हिंदू धर्म को मानने वाली महिलाओं के लिए सिंदूर का काफ़ी महत्व है क्योंकि यह उनके सुख, सौभाग्य और विवाहित होने का प्रतीक है। हिंदू महिलाएँ रोज़ाना सिंदूर लगाती हैं। पूजा-पाठ, तीज-त्योहार में शामिल होने पर तो विवाहित हिंदू महिलाओं के लिए सिंदूर लगाना अनिवार्य ही होता है। सिंदूर के इस्तेमाल से महिलाओं का सौंदर्य और आकर्षण भी बढ़ता है। सिंदूर लाल, नारंगी, और मरून रंगों में उपलब्ध होता है। यह ड्राई या लिक्विड फ़ॉर्म में मिलता है। लिक्विड सिंदूर का इस्तेमाल आसान होने के कारण आजकल की व्यस्त महिलाएँ इसे ज़्यादा पसंद कर रही हैं।
मार्केट में मिलनेवाले ज़्यादातर सिंदूर में हानिकारक केमिकल मौजूद होते हैं जिनके कारण आपके बाल झड़ सकते हैं, आपको संक्रमण हो सकता है और सिर दर्द की शिकायत भी हो सकती है। घर पर प्राकृतिक सामग्रियों से सिंदूर बनाकर हर तरह की समस्या से बचा जा सकता है। इसे बनाने के कई तरीक़े हैं।
पहला तरीका
घर पर लिक्विड सिंदूर बनाने कि लिए आपको नीचे बतायी गई सामग्रियों की ज़रूरत पड़ेगी।
- विटामिन ई कैप्सूल
- एलोवेरा जेल
- गुलाबजल
- ड्राई सिंदूर
- काँच की प्याली
विधि
काँच की प्याली में एक चम्मच ड्राई सिंदूर ले लें। इसमें थोड़ा एलोवेरा जेल मिलाएँ। इस मिश्रण में एक या दो विटामिन ई कैप्सूल भी मिला लें। अगर आप इसे पतला बनाना चाहती हैं तो इसमें थोड़ा गुलाबजल मिलाकर इसे पतला कर लें। गुलाबजल की जगह पानी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। अब इस मिश्रण को काँच की किसी ख़ाली शीशी या कंटेनर में भरकर रख दें। लीजिए आपका होममेड लिक्विड सिंदूर तैयार है जिसमें किसी भी तरह के नुक़सानदायक केमिकल मौज़ूद नहीं हैं। इसे आराम से डेली या किसी भी पार्टी, फ़ंक्शन के दौरान लगाने के लिए यूज़ करें।
दूसरा तरीका
सामग्री
- चूना –1/4 चम्मच
- हल्दी – एक चम्मच
- गुलाब की पंखुड़ी –15-20
- गुलाबजल – आवश्यकतानुसार
- काँच की प्याली
विधि
काँच की प्याली में सभी सामग्रियों को मिला लें और पेस्ट की तरह बना लें। ऐसा करने से लाल रंग लिक्विड सिंदूर रेडी हो जाएगा। सूखने के बाद इसका रंग संतरी भी हो सकता है। सूखने पर आवश्यकतानुसार गुलाबजल या पानी मिलाकर इसे पतला कर लें और काँच की बोतल या लिक्विड सिंदूर की ख़ाली बोतल में भरकर रख लें। जब भी ज़रूरत हो सिंदूर स्टिक के सहारे लगाएँ।
महत्वपूर्ण टिप्स
- लिक्विड सिंदूर बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए विटामिन ई कैप्सूल, एलोवेरा जेल, ड्राई सिंदूर और गुलाबजल की एक्स्पाइरी डेट ज़रूर चेक कर लें। अगर इनमें से किसी भी सामग्री की एक्सपायरी डेट नज़दीक हुई तो आपका लिक्विड सिंदूर जल्दी ही ख़राब हो सकता है या इसके इस्तेमाल से आपको ऐलर्जी भी हो सकती है। कोशिश करें सभी सामग्रियाँ नई हों जिनकी एक्सपायरी में काफ़ी समय बाक़ी हो।
- सिंदूर से किसी तरह के साइड इफ़ेक्ट्स ना हों, इसके लिए ड्राई सिंदूर के रूप में हमेशा हर्बल सिंदूर को चुनें। वैसे भी घर में लिक्विड सिंदूर बनाने का मुख्य उद्देश्य है बाज़ार में मिलने वाले लिक्विड सिंदूर में मौजूद केमिकल्स के दुष्प्रभावों से बचना।
- बार-बार इस्तेमाल के कारण कई बार लिक्विड सिंदूर जल्दी सूखने लगता है। ऐसे में इसमें गुलाबजल, नारियल तेल, एलोवेरा जेल या पानी मिलाकर इसे दोबारा इस्तेमाल के लायक़ बनाया जा सकता है।
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