एक ही शख्सियत रखते हुए ,कभी बाप-बेटे,दोस्त तो भाई-पति भी होते हैं फिर हर नारी के मन में यही ख्याल…
मुरली-मनोहर, बंसीधर बनवारी, राधा प्यारी खड़ी तेरे द्वारे,लिए प्रेम पिचकारी। नैनन लिए अनुराग गुलाबी, माथे रचा सुहाग दोआबी, स्वीकार करो…
कहते हैं जीवन में केवल दो रंग यानि सफ़ेद जो खुशी और प्रसन्नता का प्रतीक है और काला जो दुख…
“आप, अगले महीने की दस तारीख को आ रहे हैं न “ कानों में मधुर घंटियाँ तो बजीं साथ ही…
उत्कट क्रोध से उफनती सांची अपनी गाड़ी में बैठी और उसे एक स्पा की ओर घुमाते हुए बड़बड़ाई, भाड़ में…
किसी व्यक्ति की बॉडी लैंगुऐज उसे समझने में बहुत मददगार साबित हो सकती है। आप कब गुस्सा है, डरे हुए…
सामान्यतया ईगो या अहं को स्वयं को लेकर एहसास किए गए अभिमान के तौर पर परिभाषित किया जा सकता है।…
एकल परिवार में रहने वाले एक दंपति की जद्दोजहद की एक बानगी: कल ही हमारी कॉलोनी के क्लब में एक…
आज किटी पार्टी में पूरे वर्ष भर बाद मैंने ग़ज़ल को देखा था। जहां तक मुझे याद था, सादगी भरे…
अंतः को जो मेरे छू ले, है स्पर्श तुम्हारा जीवन को जो नवतर कर दे, है स्पर्श तुम्हारा। प्राणों में…