भारतीय सांस्कृतिक विरासत में रंगों एवं उत्सवों का विशेष महत्त्व है। इसका कारण इसके प्रत्येक अंचल में मौसम की विविधता का पाया जाना है। मौसम के आधार पर हर अंचल में भान्ति-भान्ति के पेड़, फुल एवं पौधे पाए जाते हैं। जिसका प्रभाव वहाँ के निवासियों के सभ्यता एवं रीति-रिवाज के निर्धारण पर पड़ता है।
आइये, इस लेख के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक विरासत की खूबी “एकता में अनेकता” का उदहारण पेश करती विभिन्न प्रान्तों की दुल्हनों के चूड़ियों का रंग जानें।
1. हिमाचल प्रदेश की दुल्हन की चूड़ियों का स्टाइल
हिमाचल प्रदेश की दुल्हन लाख से भरी हुई चाँदी की चूड़ियाँ पहनती है। इसके पीछे मान्यता है कि चाँदी पहनने से दुष्ट आत्माओं से रक्षा होती है।

2. केरल: मलयाली दुल्हन के सोने के कंगन
मलयाली दुल्हन सोने (गोल्डन कलर) के कंगन से अपने कलाइयों को सजाती है। दक्षिण भारत में सोने को शुभ धातु माना जाता है। जिसके कारण विवाह के अवसर पर केवल सोने के कंगन एवं ज्यादा से ज्यादा सोने के गहने पहनने का रिवाज है।

3. महाराष्ट्र: मराठी दुल्हन कुछ यूं हरे काँच की चूड़ियाँ पहनती हैं।
महाराष्ट्रीयन दुल्हन विषम संख्या में हरे काँच की चूड़ियों के साथ सोने के कंगन पहनती हैं। विवाहित जीवन में समृद्धि एवं खुशहाली की कामना से हरी चूड़ियाँ पहनने का रिवाज है।

4. पंजाब: सिख दुल्हन की पारंपरिक चूड़ियाँ
पंजाब में सिख दुल्हन सफ़ेद और लाल रंग की 21 चूड़ियाँ पहनती हैं। जिसे चूड़ा कहते हैं। सिख धर्म में दुल्हन के मामाजी द्वारा शादी के मंडप में चूड़ा दिए जाने का रिवाज है।

5. गुजरात: गुजराती दुल्हन के कंगन
गुजराती दुल्हन सफ़ेद हाथी के दाँत से बनी चूड़ी के साथ गोल्डन वर्क से सजी हरी एवं लाल रंग की चूड़ियाँ पहनती है। ये चूड़ियाँ दुल्हन को उसकी माँ सुनहरे भविष्य की कामना के साथ देती है।

6. तेलंगाना: तेलुगू दुल्हन
तेलंगाना की दुल्हन गहरे रंग की काँच की चूड़ियों के साथ सोने के कंगन पहनती हैं।

7. राजस्थान: मारवाड़ी दुल्हन
मारवाड़ी दुल्हन भड़कीले रंग की स्टोन वर्क, मोती की चूड़ियाँ एवं सोने की चूड़ियाँ पहनती हैं।

8. राजस्थान: राजस्थानी आदिवासी दुल्हन
राजस्थानी दुल्हन सफ़ेद हाथी दाँत से बनी चूड़ी के साथ अनेक रंगों की लहरिया वर्क से सजी लाख की चूड़ियाँ पहनती हैं।

9. तमिलनाडु: तमिल दुल्हन की चूड़ियाँ
तमिलनाडु की दुल्हन अनेक रंग की काँच की चूड़ियों के साथ सोने के कंगन पहनती हैं।

10. पश्चिम बंगाल: बंगाली दुल्हन के शाखा पोला

बंगाली दुल्हन शंख और मुंगे की लाल एवं सफ़ेद चूडियाँ पहनती है। जिसे शाखा पोला कहते हैं। इस रस्म को सात सुहागन महिलाओं द्वारा पूरा किया जाता है। बंगाली विवाहित महिलाओं के जीवन में इन लाल और सफ़ेद रंग की चूड़ियों का विशेष पारंपरिक महत्त्व होता है।
दसबस के यूट्यूब बांग्ला चैनल पर देखिये शाखा पोला के ढेर सारे डिजाइन।
प्रातिक्रिया दे