अक्सर हम अपने बच्चों पर ठीक से पढ़ाई ना करने के लिए, मस्ती मज़ाक करने के लिए, ज़्यादा खेलकूद करने के लिए, और ऐसे कई छोटी-मोटी बातों के लिए हाथ उठा देते हैं. हमारे यहां पर यदि बच्चा अनुशासन का पालन न करे तो उसे मारना काफी आम बात है.
लेकिन दुनियाभरमें 47 देशों में, माता-पिता, शिक्षक या किसी और को बच्चे पर हाथ उठाना गैरकानूनी है. तथा 124 देशों ने स्कूलों में शारीरिक दंड को निषिद्ध किया है. उनमें से एक भारत भी है. फिर भी हम कई बार यह देखते हैं, कि माता पिता अपने बच्चों को अनुशासित करने के लिए उन पर हाथ उठाते हैं. और इसके भी आगे जाकर कई बार परिवार के बुजुर्ग सदस्य भी उन्हें ऐसा करनेसे रोकने के बजाय उन्हें प्रोत्साहित करते हैं.
बच्चों पर हाथ उठाने से उनके मन पर बुरा असर हो सकता है:
1. ‘बलवान’ सही होता है
जब आप अपने बच्चे को, उसने कुछ गलत किया है, यह समझाने के लिए मारते हो, तब आप अनजाने में ऐसा संदेश भेजते हो, कि जो बड़ा और मजबूत है .वही सही और गलत का फैसला करता है. तो क्या इसका मतलब यह है, कि जब आपका बच्चा आप से बड़ा और बलवान बन जाए तो वह आप पर अपने बल का प्रयोग कर सकता है? शायद यही सोच लेकर बच्चे बड़े होकर अपने बूढ़े माता पिता पर हाथ उठाते होंगे।
2. हिंसा समस्याओं को हल नहीं करती है
बच्चे हमेशा अपने माता-पिता की नकल करने की कोशिश करते हैं, क्योंकि उनके आदर्श आप ही होते हो. लेकिन अगर आप ‘बच्चा अच्छे मार्क्स नहीं लाता’, ‘खेलते समय कपड़े खराब करता है’ ऐसी समस्याओं से चिंतित होकर अपने बच्चे पर हाथ उठाते हो ,तो इससे ऐसा संदेश बच्चों को मिलता है, कि समस्याओं का हल करने के लिए हिंसा एक उचित तरीका है. शारीरिक रूप से आपके बच्चे को मारपीट करना कानूनन रूप से ‘धमकाना’ माना जा सकता है. और इससे आप आपके बच्चे को यह संदेश देते हो, जो आप पाना चाहते हो उसे प्राप्त करने के लिए आप हिंसा का उपयोग कर सकते हो.
3. आत्मसम्मान को हानि
ऐसे लोग जो बच्चे के सबसे ज़्यादा करीब है, और वह उनपर सबसे ज़्यादा भरोसा करता है, उस पर हाथ उठाते हैं, तब बच्चा यह सोचता है, कि ‘मैंने क्या गलती की?’ ऐसा करना उसके आत्मसम्मान के लिए एक बहुत ही नाज़ुक होता है. अगर आप यह चाहते हो, कि आपका बच्चा आगे जाकर जिंदगी में सफल हो, तो उसका आत्मसम्मान बढ़ाना आपके लिए महत्वपूर्ण है.
4. विश्वास
बचपन में कभी आपकी पिटाई हुई है? माता-पिता के हाथ उठाने के बाद आपने यह नहीं सोचा होगा, कि मेरे माता-पिता मुझसे इतना प्यार करते हैं, बल्कि आपने यह सोचा होगा, कि मैं उनसे नफरत करता हूं! क्या आप भी यही चाहते हैं, कि आपका बच्चा आपके बारे में ऐसा सोचे? बच्चे को पीटने से उसके मन में आपके लिए जो विश्वास है वह टूटता है, और यह आपके रिश्ते के लिए हानिकारक है.
बच्चों को पीटने से होने वाले ऐसे और भी कई बुरे परिणाम है. अब आप पूछोगे कि बिना हाथ उठाएं बच्चों को अनुशासित कैसे किया जाए? तो उसके बारे में कभी और पढ़ेंगे।
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