यूं तो दिल का दौरा आने की कोई भी आयु तय नहीं होती लेकिन कम उम्र में दिल का दौरा पड़ना बेहद खतरनाक है। यह इतना भयानक हो सकता है कि इसमें किसी की जान भी जा सकती है। आज इस लेख का उद्देश्य किसी को डराना नहीं है। बल्कि कुछ ऐसे कारणों के बारे में जानकारी देना है जिसके कारण से आपके स्वस्थ जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
हमारे शरीर में ब्लड के माध्यम से रक्त धमनियों द्वारा ऑक्सीजन, पोषक तत्व आदि को पहुँचाने का काम किया जाता है। इन कोरोनरी धमनियों में कोलेस्ट्रोल जमने के कारण रक्त के बहाव में रुकावट पैदा होती है।
तब दिल तक रक्त के संचार में बाधा उत्पन्न हो जाती है। जिसके कारण रक्त थक्के के रूप में जम जाता है। इसके अतिरिक्त ज्यादा तनाव के कारण ब्लड प्रेशर के बढ़ जाने पर कोरोनरी धमनी फट सकती है। जिसके कारण भी दिल का दौरा (हार्ट अटैक) हो सकता है।

सामान्यतः हार्ट अटैक की बीमारी होने की ज्यादा आशंका 45 वर्ष के बाद होती है। किन्तु आज अस्त-व्यस्त दिनचर्या के कारण हार्ट अटैक की बीमारी कम उम्र के युवाओं में भी पाई जाने लगी है।
हार्ट अटैक होने के कारण:
● आजकल युवाओं में नशीले पदार्थों का सेवन करना आम बात हो गई है। जिसके कारण कम उम्र के युवाओं में भी हार्ट अटैक की बीमारी पाई जाने लगी है। दरअसल धूम्रपान के ज्यादा सेवन से रक्त धमनियों में ब्लॉकेज (रुकावट ) हो जाती है। इसके कारण हार्ट अटैक की बीमारी हो जाती है।
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● युवाओं में शराब पीना फैशन बन गया है। ज्यादा शराब के सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। जिसके कारण रक्त धमनियाँ फट जाती है। और इसके परिणाम स्वरूप कोलेस्ट्रोल खून में फ़ैल जाता है। जो रक्त के बहाव को बाधित कर देता है। और इसी कारणवश हार्ट अटैक का सामना करना पड़ता है।
● कोकेन, स्मैक आदि नशीले पदार्थ के सेवन से रक्त धमनियों में ऐठन आ जाती है। जिससे धमिनियों में रक्त के बहाव में रुकावट पैदा हो जाती है। जिससे भी हार्ट अटैक की समस्या पैदा हो सकती है।
● आज पैसा कमाने के होड़ में गाँव से शहर की और पलायन बढ़ा है। जिसके कारण दैनिक दिनचर्या अस्त-व्यस्त होने के कारण जंक फ़ूड का चलन बढ़ गया है। घर से दूर, दूसरे शहर में अकेले रहने के कारण तला-भुना, स्ट्रीट फ़ूड एवं जंक फ़ूड खाने के कारण युवाओं में कोलेस्ट्रोल के बढ़ने की समस्या हो जाती है। जिससे भी हार्ट अटैक कम उम्र में होने लगा है।
● व्यस्त दिनचर्या एवं काम के बोझ के तनाव के कारण युवाओं में हाई ब्लडप्रेशर की बीमारी आम होती जा रही है। जिसके कारण भी हार्ट अटैक की बीमारी युवाओं में पाई जाने लगी है।
इसके अतिरिक्त दिन भर कंप्यूटर एवं मोबाइल से मनोरंजन करने के आदि हुए युवाओं को शारीरक व्यायाम के लिए वक्त नहीं है। जिसके कारण मोटापा, हाई ब्लडप्रेशर, कोलेस्ट्रोल का बढ़ना कम उम्र के युवाओं में पाया जाने लगा है। जिसका परिणाम हार्ट अटैक की बीमारी के रूप में भुगतना पड़ता है।
लंबा जीवन जीने के लिए अपनी दिनचर्या में सुधार लाना बेहद जरूरी है। अपने लिए और अपने अपनों के लिए अपने खान-पान पर और थोड़ा शारीरक व्यायाम पर ध्यान दीजिए और हमेशा तनाव मुक्त रहिए।
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