Personal Care

आंखों के नीचे काले घेरे हटाने के आयुर्वेदसम्मत घरेलू उपाय

आंखों के नीचे काले घेरों की मौजूदगी गलत जीवनशैली और खराब स्वास्थ्य का संकेत देते हैं। इन की वजह से आपका चेहरा थका थका, बेरंग और ज़र्द लगता है। यदि आपका आहार पोषण युक्त है और दिनचर्या स्वस्थ एवं नियमित है और फिर भी आप आंखों के नीचे काले घेरों की शिकायत से ग्रस्त हैं, तो यह किसी गंभीर बीमारी का द्योतक हो सकता है।

बढ़ती उम्र के साथ पुरुषों एवं महिलाओं में यह एक आम समस्या है, परंतु जब कम उम्र में यह शिकायत होने लगे तो यह चिंता का विषय हो सकता है।

यह परेशानी हमारी त्वचा से संबद्ध वह समस्या है जो आंखों के इर्द-गिर्द की नाजुक और पतली त्वचा पर रक्त वाहिकाओं के झलकने से पैदा होती है।

काले घेरे आवश्यक रूप से परमानेंट नहीं होते हैं। चेहरे पर डार्क सर्किल होने के कारणों का पता लगाकर उनका प्रभावी उपचार किया जा सकता है।

काले घेरों का कारण

1. बढ़ती उम्र:

बढ़ती उम्र के साथ आंखों के नीचे काले घेरों का दिखना आम है। उम्र के बढ़ने के साथ त्वचा पतली होती जाती है और फैट और कोलेजन घटने लगते हैं। इस कारण त्वचा के नीचे गहरी रक्त वाहिकाएं झलकने लगती हैं और आंखों के नीचे कालिमा दिखने लगती है ।

2. धूप का दुष्प्रभाव:

धूप के अत्यधिक एक्स्पोज़र से आंखों के इर्द-गिर्द की त्वचा पिगमेंटेशन के कारण गहरे रंग की हो जाती है।

3. आंखों की थकान:

टीवी या कंप्यूटर पर निरंतर आंखें गड़ाए रखने से आपकी आंखें थक जाती हैं। इस प्रकार आंखों के इर्द-गिर्द की रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं और इसके परिणाम स्वरूप आपकी आंखों के चारों ओर की स्किन का रंग डार्क हो जाता है।

4. एलर्जी:

विभिन्न कारणों से एलर्जी और आंखों की ड्राइनेस आंखों के नीचे काले घेरों को जन्म दे सकती है।
एलर्जी से आंखों के इर्द-गिर्द त्वचा पर खुजलाहट होती है। वहां निरंतर खुजाने से आंखों के नीचे डार्क सर्किल हो जाते हैं।

5. विभिन्न दवाइयों का सेवन:

 रक्त वाहिकाओं को फैलाने वाली दवाइयों  के सेवन से आंखों के नीचे काले घेरे  हो जाते हैं। 

6. शरीर में रक्त की कमी:

भोजन में लोहे की कमी से एनीमिया हो जाता है। शरीर में लोहे की कमी से आंखों के नीचे रक्त वाहिकाएं अधिक स्पष्टता से दिखने लगती हैं।

7. पेरीऑर्बिटल हायपरपिगमेंटेशन:

इस  अवस्था में आंखों के नीचे मेलानिन  बनता है जिससे  वहां कालिमा दिखने लगती  है । 

8. तनाव एवं थकान:

तनाव एवं थकान त्वचा की स्वस्थ रौनक चुरा लेते हैं जिसकी वजह से आंखों के चारों ओर की स्किन  गहरे रंग की हो जाती है।

9. सिगरेट, शराब एवं कैफीन का अधिक सेवन:

सिगरेट, शराब और कैफीन का अधिक सेवन आंखों के इर्द-गिर्द की नाजुक त्वचा को क्षति पहुंचाता है, जिससे आंखों के नीचे की त्वचा काली दिखती है।

10. डिहाईड्रेशन:

शरीर में जल की कमी से भी आंखों के नीचे की त्वचा में मौजूद रक्त वाहिकाएं अधिक स्पष्टता से दिखने लगती हैं और वहां काले घेरों का आभास देती हैं।

11. अनुवांशिक बनावट:

अनुवांशिक कारणों से कुछ महिलाओं एवं पुरुषों में मेलानिन का उत्पादन अधिक होता है या कोलेजन की कमी होती है। यदि परिवार के अन्य रक्त संबंधियों को डार्क सर्किल की शिकायत है तो यह समस्या आपको भी हो सकती है।

12. हड्डियों की बनावट:

स्कल बोन की बनावट की वजह से आंखों के नीचे काले घेरे दिखते हैं।

13. अपर्याप्त पोषण:

