ब्राह्मी एक आयुर्वेदिक औषधि है। यह करीब पूरे भारत में पायी जाती है। यह ज़्यादातर पानी के किनारे पायी जाने वाली बूटी है। इसकी बेल बहुत नरम होती है और यह गीली ज़मीन पर फैलती है। इसके पत्ते हरे और फूल नीले होते है, तथा इसका स्वाद बहुत कड़वा होता है।
ब्राह्मी कई सारे रोगो का निवारण करने का काम करती है। इसका सबसे प्रसिद्द उपयोग बुद्धि में बढ़ोतरी करने के लिए किया जाता है। इसमें कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जैसे ग्लाइकोसाइड, वैलेरिन, एस्कॉर्बिक एसिड, ब्राह्मिक एसिड, आदि। यह कब्ज, गाठिया , खून साफ़ करना, और हार्ट के लिए भी फायदेमंद है।
इसके कई सारे औषधिक प्रयोग है :-
• स्मरण शक्ति
दिमाग को शक्ति देने के लिए ब्राह्मी बहुत अच्छी तरह से काम करती है। दिमाग की शक्ति बढ़ाने के लिए इसे बादाम और काली मिर्च के साथ तैयार किया जाता है, और सेवन दूध के साथ किया जाता है।
ब्राह्मी का प्रतिदिन सेवन करने से कॉन्सेंट्रेशन पावर भी बढ़ती है।
• कब्ज
ब्राह्मी में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते है जो कब्ज की परेशानी को भी दूर करते है। इसमें खून साफ़ करने की भी क्षमता होती है।
• अनिद्रा
ब्राह्मी का ३ ग्राम का चूर्ण आधा किलो गाय के कच्चे दूध में मिलकर छान ले। इसके एक हफ्ते तक सेवन करने से पुरानी नींद न आने की बीमारी ठीक हो जाती है।
• खांसी और बुखार
३ ग्राम ब्राह्मी, ३ ग्राम शंखपुष्पी, ६ ग्राम बादाम की गिरी और ३ ग्राम छोटी इलायची के बीज, इन सभी को पानी में घोंट कर छान ले। अब इसे मिश्री में मिलकर पिलाये। इससे खांसी और बुखार में राहत मिलती है।
• बाल
बाल झंड़ना रोकने के लिए भी ब्राह्मी काम आती है। ब्राह्मी के पंचांग का चूर्ण १ चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम लेने से अतयंत लाभ होगा।
• मधुर आवाज़
१०० ग्राम ब्राह्मी, १०० ग्राम मुनक्का, ५० ग्राम शंखपुष्पी, इन सभी चीज़ों को ४ गुना पानी में मिलाकर इसका अर्क निकल ले। इसका प्रयोग करने से शरीर स्वस्थ और आवाज़ साफ़ हो जाती है।
• मिर्गी के दौरे
काफी समय से ब्राह्मी का इस्तेमाल मिर्गी के लिए किया जा रहा है।ब्राह्मी का रस या उसकी जड़ का चूर्ण दिन में ३ बार दूध के साथ सेवन करने से मिर्गी के दौरे पड़ना बंद हो जाते है।
• इम्यून सिस्टम
ब्राह्मी में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो वायरस या बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है और हमारे इम्यून सिस्टम को और मजबूत भी बनाता है।
• रक्तचाप
ब्राह्मी के पत्तो का रस १ चम्मच की मात्रा में आधे चम्मच शहद के साथ सेवन करने से उच्च रक्तचाप सामान्य हो जाता है।
• दांत दर्द
ब्राह्मी का इस्तेमाल दांत के दर्द जैसी परेशानियों के लिए भी किया जाता है। इसके लिए एक ग्लास पानी में आधा चम्मच ब्राह्मी उबाल ले, और इससे कुल्ला करे। ऐसा करने से दांत का दर्द बंद हो जाता है।
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