जाने के कारण वह सटीक तरह से काम करेगी और जल्द ही बीमारी को भी भगा देगी।
ज़्यादातर होमियोपैथी दवाई खाने में मीठी लगती है और इन्हें बिना छुए खाया जाता है, क्योंकि यह दवाई मीठी गोलियों में फूलों के रस को डालकर बनाई जाती है। जिससे यह एक दम प्राकृतिक और बिना किसी दुष्परिणाम के होती है।
पर आजकल होमियोपैथी के नाम पर फ्रॉड किया जा रहे है, जिसके कारण लोगों को यह लगने लगा है, कि होमियोपैथी खुद एक फ्रॉड है।इस तरह इलाज नहीं होते हैं।
कुछ लोगो की लालच के कारण वह होमियोपैथी के नाम पर अपनी दुकान चलाने चाहता हैं, जिससे वो रोगियों से मनचाहे पैसे ऐठ सकें।
होमियोपैथी उपचार की एक ऐसी पद्धति है, जिससे रोगों का इलाज संभव है। भले ही यह एकदम से सारी बीमारियों को ठीक नहीं करती पर इसके उपचार से कई रोगी ठीक भी हुए है और कई ऐसे रोग भी ठीक हुए है, जिसका उपचार एलोपैथी में भी नहीं था।
फ्रॉड से बचने के लिए हमेशा ही एक सर्टिफाइड होमियोपैथी डॉक्टर के पास ही अपना इलाज कराये और समय समय पर यह देखते रहें, कि वह आपका सच में इलाज करना भी चाहते हैं, या सिर्फ पैसे ऐंठना चाहते हैं।
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