जैन धर्म में व्रतों को आत्मशुद्धि का सबसे अच्छा उपाय माना जाता है, जो आत्मा के विकारों को दूर कर कर्म बंध से छुटकारा दिलाने में सहायक होते हैं। रोहिणी व्रत का जैन धर्माविलंबियों में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है, जिसकी पूर्ण कथा एवं उद्यापन विधि के बारे हम आपको बता रहें हैं। प्राचीन समय में […]
कितनी प्रतिशत हिन्दू महिलाएं सिन्दूर लगाती हैं?
भारतीय हिंदू समाज में सिंदूर का बहुत महत्व है, इसे सुहागन (विवाहित) स्त्री के प्रतीक के रूप में माना जाता है। सिंदूर को सौभाग्य की निशानी कहा जाता है और प्राचीन समय से ही इसे मांग पर लगाने की परंपरा भारत में चली आ रही है। स्त्री के सोलह श्रृंगारों में से सिंदूर को एक […]
क्या आपका पति आपसे झूठ तो नहीं बोल रहा?
यह बहुत ही जटिल सवाल होता है, जिसका कोई स्पष्ट उत्तर मिलना शायद संभव नहीं है। ऐसा कोई विश्वसनीय तरीक़ा नहीं है, जो इस बात की पुष्टी करें, कि आपका जीवनसाथी आपसे झूठ बोल रहा है, या नहीं। हालांकि कई बार हम केवल चेहरे के हाव-भाव, आँखों को देखकर या बातों को कहने के तरीकें […]
पर्युषण पर्व का क्या महत्व है? जैन इस पर्व को कैसे मनाते हैं?
पर्युषण पर्व का जैन समाज में सबसे अधिक महत्व है, इस पर्व को पर्वाधिराज कहा जाता है। पर्युषण पर्व आध्यात्मिक अनुष्ठानों के माध्यम से आत्मा की शुद्धि का पर्व माना जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य आत्मा के विकारों को दूर करने का होता है। जैन समाज मुख्य रूप से दो पंथों में विभाजित है- दिगंबर […]
वृन्दावन रास लीला रहस्य: जहां हर रात श्री कृष्ण रचते हैं गोपियों के साथ रास-लीला
श्रीकृष्ण की रास-लीला के बारे में तो शायद सभी ने सुना होगा। लेकिन क्या आप जानते है, कि एक ऐसा स्थान है, जहाँ कहा जाता है, कि आज भी श्रीकृष्ण हर रात गोपियों के संग रास-लीला रचाते हैं। माना जाता है, कि मथुरा के निकट वृंदावन के निधिवन मंदिर में हर रात्रि श्रीकृष्ण राधा व […]
अंगूर खाने के ६ गज़ब के फ़ायदे
घर पर बैठे टीवी देखते हुए अंगूर खाना किसे पसंद नहीं होगा ? शायद यह सभी को अच्छा लगता है। लेकिन अंगूर केवल स्वादिष्ट ही नहीं होते हैं, बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत फ़ायदेमंद होते हैं। अंगूर में पोषक तत्वों का खजाना छिपा है, यही कारण है, कि यह कई प्रकार के गम्भीर […]