डाइट में आवश्यक पोषण के अभाव से आंखों के नीचे कालिमा जमने लगती है।


चिरायु केयर सेंटर की आयुर्वेदिक कंसलटेंट डॉ शालिनी बंसल बोरा, BAMS, MD के अनुसार आप इस समस्या का आयुर्वेद सम्मत उपचार निम्न घरेलू सामग्री से प्रभावी ढंग से कर सकती हैं।

1. गुलाब जल:

गुलाब जल त्वचा के लिए बहुमुखी फायदों वाला ब्यूटी प्रोडक्ट है जो न केवल त्वचा को तरोताजा कर उसे नया जीवन प्रदान करता है, वरन आंखों के नीचे काले घेरे हटाने में भी मदद करता है।

ट्रीटमेंट:

रुई के फाहे को गुलाब जल में भिगोकर काले घेरों पर 15 मिनट के लिए रखें।. फिर ठंडे पानी से चेहरा धो लें।

कितनी बार?

इस प्रक्रिया को आप रोजाना कर सकती हैं।

2. पुदीना के पत्ते:

पुदीना के पत्तों में त्वचा को ताजगी देने और उसे नवजीवन देने की खासियत होती है। यह आपकी आंखों को रिलैक्स करते हैं और आंखों के नीचे काले घेरे हटाने में मदद करते हैं ।

ट्रीटमेंट:

पुदीना के कुछ पत्तों को कुचलकर या पीसकर उसका पेस्ट बना लें। पेस्ट को काले घेरों पर 10 मिनट के लिए लगाएं और फिर ठंडे पानी से चेहरा धो लें ।

कितनी बार?

इस ट्रीटमेंट के बेहतरीन रिजल्ट पाने के लिए रोजाना 1 सप्ताह तक यह प्रक्रिया दोहराएं।

3. टमाटर और नींबू का रस:

टमाटर में मौजूद लाइकोपीन त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

ट्रीटमेंट:

3 बड़े चम्मच टमाटर के रस में 3 बड़े चम्मच नींबू का रस मिला एक मिश्रण तैयार कर लें। अब रुई के 2 फ़ाहों को इस मिश्रण में डुबोकर अपनी दोनों आंखों के नीचे काले घेरों पर 10 मिनट के लिए रखें। फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।

4. ठंडे ब्लैक अथवा ग्रीन टी बैग:

ब्लैक अथवा ग्रीन टी बैग मैं मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और कैफ़ीन आंखों के नीचे की त्वचा को ठंडक पहुंचा वहां रक्त प्रवाह को बेहतर करते हैं, रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ते हैं और त्वचा के नीचे तरल के जमाव में कमी लाते हैं।

ट्रीटमेंट:

ब्लैक अथवा ग्रीन टी बैग को 5 मिनट के लिए गर्म पानी में भिगोकर कुछ समय के लिए फ्रिज में रख दें । ठंडे होने पर उन्हें अपनी बंद आंखों पर 10 से 20 मिनट के लिए रखें। फिर आंखों को ठंडे पानी से धो लें।

कितनी बार?

यह ट्रीटमेंट आप रोज़ाना कर सकती हैं।  

5. बादाम का तेल (आलमंड ऑयल):

विटामिन ई युक्त बादाम के तेल का ट्रीटमेंट आंखों के नीचे की त्वचा पर आपको आश्चर्यजनक फायदे देगा। 

ट्रीटमेंट:

थोड़ा सा बादाम का तेल अपने काले घेरों पर लगाकर बेहद हल्के हाथों से मालिश करें और सो जाएं। अगली सुबह सामान्य पानी से चेहरा धो लें।

कितनी बार?

इस ट्रीटमेंट को आप रोजाना करें। 

6. आलू का रस:

आलू में मौजूद विटामिन C त्वचा की खोई रौनक लौटाने और आंखों के नीचे काले घेरों को हटाने का बेहद कारगर नुस्खा है ।

ट्रीटमेंट:

एक आलू काट कर  उसका रस निकाल लें।  अब रुई के फाहे को इस में डुबोकर उसे दोनों आंखों के नीचे के काले घेरों पर 10 मिनट तक रख दें।  फिर गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।

कितनी बार?

इस ट्रीटमेंट को आप रोजाना कर सकती है।

7. खीरा:

खीरा आंखों के नीचे सूजे  हुए आई बैग एवं डार्क सर्कल्स का बेहतरीन इलाज है।

ट्रीटमेंट:

एक खीरे को लेकर उसके पतले पतले स्लाइस काटकर उन्हें आधे घंटे के लिए फ्रिज में रख दें। फिर एक-एक स्लाइस अपनी दोनों आंखों के नीचे डार्क सर्किल पर 10 मिनट के लिए रख कर अपना चेहरा गुनगुने पानी से धो लें।

कितनी बार?

