तिल चेहरे की सुन्दरता तभी बढ़ाते हैं जब वो एक या दो की संख्या में होते हैं। कहते हैं ‘अति सर्वत्र वर्जयते ‘ अर्थात अति किसी भी चीज की बुरी होती है। यही तिल जब संख्या में बढ़ जाते हैं तब यह खूबसूरती बढ़ाते नहीं घटाते हैं। सबसे पहले जानते हैं कि तिल होते क्या हैं?
त्वचा पर जब पिगमेंटिड सैल्स एकत्रित हो जाती हैं तब यह तिल का रूप ले लेती हैं। मिलेनोसाइट्स का अधिक संख्या में एक जगह इकट्ठा हो जाना तिल है।
तिल होने के कारण
आनुवंशिक
तिलों का अत्यधिक होने का एक कारण आनुवंशिक भी है।यह पीढ़ी दर पीढ़ी एक जेनरेशन से दूसरी जेनरेशन में आते रहते हैं।
हारमोनल
हारमोनल इम्बैलेंस (हार्मोन्स का असंतुलन) के कारण भी तिल बनने लगते हैं।
ज्यादा देर धूप में रहने से भी मिलेनिन पिगमेंट की अधिकता के कारण तिल अधिक बनने लगते हैं।
मिलेनोसाइट्स सैल्स के सही से फंक्शन न करने के कारण भी तिल अधिक संख्या में बनने लगते हैं।
तिल हटाने के आसान घरेलू उपाय
1. सेब का सिरका
सेब के सिरके को रूई में भिगोकर तिल पर हल्के हाथ से रगड़ें। इस प्रक्रिया को रात को सोते समय करें। इसे ऐसे ही छोड़ दें और सुबह किसी ऑरगेनिक फेसवॉश से धो लें। कुछ ही दिन में तिल हल्के होने शुरू हो जायेंगे और फिर धीरे -धीरे खत्म हो जायेंगे।
2. लहसुन
लहसुन तिल हटाने के लिए बहुत ही कारगर उपाय है। लहसुन की कलियों को अलग-अलग कर लें फिर उन्हें छील कर उनका बारीक पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को तिल पर लगाकर दस से पन्द्रह मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद साफ़ पानी से वो जगह धो लें। लहसुन में यूवी रेज से बचाव के गुण होते हैं। इसीलिए धूप में ज्यादा देर रहने से होने वाले तिल को हटाने में यह काफी कारगर उपाय है।
3. फूलगोभी
फूलगोभी में एंटीऑक्सीडेंट की भरमार होती है। फूलगोभी का रस दाग धब्बे हटाने के काम भी आता है। फूलगोभी के रस को रूई के फाहे में भिगोकर तिल पर लगायें। इसे कुछ देर लगा रहने दें। फिर उसे धो लें। कुछ ही दिन में तिल का कलर लाइट होकर त्वचा में मिल जायेगा।
4. कच्चा आलू
कच्चे आलू का रस एक बहुत ही अच्छा ब्लीचिंग एजेंट है। ब्लीच का गुण ही दाग धब्बे हटाकर त्वचा को साफ करना होता है। आलू में एंटीऑक्सीडेंट भी बहुतायत में पाये जाते हैं। कच्चे आलू को कद्दूकस कर इसका रस निकाल लें। इस रस को पूरे चेहरे पर ही लगा लें। तिल हटाने के साथ यह झुर्रियाँ भी कम करता है। आलू क्लींजर का काम भी करता है। इसके नियमित प्रयोग से चेहरे का रंग भी साफ़ हो जाता है।
5. केले का छिलका
केले के छिलके में कई माइक्रोन्यूट्रियेंट्स पाये जाते हैं। केले के छिलके के अन्दर वाला नर्म हिस्सा तिल पर रखकर फिर उसे टेप से चिपका देना है। रात भर के लिए ऐसे ही छोड़ कर सुबह केले का छिलका हटाकर वो जगह धो लें। कुछ ही दिनों में तिल हल्के होकरखत्म होने शुरु हो जायेंगे।
6. अनन्नास का रस
अनन्नास के रस में एंजाइम और साइट्रिक एसिड पाया जाता है। साइट्रिक एसिड एक्सफोलियेशन का काम करता है जिससे पिगमेंटेशन दूर होता है। यह एंटी ब्राउनिंग एजेंट है।
अनन्नास के रस को कॉटन बड से तिल पर लगाकर कुछ देर के लिए सूती कपड़े या टेप से ढक कर कुछ देर के लिए छोड़ दें। फिर वो स्थान ठंडे साफ पानी से धो लें। कुछ ही दिन में तिल खत्म होकर चेहरा साफ़ हो जायेगा।
