आजकल मनचाहे हेयर कलर्स में बालों को रंगना जरुरत और फैशन दोनों ही बन चुका है. लेकिन हेयर कलर से जुड़े कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं,बता रहीं हैं ‘स्वाति जायसवाल’.
अक्सर बालों की सफेदी को छुपाने के लिए बालों को कलर करवाना जरूरी होता है. वैसे ज्यादातर महिलायें बालों को सिर्फ इसलिए कलर करवाती हैं क्योंकि आजकल ऐसा करने का ट्रेंड है. अगर आप भी बालों को कलर करवाने की सोच रही हैं तो हम आपको ये जरूर बताना चाहेंगे कि बालों को कलर करवाते समय आपको काफी सावधानी बरतने की जरूरत है. अगर आप कुछ जरूरी बातों का ध्यान नहीं रखती हैं तो आपके बाल रूखे हो सकते हैं. हेयर कलरिंग से कुछ अन्य साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं-
हेयर कलरिंग से एलर्जी का खतरा हमेशा ही बना रहता है. हेयर कलर में मौजूद पीपीडी नामक घटक के कारण ही ज्यादातर समस्याएं होती हैं. एलर्जी होने के ख़ास लक्षण हैं- सिर में खुजली होना, सिर की त्वचा का लाल पड़ जाना या सूज जाना, सिर में डैंड्रफ बढ़ जाना, आँखों के आसपास सूजन हो जाना या नाक और आँख के आसपास की त्वचा के अलावा चेहरे के बाकी हिस्सों की त्वचा का पपड़ीदार हो जाना.
कई बार हेयर कलर में अमोनिया की मात्रा ज्यादा होती है जिसके कारण बालों की प्राकृतिक नमी खो जाती है और बाल टूटने-झड़ने लगते हैं. अमोनिया की अधिकता के कारण बाल सफ़ेद भी होने लगते हैं इसलिए हमेशा किसी अच्छे ब्यूटी सलून में जाकर अनुभवी हेयर एक्सपर्ट से ही बालों को कलर करवाएं.अगर आपको अमोनिया युक्त हेयर कलर सूट नहीं करता है तो आप प्रोटीनयुक्त हेयर कलर का इस्तेमाल भी कर सकती हैं.
कुछ शोधों से ये पता चला है कि हेयर कलर में मौजूद पीपीडी, डीएनए सेल्स को क्षति पहुंचा सकता हैं और इस वजह से हमें कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है.
कई शोधों से यह भी पता चला है कि हेयर-स्टाइलिस्ट और ब्यूटी एक्सपर्ट जो ज्यादातर समय हेयर डाई, ब्लीच इत्यादि के संपर्क में रहते हैं उन्हें कई तरह के त्वचा रोग और अस्थमा जैसी बीमारी होने की संभावना औरों की अपेक्षाकृत ज्यादा होती है.
हेयर कलर के दुष्प्रभाव से नर्वस सिस्टम भी क्षतिग्रस्त हो सकता है.
हेयर कलर से कई बार हमारे इम्यून सिस्टम पर भी बुरा असर पड़ता है.
अगर हेयर कलरिंग करते समय असावधानी के कारण हेयर कलर आँखों में चला जाए तो आँखों में तेज जलन और दर्द होना शुरू हो जाता है. हेयर कलर में मौजूद रसायनों के कारण आँखों को बहुत ज्यादा क्षति पहुँच सकती है और आँखों की रौशनी भी जा सकती है.
अगर आप खुद से ही बालों को कलर करने की सोच रही हैं तो नुकसान से बचने के लिए किसी अनुभवी मित्र या हेयर एक्सपर्ट से सलाह जरूर ले लें. पैकेट पर दिए गए दिशा-निर्देशों को ध्यान से पढ़ लें और उनका पालन करें.
अक्सर लोगों को हेयर कलरिंग के हिडन कॉस्ट के बारे में पता नहीं होता और हेयर कलर कराने के बाद अपनी क्षमता से कहीं ज्यादा खर्च करना पड़ जाता है. कई बार हेयर कलरिंग के कारण बालों में रूखापन आ जाने से आपको बार-बार हेयर स्पा और हेयर ट्रीटमेंट कराने की जरूरत भी पड़ जाती है, इसलिए आप हेयर एक्सपर्ट से हर बात के बारे में पूरी जानकारी जरूर ले लें.
तो अपनी खूबसूरत जुल्फों को मनचाहे हेयर कलर में रंगिये जरूर लेकिन थोड़ी सावधानी के साथ और स्टाइलिश दिखने के साथ ही स्वस्थ भी रहिये.
खूबसूरत और चमकता चेहरा पाने की ख्वाहिश तो हर किसी की होती है लेकिन चेहरे…
मेथी एक ऐसी चीज़ है जो दिखने में छोटी होती है पर इसके हज़ारों फायदे…
यूं तो नवरत्न अकबर के दरबार में मौजूद उन लोगों का समूह था, जो अकबर…
वैसे तो गहरे और चटकदार रंग के कपडे किसी भी मौसम में बढ़िया ही लगते…
डैंड्रफ एक ऐसी समस्या है जो आपके बालों को तो कमज़ोर बनाती ही है, साथ…
हमारी त्वचा बहुत ही नाजुक होती है। यदि इसकी सही तरह से देखभाल नहीं की…