हर साड़ी की अपनी एक खासियत होती है। तमिल नाडु की कांजीवरम साड़ियाँ रिच लूक में बेजोड़ हैं, बांधनी साड़ियों में राजस्थान और गुजरात की रंगबिरंगी संस्कृति झलकती है, तो वहीं केरल की कसावु साड़ियाँ सादगी भरी होती हैं। अगर बापू के ‘सादा जीवन, उच्च विचार’ के भाव को एक साड़ी में उतारा जाये, तो आपको केरल की यह खूबसूरत कसावु साड़ियाँ मिलेंगी।
कसावु साड़ी की एक विशेषता है इनका सुनहरा बार्डर। असल में कसावु साड़ी का नाम इसी सुनहरे बार्डर पर ही है।
नोट: फोटो में मॉडल ने जो ब्लाउज़ पहना हुआ है, आपको वैसा पीस नहीं मिलेगा। आपको साड़ी के साथ साड़ी के डिजाइन का एक मेचिंग ब्लाउज़ पीस दिया जाएगा।
लेकिन अगर आप ऐसा ही लूक चाहती हैं, तो आप इस तरह का कोई भी कढ़ाई के काम वाला या फूलों के काम वाला एक बहुरंगी ब्लाउज़ साड़ी के साथ पहन सकती हैं।
ऑफिस वियर के लिए यह साड़ी एक बेहतरीन चॉइस रहेगी। एकदम आई.ए.एस. अफसर लगेंगी आप इस साड़ी में।
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