7. अरंडी का तेल एवं बेकिंग सोडा
अरंडी के तेल में एंटीऑक्सीडेंट पाये जाते हैं। यह बेकिंग सोडा के साथ मिलकर त्वचा को एक्सफोलिएट कर देते हैं। जिससे कोई भी निशान नहींं रहते।
अरंडी के तेल में थोड़ा सा बेकिंग सोडा मिलाकर तिल पर लगायें। रुई की मदद से इसे तिल वाले स्थान पर लगा लें। ध्यान रहे यह तिल पर ही लगे, आस पास की स्किन पर नहीं, नहीं आस पास की स्किन में जलन हो सकती है।कुछ समय बाद साफ़ पानी से तिल वाला स्थान धो लें। कुछ दिन में परिणाम मिलने लगेगा।
8. ऐलोवेरा
ऐलोवेरा में पॉलीसैक्राइड्स पाये जाते हैं। इसमें पाये जाने वाले एंजाइम और मिनरल्स त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।
धूप की अधिकता से होने वाले तिल ऐलोवेरा से जल्दी समाप्त हो जाते हैं।
9. ग्रीन टी
एन.सी.बी.आई (नेशनल सेन्टर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफॉरमेशन) के अनुसार ग्रीन टी में एन्टीमिलेनोजेनिक पिगमेंट पाया जाता है जो तिल को रोकने में बहुत ही कारगर है। ग्रीन टी से तिल बहुत जल्दी समाप्त हो जाते हैं। चार से पाँच ग्रीन टी की पत्तियाँ उबाल लें और इसे तिल पर लगाये। कुछ ही दिन में अपेक्षित परिणाम मिलेगा।
10. हल्दी
एन.सी.बी.आई की स्टडी के अनुसार हल्दी के अर्क में हाइपरपिगमेंटेशन में बहुत प्रभावी है।
शहद में पाया जाने वाला ग्लूकोनिक एसिड सैल्स को एक्सफोलिएट करता है। इसका फोटोप्रोटैक्टिव इफैक्ट त्वचा को पिगमेंटेशन से बचाता है।
हल्दी पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाकर तिल पर लगाकर पन्द्रह से बीस मिनट के लिए छोड़ दें। कुछ ही दिन में तिल खत्म हो जायेंगे।
11. नींबू का रस
नींबू के रस में साइट्रिक एसिड पाया जाता है। यह कालापन दूर कर त्वचा को साफ़ करता है। इसका एक्सफोलियेशन का गुण तिल को लाइट करता है।
12. पपीता
पपीता के टुकड़ों को पीसकर इसका पेस्ट बनाकर तिल पर लगाने से तिल का रंग हल्का हो जाता है।
13. ग्रेप फ्रूट (चकोतरा)
चकोतरा में विटामिन सी पाया जाता है। विटामिन सी हाइपरपिगमेंटेशन को कम करता है। जिससे यह तिल को हटाने में काफी कारगर उपाय है।
14. रोजहिप
रोजहिप के बीज का पावडर शहद के साथ मिलाकर तिल पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें।बाद में धो लें। रोजहिप नैचुरल एक्सफोलिएटर है जिससे यह पिगमेंटेशन को रोकता है। रोजहिप पाउडर आपको मार्केट में आसानी से मिल जाएगा।
15. हाइड्रोजन पर ऑक्साइड
यह ब्लीचिंग एजेंट है। यह कैमिस्ट की दुकान पर आसानी से मिल जाता है। इसे तिल पर लगाकर कुछ देर बाद वो स्थान साफ़ ठंडे पानी से धो लें। ध्यान रहे तिल के अलावा यह कहीं त्वचा पर टच न हो। नहीं त्वचा पर जलन होने लगेगी। कुछ ही दिन में तिल हल्के होकर खत्म हो जायेंगे। हाइड्रोजन पर ऑक्साइड का इस्तेमाल बहुत ही सावधानी से करें।
16. आयोडीन
आयोडीन को तिल वाले स्थान पर लगाकर पाँच मिनट के लिए छोड़ दीजिए। इसके बाद चेहरे को धो लीजिए। अपेक्षित परिणाम कुछ दिनों में मिलने लगेंगे।
17. प्याज
प्याज के रस में एक्सफोलियेशन का गुण पाया जाता है। प्याज के रस को रूई में भिगोकर तिल पर लगायें। कुछ देर में चेहरा धो दें। जल्दी ही तिल खत्म हो जाएंगे और चेहरा साफ होने लगेगा।
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