कलर करेक्टर का परफेक्ट मेकअप में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है। यदि इनका सही से इस्तेमाल किया जाए तो आप अपने चेहरे को अत्यधिक सुंदर बना सकतीं हैं। यह एक बेहतरीन मेकअप टूल है जिसका इस्तेमाल करना हर महिला को आना चाहिए। बहुत सी महिलाओं और लड़कियों को कलर करेक्टर के बारे में ठीक से पता नहीं होता है।
इसलिए आज हम आपको विभिन्न प्रकार के कलर करेक्टर और उनके उपयोग करने के तरीकों के बारे में जानकारी देंगे। जिससे आप अपनी आवश्यकता अनुसार इन्हें इस्तेमाल कर अपने मेकअप को और अधिक सुंदर बना सकती हैं।
कलर करेक्टर क्या होते हैं?
कलर करेक्टर कोत्वचा को एक समान बना कर सुधारने का काम करते हैं। त्वचा के ऊपर केवल काले रंग के ही नहीं बल्कि बैंगनी, नीले, ब्राउन, लाल रंग के निशान भी होते हैं। यह निशान ऐसे होते हैं कि फाउंडेशन से इन्हें छिपाया नहीं जा सकता। इसलिए इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए और अलग-अलग रंगों को हाइड करने के लिए कलर करेक्टर का इस्तेमाल किया जाता है।
विभिन्न रंग के कलर करेक्टर और उनके उपयोग
यहां हम आपको विभिन्न रंग के कलर करेक्टर और उनके उपयोग के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो कि निम्नलिखित इस प्रकार से है –
ऑरेंज कलर कलेक्टर
ऑरेंज कलर करेक्टर का उपयोग आंखों के नीचे के हिस्से की डार्क त्वचा को सुधारने के लिए किया जाता है। आंखों के नीचे पड़ने वाले इन घेरों का रंग पर्पल या फिर ब्लू कलर का होता है जिसे ऑरेंज कंसीलर से छिपाया जाता है।
ग्रीन कलर करेक्टर
ग्रीन कलर करेक्टर का काम त्वचा की रेडनेस को कवर करने का होता है। इसके अलावा बर्थमार्क, मुंहासे, सनबर्न इत्यादि के निशानों को छिपाने के लिए भी ग्रीन कलर करेक्टर का इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ-साथ अगर आपके चेहरे पर ब्रेकआउट की समस्या है तो तब भी यह काफी उपयोगी होता है।
पीला कलर करेक्टर
पीला कलर करेक्टर त्वचा के असमान रंग को छिपाने का काम करता है। यदि किसी महिला के चेहरे पर डार्क स्पॉट्स हैं और उसकी वजह से त्वचा पर डिस्कलरेशन की परेशानी है तो तब पीला कलर करेक्टर उपयोग करना बेहतर रहता है। इसके अलावा पीला रंग त्वचा के नीले और बैंगनी कलर को भी बेअसर करता है।
पीच कलर करेक्टर
जिनकी त्वचा पर सूरज की वजह से काले धब्बे बन गए हैं और उनमें छोटे-छोटे नीले रंग के निशान भी बन गए हैं, तो उन्हें पीच करेक्टर का इस्तेमाल करके छिपाया जा सकता है। इसके साथ ही साथ अगर किसी की त्वचा पर हाइपरपिगमेंटेशन की समस्या है तो यह उसे भी छिपाने का काम करता है।
पर्पल और ब्लू कलर करेक्टर
पीली अंडरटोन को न्यूट्रलाइज करने के साथ-साथ पर्पल या ब्लू कलर करेक्टर सांवली त्वचा को ब्राइट बनाने का काम भी करता है। कई बार त्वचा बहुत ज्यादा सुस्त-सुस्त दिखाई देती है और ऐसे में इस पर जब मेकअप किया जाता है तो वह भी बहुत डल लगता है। ऐसे में पर्पल कलर करेक्टर का इस्तेमाल करना बेहतर रहता है।
रेड कलर करेक्टर
लाल रंग का कलर करेक्टर भी डार्क सर्कल के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कुछ महिलाओं के चेहरे पर पिगमेंटेशन की समस्या बहुत ज्यादा होती है और डार्क सर्कल भी काफी गहरे होते हैं। ऐसे में यह रेड कलर करेक्टर काफी लाभदायक है। लेकिन इसके साथ ही आपको कोई ऐसा फाउंडेशन इस्तेमाल करना होगा जो फुल कवरेज देता हो।
कलर करेक्टर इस्तेमाल करने का तरीका
त्वचा के ऊपर कलर करेक्टर का इस्तेमाल करना बहुत ही आसान है जो कि इस प्रकार से है –
- सबसे पहले अपने चेहरे को अच्छी तरह से धो लें और उस पर मॉइश्चराइजर लगाएं।
- अब प्राइमर लगा लें।
- उसके बाद आपको अपने चेहरे की समस्याओं को छिपाने के लिए और जरूरत के अनुसार कलर करेक्टर इस्तेमाल करें।
- कलर करेक्टर को कभी भी अपनी त्वचा पर लगाकर आपको रगड़ना नहीं है बल्कि थपथपाते हुए लगाना है।
- अब आप इसके ऊपर फाउंडेशन लगा सकती हैं। आपका फाउंडेशन फुल कवरेज वाला हो तो बेस्ट रहेगा।
- कलर करेक्टर का उपयोग पूरे चेहरे पर नहीं बल्कि सिर्फ उस जगह करना होता है जहां आपकी त्वचा आसमान हो या फिर जहां पर कोई दाग या धब्बा हो।
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