इमली के कईं फायदे हैं परन्तु जैसा कि आपने सुना होगा “अति सर्वत्र वर्जयेत”। अतः कोई भी वस्तु आवश्यकता से अधिक प्रयोग करने पर वह नुकसानदेय साबित होने लगती है। इसी तरह आज इस लेख में हम आपको अत्यधिक इमली के सेवन से होने वाले नुक्सानों से अवगत कराएँगे और बताएंगे कि किस प्रकार अत्यधिक सेवन से कोई गुणकारी वस्तु भी नुकसानदेय सिद्ध हो जाती है।
1) इमली में खटासपन होने के कारण कईं तरह के खाद्य पदार्थों में इमली का प्रयोग किया जाता है। परन्तु जहाँ एक ओऱ यह खाने के जायके को बढाती है वहीं दूसरी ओर इसका खटासपन शरीर को खोखला बना देता है।
2) इसके अतिरिक्त इमली का सेवन रक्तस्त्राव को बढ़ाकर रक्त संचरण में बाधा उत्पन्न करने लगता है। इसका अत्यधिक सेवन शरीर में रक्तप्रवाह की गति को बढ़ा देता है जो कि अत्यधिक हानिकारक है।
3) अत्यधिक इमली का सेवन महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करने लगता है। महावारी या रक्तस्त्राव के समय इमली का सेवन अत्यधिक नुकसानदेय होता है।अत्यधिक इमली का सेवन गुणसूत्रों को प्रभावित कर शरीर पर बुरा असर डाल सकता है।
4) ज्यादा इमली खाने वालों में त्वचा संबंधी विकार जैसे चर्म रोग, अप्राकृतिक साँवलापन, दाग-धब्बे, कील, मुहाँसे आदि होने लगते है और त्वचा का निखार कम होने लगता है।
5) अत्यधिक इमली का सेवन शरीर में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने लगता है। अतः मधुमेह रोगियों को इमली का सेवन चिकित्सक की सलाह से ही करना चाहिए अन्यथा यह उनके लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है।
6) किसी भी प्रकार की औषधि या दवाई का सेवन करने के साथ इमली का अत्यधिक सेवन करने से यह शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकती है। अतः इलाज या ऑपरेशन के पहले या बाद में भी इमली का सेवन वर्जित होता है। यह रक्त के स्तर को प्रभावित कर शरीर पर दवाई का असर नहीं होने देती।
7) इमली के अधिक मात्रा में या निरंतर सेवन से शरीर पर चकत्ते पड़ना, खुजली, सूजन, गले में खराश या सूजन, सांस संबंधी बीमारियाँ, चक्कर आना, बेहोश होना एवं उल्टी आदि समस्याएँ उत्पन्न होने लगती है।
8) इमली में विटामिन “सी” भरपूर मात्रा में पाया जाता है। महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान विटामिन “सी” युक्त फलों एवं सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए। इमली में विटामिन “सी” उपस्थित होने के कारण इसके अत्यधिक सेवन से शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ने लगता है| एस्ट्रोजन का उच्च स्तर महिलाओं के गर्भाशय में संकुचन एवं ब्लीडिंग की समस्या उत्पन्न करने लगता है।
अतः गर्भवती महिलाओं द्वारा इमली का अत्यधिक सेवन करने से गर्भपात की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसी कारण से इमली का अधिक मात्रा में सेवन कईं शारीरिक एवं त्वचा संबंधी रोगों का कारण बन सकता है अतः इमली के अधिक सेवन से बचे रहें।
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