दसबस सम्पादित
यूं तो दूध अपनेआप में एक सम्पूर्ण आहार है , बावज़ूद इसके लोग दूध पीना ज़रा कम ही पसंद करते हैं। ऊपर से कई लोगों का मानना है की आयुर्वेद के अनुसार दूध केवल बच्चों को ही पीना चाहिए. कई महानुभाव तो यहां तक कह बैठते हैं कि अगर ईश्वर चाहता कि बड़े बुजुर्ग भी दूध पियें तो कुदरत ने स्तनपान कि व्यवस्था ता उम्र कि होती, न सिर्फ शिशुकाल के लिए!
नियमित रूप से दूध पीने से न केवल बीमारियों से बचाव होता है बल्कि व्यक्ति पर आयु का भी प्रभाव दिखाई नहीं देता है। इसके अतिरिक्त अब तो मेडिकल स्टडी में भी यह बात सिद्ध हो गयी है की दूध में हर वो तत्व जैसे विटामिन, कैल्शियम, प्रोटीन के साथ में फास्फोरस, पोटेशियम और नियसिन भी पर्याप्त मात्रा मौजूद होते है जो किसी भी आयु के व्यक्ति के आंतरिक और बाहरी विकास के लिए जरूरी होते है।
आयुर्वेद में प्रतिदिन दो गिलास दूध का सेवन हरेक व्यक्ति की सेहत के लिए अनिवार्य बताया गया है। हालांकि आयुर्वेद गाय के दूध का सेवन उपयुक्त मानता है, फिर भी गाय के दूध के अलावा, भैंस, बकरी या ऊंटनी के दूध पीने से भी लगभग वही फायदे होते हैं जो इस प्रकार हैं:
• दांतों और हड्डियों को मजबूत करने लायक कैल्शियम मिलता है।
• शरीर की जरूरत लायक प्रोटीन काफी मात्रा में मिलता है जिससे शरीर में चुस्ती और ताकत बनी रहती है।
• पेट से सबन्धित परेशानियाँ जिनमें कब्ज प्रमुख है, नहीं होती हैं और पाचन प्रक्रिया ठीक रहती है।
• थकान को दूर रख कर शरीर में शक्ति और एनर्जी बनाए रखता है।
• शरीर में पानी की मात्रा को संतुलित करके, व्यक्ति को हाइड्रेडिट रखता है।
• खासतौर से भारी वर्कआउट करने के बाद शरीर हाइड्रेडिट रहता है।
• गले में कोई समस्या नहीं होती है।
• हल्का गर्म दूध हर तरह के मानसिक तनाव को दूर रखता है।
• रात को हल्का गर्म दूध पीने से नींद ने आने की बीमारी भी ठीक हो जाती है।
कुछ लोगों को इस बात का संशय रहता है कि दूध गर्म पीना चाहिए या ठंडा। जो लोग जिस तरह से पीना पसंद करते हैं वे उसे ठीक और दूसरे को गलत मानते हैं। जबकि आयुर्वेद के अनुसार, न तो गर्म दूध पीना गलत है और न ही ठंडा दूध पीना। आइये देखें, इस बारे में क्या कहता है आयुर्वेद:
1. अगर आपको दूध हजम न होता हो तो गर्म दूध पीना चाहिए।
2. अगर नींद न आने की तकलीफ दूर करनी हो तो हल्का गर्म दूध फायदा करता है।
3. महिलाओं को मेंसुरेशन के दौरान मूड स्विंग की समस्या हो तो गर्म दूध ही अच्छा रहता है।
1. एसिडिटी की समस्या को ठंडा दूध ही शांत करता है।
2. गर्मी के मौसम में डिहाइड्रेशन होने से भी रोकने में ठंडा दूध अच्छा रहता है।
1. कमजोर हाजमे वाले व्यक्ति या फिर जिनके पेट में कीड़े हों और हर समय पेट खराब रहता हो
2. किसी प्रकार का स्किन इन्फेक्शन हो
3. जिन्हें लेक्टोस इन्टॉलरेंस हो
दुनिया की किसी किताब में नहीं लिखा कि दूध नहीं पीना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार भी दूध जितना एक छोटे बच्चे के लिए जरुरी है उतना ही जरुरी दूध एक वयस्क के लिए भी है. तो एक ग्लास दूध रोज़ाना पियें और हेल्दी लाइफ जियें।
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दुनिया का कौन सा वयस्क जानवर दूध पीता है?
कौन सा जानवर कैंसर, डायबिटीज, हार्टअटैक, दमा, गठिया आदि बीमारियां पालता है?
गाय या हाथी के पास कैल्सियम कहाँ से आता है?
जय प्रकाश जी,
वो उनके द्वारा लिए जाने वाले भोजन से जैसे , ज्वार की कुतर, बांटा, प्रकृतिक घांस, इन सबसे उनके दूध में ये सारे मिनरल्स आते है मित्र।
Maafi chahunga, kuchh log iska shastrokt praman mang rahe hai
Krupa Kar bataye kis shashtra Mai iska praman milega.