शरीर की मांसपेशियों को पुष्ट बनाने एवं त्वचा चमकदार एवं सॉफ्ट रखने के लिए हर मौसम में शरीर को तेल से मालिश करना आवश्यक होता है। हमारे दादा-दादी के जमाने में मोइश्च्राइजिन्ग क्रीम का चलन देश में कम था, तथा दिनचर्या इतनी व्यस्त नहीं हुआ करती थी। उस समय लोग नहाने से पूर्व शरीर की तेल मालिश अवश्य करते थे।
निरोगी काया के लिए शरीर की तेल मालिश बहुत महत्वपूर्ण है। खासतौर से सर्दियों के मौसम में सर्द हवाएँ शरीर के त्वचा को रुखा बना देतीं हैं। जिसके कारण त्वचा को मोईश्च्राइज करने के लिए तेल मालिश अत्यंत आवश्यक हो जाता है।
• सर्दियों में तेल मालिश करवाने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन नियंत्रित रहता है। रक्त परिसंचरण सुचारू रूप से होने के कारण ब्लडप्रेशर नियंत्रित होता है। ज्यादा सर्दी होने पर बुजुर्ग व्यक्ति सुबह की सैर नहीं कर पाते हैं। ऐसे में शरीर की तेल मालिश करवाने से बिना शारीरिक परिश्रम किये शरीर में चुस्ती एवं फूर्ती बनी रहती है।
• तेल मालिश करवाने से शरीर में गर्मी का संचार होता है। जिससे सर्दी-जुखाम एवं खाँसी से शरीर की रक्षा होती है। सर्दी के मौसम में शरीर की नियमित रूप से तेल मालिश करवाने से अस्थमा के रोगियों का स्वास्थ ठीक रहता है।
• शरीर की तेल मालिश करवाने से तवचा के बंद रोमछिद्र खुल जाते हैं। जिससे पसीने के माध्यम से शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। तवचा में चमक आ जाती है। शरीर की तेल मालिश के दौरान सर्दी के कारण रुखी हुई त्वचा पर जमी डेड स्किन सेल्स निकल जाती हैं। जिससे त्वचा मुलायम बनती है और रूखेपन के कारण त्वचा सम्बन्धी रोग दाद, खुजली आदि रोग नहीं होती है।
➡ तिल के तेल की मालिश के दस फ़ायदे
• शरीर की तेल मालिश करवाने से मांसपेशियाँ (मसल्स) के दर्द से राहत मिलती है। जिससे मानसिक तनाव कम होता है और तनाव उत्पन्न करने में सहायक हरमोन कार्टिसोल का स्तर कम हो जाता है। जिसके कारण अनिद्रा की शिकायत दूर हो जाती है। नींद अच्छी आने के कारण पाचन तंत्र ठीक तरह से काम करता है। जिससे कब्ज का रोग नहीं होता है और शरीर तथा दिमाग स्वस्थ रहता है।
• सर्दियों के मौसम में व्यायाम एवं सैर कम करने के कारण शरीर में फैट जम जाती है। जिसको कम करने का प्रभावी उपाय है शरीर की नियमित रूप से तेल मालिश करना। इससे वसा कम होने के साथ हीं त्वचा मुलायम और हाइड्रेटड रहती हैं।
• आर्थराइटिस के रोगियों के जोड़ों में दर्द सर्द हवाओं के कारण बढ़ जाती है। जिससे शरीर के जोड़ों में सूजन आ जाती है। ऐसे में यदि सर्दी के मौसम की शरुआत से हीं नियमित रूप से शरीर की मालिश की जाए तो जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत पाया जा सकता है।
• यदि शरीर की तेल मालिश किसी बॉडी मसाज विशेषज्ञ से करवाया जाए तो एक्यूप्रेशर पॉइंट की जानकारी होने के कारण शरीर के दर्द और सूजन को पूरी तरह से दूर किया जा सकता है। सर्दियों के मौसम में बुजुर्गों के शरीर के अंगों में जकड़न हो जाती है। जिससे बचने के लिए शरीर की तेल मालिश आवश्यक हो जाता है।
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