आज समाज में एक नयी तरह की बीमारी देखी जाती है जिसे जीवनशैली बीमारी (Lifestyle Disease) कहा जाता है। यह बीमारियाँ बिगड़ी हुई जीवनशैली को अपनाए जाने के कारण हो जाती हैं। इन बीमारियों की सूची में एक प्रमुख बीमारी है मधुमेह या डाईबीटीज़ जो शरीर में अन्य बीमारियों के होने का भी कारण बन जाती हैं। आइये इस लेख में जानते हैं कि मधुमेह – क्या और क्यों होती है।
मधुमेह एक बीमारी है जो तब होती है जब आपका ब्लड शुगर (ब्लड ग्लूकोस) अत्यधिक हो जाता है।
जब शरीर में इंसुलिन की कमी हो जाती है या फिर इंसुलिन ठीक प्रकार से काम नहीं कर पाता है तब शरीर में शुगर या ग्लुकोज़ की मात्रा या तो बढ़ जाती है या फिर इसके बनने की प्रक्रिया बुरी तरह से प्रभावित होती है।
दरअसल इंसुलिन एक प्रकार का हार्मोन है जो हमारी पाचक ग्रंथि या पेंक्रिया द्वारा बनाया जाता है। इसका काम शरीर में कार्बोहाइड्रेट और वसा (Fat) को पेंक्रिया के माध्यम से एनर्जी में बदल देना है। यही एनर्जी शरीर की कोशिकाओं (cells) में जाकर ग्लूकोज़ में बदल जाती है। लेकिन जब पेंक्रिया में इंसुलिन के बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है तब ग्लूकोज कोशिकाओं में एनर्जी के रूप में प्रवेश नहीं कर सकता और रक्त वाहिकाओं (blood vessels) में इकठ्ठा होकर बढ़ जाता है। ग्लूकोज के इस तरह से बढ़ने को ही मधुमेह या डाइबिटीज़ की बीमारी के रूप में जाना जाता है।
मधुमेह की बीमारी का मुख्य कारण वैसे तो शरीर में इंसुलिन का न बनना या फिर उसका ठीक से काम न करना होता है। लेकिन इस स्थिति के पीछे जो कारण हैं वो इस प्रकार हैं :
आज का समाज उँगलियों के रास्ते रिमोट पर चलने वाला बन गया है जहां केवल एक बटन दबाने से लगभग हर काम हो गया है। इसके कारण हर व्यक्ति व्यायाम के महत्व को भूलने लगा है। बिना शरीर को गति दिये काम करने के कारण शरीर में फालतू वसा इकट्ठी होने लगी है। बढ़ी हुई वसा को एनर्जी में बदलने के लिए पर्याप्त इंसुलिन न होने के कारण रक्त में ग्लुकोज़ का स्तर बढ़ जाता है।
वर्तमान समय में हर काम को उत्सव के रूप में मनाने के लिए हम सब बर्गर पार्टी करना एक शौक बन गया है। इस कारण बर्गर, पित्ज़ा, नूडल्स, चॉकलेट और कोक जैसे जंक फूड जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं। जंक फूड नाम के भोजन को पचाने के लिए अनिवार्य व्यायाम न करने के कारण हमारे शरीर में फालतू फैट और उसके कारण ग्लुकोज़ का लेवल बढ़ जाता है।
गतिहीन जीवनशैली, बदलता हुआ खान-पान और सुविधाजनक वातावरण जिंदगी को आराम देने के साथ ही शरीर में फालतू चर्बी (fat) को बढ़ाने का मुख्य कारण है। यही बढ़ा हुआ वजन अनेक बीमारियों को जन्म देता है जिनमें मधुमेह एक मुख्य बीमारी है।
बढ़ता तनाव व्यक्ति को सुस्त और गतिहीन बना देता है। इस कारण कुछ व्यक्ति खान-पान में भी रुचि नहीं दिखाते हैं या फिर ज़रूरत से अधिक खाते हैं। दोनों ही स्थिति भोजन अनियमितता बन जाती हैं जिसका सीधा प्रभाव बढ़ते हुए शारीरिक वजन के रूप में दिखाई देता है। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि कारण चाहे कोई भी हो, मधुमेह का मुख्य और एकमात्र कारण शरीर में इंसुलिन नाम के हार्मोन का शरीर में ठीक से न बनना या ठीक प्रकार से काम नहीं करना है।
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