अच्छे परिणाम पाने के लिए इस प्रक्रिया को नियमित रूप से दिन में दो बार सुबह और शाम दोहराएं। 

8. एलोवेरा जेल:

एलोवेरा जेल आंखों के नीचे पिगमेंटेशन और काले घेरों की समस्या को ठीक करता है। यदि एलोवेरा जेल आपकी स्किन टाइप के अनुकूल हो तो इसे आंखों के नीचे काले घेरों के लिए अवश्य ट्राई करें।

ट्रीटमेंट:

फ़्रेश  एलोवेरा जेल को रात को काले घेरों पर लगाएं और बहुत हल्के हाथों से मालिश करें। 10 से 12 मिनट इसे लगा रहने दें। फिर एक नम मुलायम कपड़े से पोंछ कर साफ कर दें।

कितनी बार:

इस प्रक्रिया को आप नियमित रूप से सुबह-शाम रोज दोहरा सकती है।

9. ठंडा दूध:

दूध में लैक्टिक एसिड होता है जो काले घेरों को कम करने में मदद करता है।

ट्रीटमेंट:

रुई के फाहे को ठंडे दूध में डुबोकर आंखों के नीचे काले घेरों पर 15 मिनट के लिए रखें।

कितनी बार:

प्रभावी परिणामों के लिए इस प्रक्रिया को दिन भर में दो या तीन बार दोहरायेँ।

10. हल्दी पाउडर और बादाम का तेल:

हल्दी पाउडर और बादाम के तेल का मिश्रण आंखों के नीचे काले घेरों को कम करने में बहुत सहायता करता है।

ट्रीटमेंट:

एक कटोरी में थोड़ा-सा बादाम का तेल लें और उसमें थोड़ी सी हल्दी पाउडर मिलाकर एक मिश्रण बना लें। अब आंखों के नीचे बेहद हल्के दबाव के साथ अपनी रिंग फ़िंगर से मालिश करें। 20 मिनट बाद इसे धो लें।

कितनी बार?

अच्छे परिणाम के लिए इस ट्रीटमेंट को आप सप्ताह में तीन दिन कर सकती हैं ।

11. नारियल का तेल:

नारियल का तेल काले घेरे हटाने का बेहतरीन इलाज है ।

ट्रीटमेंट:

अपनी हथेली में कोकोनट ऑयल की कुछ बूंदें लें और अपनी रिंग फिंगर की पोर से अपनी आंखों के नीचे लगा ले। इसे रात भर छोड़ दें। सुबह चेहरा धो लें।

कितनी बार?

यह ट्रीटमेंट रोजाना सोने से पहले कर सकती हैं।

12. ऑर्गैनिक शहद:

शहद पोषक तत्वों से भरपूर एंटीऑक्सीडेंट्स का खजाना है जो आंखों के नीचे काले घेरे हटाने में बहुत कारगर होता है।

ट्रीटमेंट:

आंखों के नीचे ऑर्गेनिक शहद की एक पतली परत लगा लें। 15 से 20 मिनट तक इसे लगाए रखें। फिर चेहरा धो लें।

कितनी बार?

इस प्रक्रिया को आप रोजाना एक या दो बार दोहरा सकती हैं।

13. केसर:

चेहरे पर  एजिंग से आने वाले काले घेरों के लिए केसर एक प्रभावी उपाय है।

ट्रीटमेंट:

1 बड़े चम्मच कच्चे दूध में केसर के कुछ रेशे आधे घंटे के लिए भिगो दें। फिर हल्के दबाव से अपनी रिंग फिंगर से इस मिश्रण को काले घेरों पर रात को लगाएं। इसे रात भर लगा रहने दें और सुबह ठंडे पानी से चेहरा धो लें ।

कितनी बार:

बेहतरीन परिणाम के लिए आप इस प्रक्रिया को रोजाना दोहरा सकती हैं।

14. आंवला पाउडर:

यह एक बेहतरीन प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है, जो त्वचा को नया जीवन देता है। इसमें मौजूद विटामिन C पर्यावर्णीय कारणों से आंखों के नीचे आए काले घेरों में कमी लाता है।

ट्रीटमेंट:

एक छोटे चम्मच आंवला पाउडर में थोड़ा सा शहद मिलाकर एक पेस्ट  बना लें। इसे अपने काले घेरों पर 10 से 15 मिनट तक लगाएं और फिर ठंडे पानी से चेहरा धो लें।

कितनी बार?

