काले लम्बे घने स्वस्थ बाल हर महिला का स्वप्न होता है। बालों को स्वस्थ रखने के लिए बालों को पोषण देना अति अनिवार्य है। खाने में पोषक तत्वों के अलावा सही तरीके और उचित मात्रा में लगाया गया तेल बालों के लिए अति महत्वपूर्ण होता है।
तेल मालिश से बालों में तेजी से रक्त संचार होता है। यह स्कैल्प और बालों दोनों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। गुनगुने तेल से की गई मालिश बालों को असमय सफेद होने से बचाती है। इसके अतिरिक्त गुनगुना तेल बालों में नमी को रोक बालों को फ्रिजी होने से बचाता है। बालों में तेल लगाने के लिए बालों का पार्टीशन करना अति आवश्यक है।आज के आपाधापी के इस युग में समय की कमी सभी के पास है। हमसे दो पीढ़ी अग्रणी अर्थात दादी नानी के जमाने में बालों में तेल लगाने का तरीका थकान में बहुत आराम देता था। दादी,नानी की प्यार भरी मनुहार और गुनगुने तेल की चम्पी जादू का काम करती थी। दादी-नानी की सीख को आत्मसात करते हुए बालों की एक छोटी लट लेकर माँग-माँग कर (बालों का एक बहुत छोटा हिस्सा हाथ में लेकर ) तेल लगाने से तेल पूरे स्कैल्प पर फैल जाता है। इस विधि से लगाया गया तेल बालों को उचित पोषण देता है।
सर्वप्रथम तेल को गुनगुना करें। अब तेल में अपने सीधे हाथ की उँगलियों को डुबोयें। बालों का छोटा-छोटा पार्टीशन कर तेल लगायें।
तेल को अपनी हथेली से जोर जोर से रगड़ने की गलती न करें। इससे बाल कमजोर होकर झड़ने शुरु हो जायेंगे।
तेल को उंगलियों की पोरों से किये गये पार्टीशन में धीरे-धीरे मालिश करें। कभी भी अधिक मात्रा में तेल न लगायें। इससे धूल बालों में चिपक कर उन्हें नुकसान पहुंचाती है।
बालों को धोने से आधा घंटा पहले तेल लगाना सबसे अच्छा होता है। इससे बाल अच्छी तरह मॉश्चराइज हो जाते हैं। बालों में अधिकतम २४ घंटे तक तेल लगाकर रखा जाना ही फायदेमंद होता है।
बालों में धोने से पहले तेल लगाने से एक फायदा यह भी होता है कि बालों पर बहुत अधिक पानी नहीं गिरता। तेल की परत बालों पर एक रक्षात्मक आवरण बना लेती है जो अधिक शैम्पू से बालों का बचाव करती है।
बालों को शैम्पू करने के बाद भी तेल लगाया जा सकता है। तेल लगाकर पन्द्रह मिनट के लिए छोड़ दें; फिर लीव इन कन्डीशनर (live-in conditioner) लगाकर कुछ देर के बाद धो लें। यह फ्रिजी बालों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। यह तरीका मॉइश्चर (नमी) को बालों में देर तक लॉक रखता है।
बालों में नारियल, जोजोबा, तिल, बादाम, अरण्डी, एवोकैडो आदि के तेल अच्छे रहते हैं।
भारतीय घरों में बालों में लगाने के लिए सबसे ज़्यादा उपयोग होने वाला तेल नारियल तेल है।
इसेंशियल फैटी एसिड, विटामिन, माइक्रोन्यूट्रेन्ट
बाल हेयर फॉलिकल से बनते हैं।इन हेयर फॉलिकल के चारों ओर सिबेशियस ग्लैंड्स पाई जाती हैं। इन सिबेशियस ग्लैंड्स से एक पदार्थ सीबम निकलता है जो बालों को नमी प्रदान करता है। गर्मी और प्रदूषण से सीबम अधिक मात्रा में निकल बालों को नुकसान पहुँचाता है। नारियल तेल में पाये जाने वाले इसेंशियल फैटी एसिड इस सीबम को साफ कर बालों को मुलायम और स्वच्छ बनाता है।
फॉस्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन ई, प्रोटीन
बाल कैरोटिन प्रोटीन के बने होते हैं।इसलिए बालों की ग्रोथ के लिए प्रोटीन का होना बेहद महत्वपूर्ण है। तिल के तेल में पाई जाने वाली प्रोटीन बालों की ग्रोथ के साथ साथ डैमेज बालों को रिपेयर भी करती है। इसमें पाया जाने वाला मैग्नीशियम फॉस्फोरस आदि उपयोगी तत्व हेयर फॉलिकिल्स को रिपेयर कर बालों को जीवन देते हैं।
विटामिन ई नमी को रोक बालों को घुँघराले होने से रोकता है।
बादाम के तेल में पाये जाये वाले पोषक तत्व: एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ई, मिनरल्स, फैटी एसिड
बादाम के तेल में पाये जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट एवं मिनरल्स बालों के फॉलिकल का रिपेयर कर बालों की दोमुँहा होने की समस्या को खत्म करते हैं।
फैटी एसिड और विटामिन ई नमी को रोक बालों को देर तक मॉश्चराइज रखता है जिससे बाल नर्म और चमकदार बनते हैं।
अरण्डी के तेल में मौजूद पोषक तत्व: रिकिनोलेइक एसिड
रूसी बालों को नुकसान पहुँचा हेयर फॉल का कारण बनती है। कैस्टर ऑयल में पाया जाने वाला रिकिनोलेइक एसिड में एंटी बैक्टीरियल एवं एन्टीफंगल गुण होने के कारण ये बालों में होने वाली खुजली और रूसी को ठीक कर बालों को स्वस्थ रखते हैं। रिकिनोलेइक एसिड रक्त परिसंचरण को तेज करने का गुण भी रखता है। इससे बालों की ग्रोथ अच्छी होने के साथ अनिद्रा और सिर दर्द में भी आराम आता है।
जोजोबा ऑइल में मौजूद पोषक तत्व: एन्डीऑक्सीडेंट, विटामिन ई, विटामिन बी, मिनरल्स
जोजोबा ऑयल में एन्डीऑक्सीडेंट के कारण रिजेनरेशन की कैपिसिटी बहुत अच्छी होती है जिसके कारण यह डैमेज्ड हेयर को रिपेयर कर बालों की ग्रोथ को अच्छा कर उन्हें झड़ने से रोकता है।
साथ ही यह बालों की नमी को लॉक कर बालों को रूखेपन से बचाता है।
इस तेल में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व: अनसैचुरेटिड फैट, ओलिक एसिड
एवोकैडो में मिलने वाला ओलिक एसिड और फैट बालों को डीप मॉश्चराइज करने में काम आता है। यह बालों को अन्दर से पोषित कर मजबूती प्रदान करता है। एवोकैडो और कैस्टर ऑयल को मिलाकर डीप कन्डीशनर के रूप में भी उपयोग किया जाता है।
बालों में उपयोग करने के लिए नारियल तेल में उपर्युक्त तेल में से कोई एक या दो तेल मिलाकर बालों की मालिश करने से बालों में चमक आ स्वस्थ और मजबूत हो जाते हैं।
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