हिन्दू पंचांग २०१७ के हिसाब से भाद्रपद अर्थात भादो मास मुख्य रूप से अंग्रेजी पंचांग के अगस्त एवं सितम्बर महीनों के मध्य में आता है.इस बीच में हिन्दू संस्कृति में मनाए जाने वाले विभिन्न मुख्य पर्व एवं त्यौहार आते है, जिनका विस्तृत वर्णन इस लेख में किया गया है . वर्ष २०१७ भाद्रपद मास में आने वाले समस्त पर्वों एवं त्यौहारों का हिन्दू पंचांग निम्न प्रकार से है :
हिन्दू पंचांग भाद्रपद मास के पर्व एवं त्यौहार
भाद्रपद मास का प्रारम्भ अगस्त माह में रक्षा बंधन पर्व के बाद वाले दिन (वर्ष २०१७ में यह अगस्त माह की ८ तारीख को है) से होता है, जिसका अंत सितम्बर माह में अश्विन माह के प्रारंभ होने के एक दिन पूर्व (वर्ष २०१७ में यह सितम्बर माह की ६ तारीख को है) को होता है. इस प्रकार से हिन्दू पंचांग के अनुसार रक्षा बंधन (राखी) से लेकर अश्विन मास के प्रारम्भ या भाद्रपद पूर्णिमा तक का समय भाद्रपद मास कहा जाता है.
८ अगस्त – भाद्रपद प्रारम्भ
१० अगस्त – कजरी तीज पूजा
११ अगस्त – संकष्टी चतुर्थी
१२ अगस्त – नाग पंचमी
१३ अगस्त – बलराम जयंती, रांधन छठ
१४ अगस्त – आद्याकाली जयंती, शीतला सातम
१५ अगस्त – जन्माष्टमी और दही हांड़ी पर्व एवं स्वतंत्रता दिवस
१६ अगस्त – रोहिणी व्रत
१७ अगस्त – मलयालम नव वर्ष एवं सिंह संक्रांति
१८ अगस्त – अजा एकादशी
१९ अगस्त – प्रदोष व्रत एवं शनि त्रयोदशी, पर्युषण प्रारम्भ
२० अगस्त – मासिक शिवरात्रि
२१ अगस्त – भाद्रपद, सोमवती, पिठोरी एवं दर्श अमावस्या, सूर्य ग्रहण, पोला
२३ अगस्त – चंद्र दर्शन
२४ अगस्त – हरतालिका तीज, गोरिहब्बा, वराह जयंती
२५ अगस्त – गणेश चतुर्थी एवं सामदेव उपकर्मा
२६ अगस्त – सम्वतसरी पर्व एवं ऋषि पंचमी
२७ अगस्त – स्कंध षष्ठी
२८ अगस्त – ललिता सप्तमी
२९ अगस्त – राधाष्टमी, महालक्ष्मी व्रत आरम्भ, मासिक दुर्गाष्टमी एवं दुर्वाष्टमी
३० अगस्त – गौरी पूजा
३१ अगस्त – गौरी विसर्जन
२ सितम्बर – ईद उल जुहा, परिवर्तिनी एकादशी एवं कल्कि द्वादशी
३ सितम्बर – प्रदोष व्रत, भुवनेश्वरी जयंती एवं वामन जयंती
४ सितम्बर – ओणम
५ सितम्बर – गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी, पूर्णिमा श्राद एवं उपवास
६ सितम्बर – प्रतिपदा श्राद एवं भाद्रपद पूर्णिमा
इस प्रकार से भाद्रपद मास के आरम्भ से लेकर अंत तक अनेक त्यौहार एवं पर्व मनाए जाते है. इन सभी पर्वों की अपनी अलग विशेषता एवं महत्व है. इस मास के प्रारम्भ से ही विभिन्न व्रत, पूजा एवं जयंतियों आदि का विशेष आगमन बना रहता है.इसीलिए हिन्दू पंचांग में भाद्रपद मास को त्योहारों एवं पर्वों का महीना माना जाता है.
Bhadrapad padwa karishna prakash ko date and war kya he