इस ट्रीटमेंट को आप सप्ताह में तीन बार कर सकती हैं।

15. संतरे के सूखे छिलकों का पाउडर:

संतरे के छिलकों में विटामिन C, फास्फोरस एवं मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होते हैं जो डार्क सर्कल्स को हल्का करने में मदद करते हैं।

ट्रीटमेंट:

एक छोटे चम्मच संतरे के सूखे छिलकों के पाउडर में गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे अपने काले घेरों पर लगा कर बहुत हल्के हाथों से मालिश करें। 10 मिनट बाद चेहरा धो लें।

कितनी बार?

इस प्रक्रिया को आप सप्ताह में दो बार दोहरा सकती हैं

16. अरंडी का तेल (कैस्टर ऑयल):

कैस्टर ऑयल त्वचा के नए सेल बनाते हुए उसे नया जीवन देता है और आंखों के नीचे की त्वचा का रंग हल्का करता है।

ट्रीटमेंट:

इस तेल की कुछ बूंदें एक रुई के फाहे पर लेकर उसे रात को काले घेरों पर लगाएं। इसे रात भर लगा रहने दें और सुबह चेहरा सामान्य पानी से धो लें।

कितनी बार?

इसे आप नियमित रूप से रोजाना लगा सकती हैं।

17. मसूर दाल पाउडर:

मसूर दाल के पाउडर का ट्रीटमेंट काले घेरों के लिए एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार है।

ट्रीटमेंट:

एक चम्मच मसूर दाल के पाउडर में थोड़ा सा दूध मिलाकर एक तरल पेस्ट बना लें। इसे 20 मिनट के लिए काले घेरों पर लगा रहने दें और फिर सादे पानी से चेहरा धो लें।

डॉ शालिनी बंसल बोरा इस समस्या के समाधान के लिए अपने जीवन शैली में निम्न बदलाव लाने का परामर्श भी देती है।

1. पर्याप्त नींद लें:

नींद में कमी आंखों के नीचे काले घेरों और आई बैग बनने के मुख्य कारणों में से एक है। अतः नियमित रूप से 8 घंटों की नींद लेने से आपको अपनी आंखों के नीचे काले घेरे हटाने में सहायता मिलेगी।

सोते वक्त अपने सर के नीचे एक अतिरिक्त तकिया लगाएं जिससे आंखों की सूजन और पफ़ीनेस में कमी आएगी।

2. योगा एवं मेडिटेशन:

तनाव आपके मानसिक स्वास्थ्य एवं त्वचा पर बेहद खराब असर डालता है। तनाव से मुक्ति पाने के लिए शवासन, कपालभाति, अनुलोम विलोम और मेडीटेशन करें।

3. बर्फ अथवा ठंडे पानी का सेक:

यह सेक आंखों के नीचे की सूजन और फैली हुई रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ता है। इस प्रक्रिया द्वारा आंखों के नीचे के काले घेरे कम होते हैं ।

ट्रीटमेंट:

बर्फ को एक मुलायम सूती कपड़े में लपेट कर उसे 20 मिनट तक आंखों पर रखें। बर्फ की जगह आप बहुत ठंडे पानी में भीगे कपड़े को भी अपनी आंखों पर 20 मिनट के लिए रख सकती हैं। बर्फ के पिघलने या ठंडे कपड़े के सामान्य तापमान पर आने पर इस विधि को दोहराएं।

कितनी बार:

यह प्रक्रिया आप रोजाना एक बार दोहरा सकती हैं।

Renu Gupta

Recent Posts

चेहरे पर होने वाले छोटे-छोटे पिंपल्स को ठीक करने के घरेलू उपाय

खूबसूरत और चमकता चेहरा पाने की ख्वाहिश तो हर किसी की होती है लेकिन चेहरे…

2 वर्ष ago

मेथी से बनी हुई नाइट एंटी-एजिंग क्रीम – क्रीम एक, फायदे अनेक

मेथी एक ऐसी चीज़ है जो दिखने में छोटी होती है पर इसके हज़ारों फायदे…

2 वर्ष ago

कुणाल कपूर के अंदाज में बनी लजीज रेसिपी नवरत्न पुलाव रेसिपी

यूं तो नवरत्न अकबर के दरबार में मौजूद उन लोगों का समूह था, जो अकबर…

2 वर्ष ago

सर्दियों के लिए ख़ास चुने हुए डार्क कलर सूट के लेटेस्ट डिज़ाइन

वैसे तो गहरे और चटकदार रंग के कपडे किसी भी मौसम में बढ़िया ही लगते…

2 वर्ष ago

सर्दियों में डैंड्रफ की समस्या से बचने के असरदार टिप्स

डैंड्रफ एक ऐसी समस्या है जो आपके बालों को तो कमज़ोर बनाती ही है, साथ…

2 वर्ष ago

इंस्टेंट ग्लो के लिए टॉप 3 होममेड चावल फेस पैक

हमारी त्वचा बहुत ही नाजुक होती है। यदि इसकी सही तरह से देखभाल नहीं की…

2 वर्ष ago