गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल महिलाओं द्वारा जन्म नियंत्रण के लिए होता है। यह अनचाहे गर्भ को रोकने का सबसे आसान और पुराना तरीक़ा है। आइए जानते हैं, इसके विषय में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य एवं इनके इस्तेमाल करने की सही विधि।
• इनका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर है अन्यथा इसका आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। ज़्यादातर गोलियां प्रोजेस्टेरोन एवं एस्ट्रोजेन के मिश्रण या सिर्फ प्रोगेस्टेरोन से बनी होती हैं। दरअसल ये स्त्रियों में पाये जाने वाले हॉरमोन ही हैं।
• ये हॉरमोन अंडाशय से निकलने वाले डिंबों को रोकते हैं, जिस वजह से गर्भ धारण करने की संभावना ही ख़त्म हो जाती है।
• इन गोलियों का इस्तेमाल आप अपने मासिक श्राव के पांचवे दिन से आरंभ कर सकती हैं। इनके इस्तेमाल का नियम बहुत ही कड़ा है। इनका सेवन आपको रोज़ाना एक निर्धारित समय पर ही करना होगा, तभी ये गोलियां अपना असर दिखा पाएँगी ।
• महीने भर में यदि आप इसकी एक ख़ुराक गलती से भूल भी जाती हैं, तो कोई समस्या उत्पन्न नहीं होती, परंतु एक से अधिक ख़ुराक छूट जाने पर समस्या हो सकती है। इन गोलियों का इस्तेमाल आपके चिकित्सा – इतिहास पर पूर्ण रूप से निर्भर करता है।
• आज कल बहुत सी इमरजेंसी पिल्स बाज़ार में उपलब्ध हैं। विशषज्ञों की सलाह के अनुसार इन इमरजेंसी पिल्स का रोज़ाना इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। इस आदत से शरीर को काफी नुकसान पहुँच सकता है। दैनिक इस्तेमाल के लिए केवल कोंट्रसेप्टिव पिल्स ही सही हैं।
• इन दोनों तरह की पिल्स में काफी अंतर भी होता है, जिसे जानना आवश्यक है। जिन पिल्स को एक निर्धारित मासिक क्रम में लिया जाये, उन्हे कोंट्रसेप्टिव पिल्स कहते है। परंतु, असुक्षित योन संबंध के मामले में अनचाहे गर्भ से बचने के लिए आपातकालीन परिस्थिति में इमरजेंसी पिल्स का इस्तेमाल किया जाता है।
• अक्सर विभिन्न विज्ञापनों में दिखाया जाता है, कि इन आपातकालीन पिल्स का इस्तेमाल ७२ घंटों के भीतर किया जा सकता है, परंतु विशेषज्ञों की माने, तो इन आपातकालीन पिल्स का इस्तेमाल जितनी ही देरी से किया जाएगा, इनका असर उतना ही कम होगा। अतः इन आपातकालीन गोलियों का प्रयोग जल्द से जल्द किया जाना चाहिए।
• इन गोलियों के इस्तेमाल के साथ कई सारे अतिरिक्त प्रभाव जुड़े हुए हैं। उल्टियाँ होना इसका सबसे आम दुष्प्रभाव है। अगर इन गोलियों को लेने के दो घंटे के अंदर में ही आपको उल्टियाँ होने लगे तो आपको इसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए।
• इन गोलियों के अधिक इस्तेमाल से महिलाओं के मासिक श्राव का क्रम गड़बड़ा सकता है और कभी कभार मासिक श्राव के अंतराल में भी वृद्धि हो सकती है।
• इसके कुछ अच्छे प्रभाव भी हैं। ये शरीर में हॉर्मोन्स का संतुलन बनाए रखता है एवं मासिक श्राव के क्रम को भी संतुलित करता है। मुहाँसे रोकने में भी मदद करता है और मासिक श्राव की वजह से होने वाले दर्द से भी काफी हद तक निजात दिलाता है।
-शिवांगी महाराणा
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