आलू एक ऐसी सब्जी है ,जो बच्चों से लेकर बड़ों तक सबकी मनपसंद होती है। आलू का प्रयोग सब्जी, चाट, चिप्स, स्नैक्स, फ्रेंच फ्राइज जैसे कई बेहतरीन व्यंजन बनाने में किया जाता है। ऐसा माना जाता है, कि आलू वज़न को बढ़ाता है, जो की पूरी तरह से सही नहीं है। जानिये, किस तरह मोटापे का रिस्क कम करके आप आलू खाने का मज़ा उठा सकते है।
- आलू वज़न या मोटापे को नहीं बढ़ाता, लेकिन आलू को जब तला या भुना जाता है, तो इसके लिए प्रयोग होने वाले घी या तेल से मोटापा बढ़ता है। अगर आप आलू को उबाले और उस पर थोड़ा नमक व काली मिर्च डाल कर इसका सेवन करें तो वज़न बढ़ता नहीं बल्कि कम होता है।
2. कच्चे आलू में कैलोरीज़ नहीं होती, लेकिन जब इसे फ्राई किया जाता है, तो यह मोटापा बढ़ाता है. इसलिए आलू को बिना तेल या घी के पकाना फ़ायदेमंद होता है।
3. आलू में स्टार्च भरपूर मात्रा में पाया जाता है। स्टार्च आलू में पाया जाने वाला कार्बोहाइड्रेट है ,जो शरीर में मोटापे के साथ साथ मधुमेह, ब्लड प्रेशर जैसी बिमारियों का कारण भी बनता है, इसलिए आलू में स्टार्च की मात्रा को कम कर के, मोटापे को भी कम किया जा सकता है। कुछ आसान तरीकों से स्टार्च की मात्रा को कम किया जा सकता है।
- कच्चे आलू को काट कर इसके टुकड़ों को कुछ देर पानी में भिगोये और इनका स्टार्च निकल जाने के बाद तलें, इस तरीके से आलू में मौजूद अतिरिक्त स्टार्च भी निकल जायेगा और तलना भी आसान होगा।
- आलुओं को उबालने से पहले उन्हें ठंडे पानी में डाल दें और ऐसे ही उबालें। इस तरीक़े से एक्स्ट्रा स्टार्च आलुओं के उबलने से पहले ही निकल जायेगा।
- आलुओं में स्टार्च की मात्रा का अनुमान उनके रंग से भी लगाया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि सुनहरे आलुओं में स्टार्च अधिक होता है और पानी की मात्रा कम। वहीं हलके लाल रंग के आलुओं में स्टार्च कम व पानी की मात्रा अधिक होती है।
- आलुओं को मध्यम से अधिक आंच में उबालें। इसके बाद आलुओं के गर्म पानी को निकाल दें जो, कि अधिक स्टार्च के कारण हलके सफ़ेद रंग का होगा। इसके बाद इन्हे ठंडे पानी से धो दें। इससे भी स्टार्च निकल जाता है।
4. भुना हुआ आलू खाने से पेट आसानी से भर जाता है, जिससे दूसरी या अधिक कैलोरी वाली चीज़े खाने की ज़रूरत नहीं पड़ती और इससे मोटापा कम होता है। आलू में मौज़ूद फाइबर भी मोटापा कम करने में मददगार है।
आलू को भून कर या उबाल कर खाने से इसमें मौजूद सारे पोषक तत्व शरीर को मिलते हैं। सब्जी बनाते हुए आलू के छिलके को न निकालें ,इससे भी आलू में मौजूद फाइबर बरकरार रहता है ,जिससे मोटापा का ख़तरा नहीं होता। इन बातों का ध्यान रखकर आप अपने पसंदीदा आलू को बिना अधिक सोचे विचारे आसानी से खा सकते हैं।
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