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क्या कांटेक्ट लेंस आँखों के लिए नुकसानदायक होते हैं?

कांटेक्‍ट लेंस आँखों के लिए सुरक्षित होते हैं, मगर इसके लिए आवश्‍यक है, कि इनका इस्तेमाल समझदारी व सावधानीपूर्वक किया जाएं। कांटेक्‍ट लेंस को बहुत अधिक समय तक नहीं पहनना चाहिये, इनका अच्‍छे से रख-रखाव करना चाहिये और नेत्र विशेषज्ञ के अनुसार समय-समय पर बदलते रहना चाहिये, यह कुछ आम बातें है, जिनका अगर सही ढंग से अनुसरण किया जाएं, तो कांटेक्‍ट लेंस पहनने से किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं हो सकता और यह बहुत ही उपयोगी साबित होंगे.

कांटेक्‍ट लेंस आँखों के लिए हानिकारक भी हो सकते हैं, क्‍योंकि लगातार इस्तेमाल से इनकी आगे व पीछे की सतह पर बैक्‍टीरिया व अन्‍य संक्रमण जनक घटक इकट्ठे होते जाते हैं। कांटेक्‍ट लेंस को हर इस्‍तेमाल के बाद ठीक से साफ व विसंक्रमण करके, इस ख़तरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके साथ ही नेत्र विशेषज्ञ द्वारा बतायें गये कांटेक्ट लेंस सलूशन का ही उपयोग करें और बिना परामर्श के सलूशन को न बदलें। हर बार लेंस साफ करने के लिए फ्रेश सलूशन का उपयोग करें और इस्‍तेमाल हो चुके सलूशन को दुबारा प्रयोग में न लाएं।

एक शोध से पता चला है कि रोजाना कांटेक्‍ट लेंस पहनने वालें 10,000 लोगों में से केवल 4 को आँख का संक्रमण होता और एक्सटेंडेड कांटेक्‍ट लेंस पहनने वालों में यह आकड़ा 10,000 में से 20 का है, लेकिन परिणाम भयानक भी हो सकता है।

कांटेक्ट लेंस को रखने के लिए इस्‍तेमाल किये जाने वाले स्‍टोरेज केस को भी कांटेक्‍ट लेंस सलूशन से साफ करके व सूखाकर रखना बहुत आवश्‍यक है। इससे केस में कीटाणुओं के संक्रमण का खतरा कम होता है, जो कि आँखों को नुकसान पहुँचा सकते हैं। हर तीन महीने में स्टोरेज केस को बदल लेना चाहिये। कांटेक्‍ट लेंस आँखों के सीधे संपर्क में रहते हुए कॉर्नियो को पूरी तरह ढकें हुए होते है। जिस कारण आँखों को स्‍वस्‍थ रखने के लिए पर्याप्‍त मात्रा में ऑक्‍सीजन की आवश्‍यकता होती है, जिसके लिए  नीचे लिखे निर्देशों का पालन किया जा सकता है :

∗ विशेषज्ञ के निर्देशानुसार निश्चित समय अवधि के लिए ही कांटेक्‍ट लेंस को पहने  और जब कहा जाएं तो इन्‍हें बदलकर नये कांटेक्‍ट लेंस लगवा लें।

∗ नये सिलिकॉन हाइड्रोजेल कांटेक्‍ट लेंस को अपना सकते है, क्‍योंकि यह पारंपरिक कांटेक्ट लेंस की अपेक्षा अधिक ऑक्‍सीजन प्रवाह को सुनिश्चित करते है और आँखों के लिए कहीं ज्‍यादा सुरक्षित भी होते हैं।

अगर आँखों में किसी प्रकार की परेशानी जैसे- लालपन, जलन, खुजली, सूजन व दर्द हो, तो तुरंत चिकित्‍सक परामर्श लें, क्‍योंकि जरा-सी लापरवाही काफी भारी पड़ सकती है।

शिखा जैन

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