साड़ी एक पारंपरिक पहनावा है, लेकिन समय के संग ही आपको इसके डिज़ाइन में कुछ आधुनिक परिवर्तन देखने को मिलते हैं। और उन्हीं में से एक है रफल साड़ी, जिसे आम भाषा में झालर वाली साड़ी भी कहा जाता है। इस तरह की साड़ियों का चलन आज कल कुछ अधिक हो गया है। युवतियों से लेकर तो महिलाओं तक सभी इस झालर वाली साड़ी के दीवाने है। और जब यह साड़ी इतनी डिमांड में हैं तब हमेने सोचा कि क्यों न आपको इस साड़ी को ड्रेप करने के अलग-अलग तरीकों के बारे में जानकारी दी जाए।
तो चलिए फिर आज देख लेते हैं कि कैसे आप अपनी रफल साड़ी को अलग-अलग तरीकों से पहन सकती हैं।
रफल साड़ी को पहनने के इस वीडियो में तीन तरीके दिखाए गए हैं। इन तीनों में से जो तरीका आपको अपने लिए आरामदायक लगे आप उसे अपना सकती हैं।
आम साड़ियों में ओपन पल्लू रखते वक़्त आपको साड़ी की प्लीट्स बनाने की जरूरत नहीं होती है। लेकिन रफल साड़ी को अगर आप ओपन पल्लू स्टाइल में पहन रही हैं तो आपको इसे एक प्लीट देने की जरूरत होगी। अगर ऐसा न किया जाए तो झालर वाली साड़ी आपके हाथ से नीचे जाती है और इसके कारण साड़ी का लूक अच्छा नहीं आता है।
तो सबसे पहले आप नॉर्मल तरीके से साड़ी को पहन लें और साड़ी की मुख्य प्लीट्स को बना लें। इसके बाद इसके पल्लू को कंधे पर रखे और पिन की मदद से उसे सुरक्षित कर लें। अब लगभग साड़ी के मध्य से जो हिस्सा आपके हाथ पर आ रहे है साड़ी को ऊपर उठाते हुए थोड़ा मोड कर कंधे पर रख दें। यहाँ आपको प्लीट्स नहीं बनानी है बस एक बार साड़ी को फ़ोल्ड देना है। ये फ़ोल्ड इस हिसाब से होगा कि आपकी साड़ी का झालर वाला हिस्सा सीधे आपके हाथ पर हो। बस अब एक और पिन लगा दें।
इस लूक को आप अपनी नॉर्मल रफल साड़ी के संग और प्री ड्रेप साड़ी के संग भी आजमा सकती हैं। जो साड़ियाँ प्री ड्रेप होती है उनमें स्टाइल को लेकर प्रयोग करने के लिए ज्यादा गुंजाइश नहीं होती है। इसलिए ये स्टाइल आपको ऐसी साड़ी पहनने में काफी मदद करेगा।
सबसे पहले साड़ी को आम तरीके से लपेट कर उसकी मुख्य प्लीट्स बना लें। और पल्लू को आप गुजराती स्टाइल मतलब फ्रंट पल्लू में पहन लें। साड़ी को पीछे से लेकर आगे लाएँ और एकदम छोटी-छोटी प्लीट्स बनाएँ। पिन की मदद से पल्लू को सुरक्षित कर लें। इसके बाद एक स्टाइलिश बेल्ट से अपनी कमर को और खूबसूरत बना लें।
ये साड़ी पहनने का पारंपरिक तरीका है लेकिन रफल साड़ी पहनते वक़्त इसे थोड़ा सा ट्विस्ट दिया जा सकता है। सबसे पहले तो आप अपनी साड़ी को पेटीकोट के भीतर बांध लें, उसके बाद एक राउंड लपेट कर अपनी साड़ी के मुख्य प्लीट्स बनाएँ। ध्यान रहें ये प्लीट्स एक जैसे होने चाहिए। इसके बाद अपने पल्लू की प्लीट्स को बनाएँ, झालर की चौड़ाई के अनुसार ही पल्लू के प्लीट्स की चौड़ाई को तय करें।
आपको यह ध्यान रखना है कि आपकी रफल की चौड़ाई इतनी हो कि वह कंधे पर आसानी से देखि जा सकें। इसके बाद पल्लू को पिन की मदद से कंधे पर सुरक्षित कर लें। अब पल्लू का जो दूसरा हिस्सा से उसे पीछे से घूमा कर अपने दूसरे हाथ पर ले आएँ। बॉर्डर वाले हिस्से को हाथ में लें और एक पिन की मदद से उसे अपने हाथ में लगा लें।
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