चारों ओर हरियाली और पानी की फुहारे, बारिश का मौसम है ही इतना लुभावना कि मन मोह लेता है। परंतु इस बारिश के साथ साथ कई छोटे छोटे जीव जंतु भी उत्पन्न होते हैं। जिनमे मच्छर प्रमुख हैं और एक बड़ी संख्या में यह पैदा हो जाते हैं। बारिश के जमे हुए पानी के कारण मच्छर पनपने लगते हैं, इसी सब से होती है, कई सारी बीमारियां जैसे मलेरिया ,डेंगू ,टायफॉइड।
चिकनगुनिया भी इन्हीं में से एक है। एक अध्यन के मुताबिक यह साबित हुआ है कि चिकनगुनिया भी एक मच्छर के काटने से हो सकता है। जो मच्छर से डेंगू होता है, उसी मच्छर के काटने से चिकनगुनिया भी हो सकता है।
चिकनगुनिया का बुखार तो 3 या 4 दिनों में चला जाता है, परंतु उसके कारण जोड़ो में जो दर्द होता है, उसे जाने में कई हफ्ते लग जाते हैं। दवाइयों को भी असर होने में बहुत समय लग जाता है। तो कैसे पता लगाएं ,क्या है इस महामारी के लक्षण । आइये विस्तार से जानते है.
चिकनगुनिया का बुख़ार भी आम बुख़ार की तरह होता है। उसमें बदन गर्म होने लगता है। शुरुवाती दौर में तो यह पता लगाना असंभव है, कि यह आम बुख़ार है या फिर चिकनगुनिया। इस बुख़ार में डॉक्टर भी वही आम पैरसीटोमोल देते हैं, जो साधारण बुख़ार में दी जाती है। परंतु इस दवा का ज़्यादा प्रयोग भी आपके लीवर को नुकसान पंहुचा सकता है। ऐसे में आप ठंडे पानी की पट्टीयों द्वारा शरीर के तापमान में कमी लाने की कोशिश करे तो ही ज़्यादा बेहतर होगा।
चिकनगुनिया का सबसे बड़ा लक्षण है, जोड़ो में दर्द होना। आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ साथ जोड़ो में दर्द की शिकायत बनी रहती है, परंतु जब यह बच्चों और जवानों में दिखाई दे, तो यह चिंताजनक विषय है। बुख़ार आने के साथ साथ दिन भर जोड़ो में दर्द बना रहता है, वो भी इतना अधिक, की उठने बैठने में भी तकलीफ होती है। जोड़ो के दर्द के साथ साथ कुछ लोगों को पैरों में सूजन भी होने लगता है, जिसके कारण सामान्य स्थिति में काम करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है।
कई लोगो में यह भी देखा गया है, कि उनके शरीर पर रैशेस भी होने लगते हैं। यह सामान्य चिकनगुनिया का लक्षण तो नहीं है ,पर कुछ केस में इसे भी देखा गया है, कि हथेलियों पर या पैरों के पास निशान दिखाई देने लगते है।
जकड़न, बदन दर्द , तेज सर दर्द , उलटी , मचलाहट ये भी चिकनगुनिया के लक्षण ही हैं। इस बीमारी में शरीर में ढीलापन आ जाता है और मन भी उदास ही रहने लगता है। इसकी अब तक कोई दवाई नहीं बनाई गई है, जो लेने से यह तुरंत ठीक हो जाये । बुख़ार जा सकता है, लेकिन बदन दर्द इतना आसानी से जाता नहीं। इसलिए अगर यह लक्षण आपको भी दिखाई दे,तो तुरंत डॉक्टर के पास जाये और अपना परिक्षण करवाएं।
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