चुगली अर्थात “एक व्यक्ति की बात को अन्य व्यक्ति तक उनके मध्य मनमुटाव पैदा करने के उद्देश्य से पहुँचाना”. आमतौर पर देखा जाता है कि बच्चों से लेकर बड़ों तक में चुगली करने की बुरी आदत रहती है. यह आदत मनुष्य को समाज और व्यक्तित्व से पूर्णतया अलग कर देती है| चुगली करने की आदत गंदी है, इससे बचकर रहना ही आपके लिए श्रेष्ठ है.
क्यों न करें चुगली?
1. चुगली करने वाला व्यक्ति हमेशा दूसरों की कमियाँ खोजता है और दो व्यक्तियों के मध्य लड़ाई या मनमुटाव का कारण बनता है| परन्तु वह यह नहीं जानता कि ऐसा करने से समाज में उसकी स्वयं की बदनामी होती है और वह सबकी नज़रों से भी गिर जाता है|
2. धीरे-धीरे चुगली करने वाले व्यक्ति की संगत में रहने वाले व्यक्ति उसकी आदत से वाकिफ हो जाते है, इससे कोई भी व्यक्ति उसकी संगती में रहना पसंद नहीं करता और वह अकेला पड़ जाता है| यदि किसी व्यक्ति की बचपन से ही चुगली करने की बुरी आदत है तो विद्यालय या बाहर के वातावरण का कोई भी व्यक्ति उससे जुड़ना नहीं चाहता|
3. चुगली करने वाले व्यक्ति पर कभी कोई व्यक्ति विश्वास नहीं करता| उन्हें लगता है कि जो व्यक्ति आज उनके सामने किसी और व्यक्ति की चुगली कर रहा है, वो कल से उनकी चुगली कहीं ओर जाकर करेगा|
4. चुगली करने वाले व्यक्ति के मन में चुगली के साथ-साथ झूठ बोलना, बुराई करना, मतभेद करवाना, निंदा करना आदि अनेक बुरी आदतें भी जन्म ले लेती है| इससे वह इन सब से बच नहीं पाता और समय के साथ-साथ अपना अस्तित्व खो बैठता है|
5. कईं बार छोटी सी चुगली, एक बड़े फसाद की जड़ बन जाती है| जिससे रिश्तों में दरार बन जाती है और कई घर बर्बाद हो जाते है| इसके परिणामस्वरूप व्यक्ति दंगे, लड़ाई-झगड़े, हत्या, मारपीट जैसे अनन्य अपराध करने के लिए तत्पर हो जाता है|
6. चुगली करने वाला व्यक्ति दो तरफा बोलता है, वह ऐसा किसी व्यक्ति को समाज में नीचा दिखाने के लिए करता है, जिसका मुख्य कारण है, ईर्ष्या और जलन| ऐसा करने वाला व्यक्ति स्वयं कभी तरक्की नहीं करता और दूसरों की तरक्की में रूकावट डालने की कोशिश करता है| ऐसा व्यक्ति एक कमजोर निंदक व्यक्ति की श्रेणी में गिना जाता है|
7. चुगली करने की इस बुरी आदत के कारण भाई-भाई, दोस्त-दोस्त, पिता-पुत्र, सास-बहु और अनेक रिश्ते एक-दूसरे के दुश्मन बन जाते है| चुगली को एक लाइलाज बीमारी की भाँति बताया गया है, जो कि इंसान का स्वयं का नुकसान तो करती ही है, साथ ही साथ समाज के लिए भी अत्यंत हानिकारक सिद्ध होती है|
इसी कारण से चुगली को कुरान आदि प्रसिद्द ग्रंथों में बहुत बड़ा गुनाह माना गया है| इसके साथ ही चुगली करने वाले व्यक्ति से सर्वथा दूर रहने और उसकी बात पर विश्वास नहीं करने की बात भी कही गई है| चुगली करने की इस आदत को शीघ्र समाप्त कर लिया जाए तो यह आपके और आपके परिवार या समाज दोनों के लिए लाभकारी होगा| अन्यथा यह आदत बढ़कर इतनी अधिक हो जाएगी कि इसपर नियंत्रण करना आपके वश में नहीं होगा|
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