आजकल के दौर में बाल झड़ना एक आम बात हो गया है। लोग अपनी लाइफ में इतने बिजी है के वे खुद पर ध्यान ही नहीं दे पाते। काम की टेंशन, आराम न मिलना, ठीक से खाना न खाना, टाइम पर न सोना आदि बाल झड़ने के कारण बन सकते हैं। इन कारणों में से कोई न कोई कारण हमारी ज़िन्दगी में भी मौजूद है, जो अभी नहीं तो बाद में बाल झड़ने का कारण बन सकता है।
शोधकर्ताओं की माने तो आदमी औरतों के मुकाबले ज़्यादा जल्दी गंजेपन का शिकार हो जाते है। इसका एक कारण तो जेनेटिक हो सकता है,पर इसका मुख्य कारण शरीर की बनावट है। औरतों में बालों के लिए २ क्रोमोसोम्स होते है, वही आदमियों में ये सिर्फ एक ही होता है। इसलिए औरतों में एक क्रोमोसोम डैमेज होने के बाद भी एक क्रोमोसोम बालों को सर पर बनाये रखता है, वही दूसरी ओर अगर आदमियों में ये क्रोमोसोम डैमेज हो जाये तो वे गंजेपन का शिकार हो जाते है।
आजकल की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में हर एक व्यक्ति तनाव से गुज़रता है। तनाव के कारण हमारे शरीर की एनर्जी बाहर निकल जाती है, जिससे शरीर को पूरी तरह से एनर्जी नहीं मिल पाती। ये लम्बे समय तक रहने से बाल झड़ने का कारण बन जाता है।
यह एक ऐसा कारण है जिसका ज़्यादातर कोई उपाय नहीं किया जा सकता। अगर आपके परिवार में आपके पूर्वजो को भी बाल झड़ने की प्रॉब्लम थी, तो वो आपको भी हो सकती है। हेरीडिटी से होने वाली प्रॉब्लम को जल्दी ठीक करना थोड़ा मुश्किल होता है, और इनका इलाज भी लम्बा चलता है।
आजकल फैशन और स्टाइलिंग का बहुत चलन है। अलग अलग कपड़ो के साथ अलग अलग हेयर स्टाइल्स भी किये जाते है। हेयर स्टाइलिंग के लिए अलग अलग तरीके के टूल्स का इस्तेमाल किया जाता है। इनके लगातार इस्तेमाल से बालों की जड़ें कमज़ोर हो जाती है, और अंत में बालों के झड़ने का कारण बन जाती है।
एक समय के बाद हर किसी की शरीर में हॉर्मोन में बदलाव आता है। कभी कभी ये बदलाव किसी चीज़ के साइड इफेक्ट्स के वजह से भी हो सकता है। इन हार्मोनल चंगेस का असर बालों पर भी पड़ता है।शरीर में कमज़ोरी आने के साथ साथ बाल भी कमज़ोर हो जाते है और झड़ने लगते है।
पुअर डाइट यानी अधूरा पोषण। भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में लोग खाने पर ज़्यादा ध्यान नहीं दे पाते। साथ ही बाहर के खाने से वो पोषण नहीं मिल पाता जिसकी हमारे शरीर को ज़रूरत होती है। शरीर को पूरी तरह पोषण न मिलने की वजह से बाल और शरीर दोनों कमज़ोर और अलग अलग बीमारियों का शिकार हो जाते है, जिससे बाल झड़ने की भी समस्या आने लगती है।
कीमोथेरेपी वो ट्रीटमेंट है जिससे कैंसर का उपचार किया जाता है। इस उपचार में या तो सर पे किसी छोटी सी जगह के बाल झड़ जाते है या पूर्ण गंजापन आ जाता है।
प्रेगनेंसी के दौरान एक औरत के शरीर में कई तरह के हार्मोनल चेंजेस आते है, जो बाल झड़ने का कारण बन सकते है।
हमारे शरीर को कई तरह के विटामिन्स और मिनरल्स की ज़रूरत होती है। उन्ही में से एक है विटामिन बी। विटामिन बी की कमी कई तरह की प्रॉब्लम्स का कारण बन सकती है, जिनमे से एक है बालों का झड़ना।
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