ग्रीन टी में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो आपको वजन को कम करने में सहायक होते हैं। कई सारी रिसर्च में यह पाया गया है कि ग्रीन टी बैड फैट्स को खत्म करने में काफी मददगार है। आइये जानते हैं कैसे :
ग्रीन टी सिर्फ एक फ्लेवर टी नहीं है बल्कि इसमें कई ऐसे बायो एक्टिव गुण हैं जो आसानी से पानी में घुल जाते हैं और आपको फायदा पहुंचाते हैं। जब आप एक कप ग्रीन टी का सेवन करते हैं तो आपके शरीर में कई सारे पोषक तत्व सम्मिलित होते हैं जिसमें कैफीन सबसे प्रमुख है।
कैफीन एक जाना माना स्टीमुलेंट है जो फैट बर्निंग प्रोसेस में मदद करता है। इतना ही नहीं यह आपकी एक्सरसाइज परफॉरमेंस को भी इम्प्रूव करता है। ग्रीन टी में ऐसे एंटी ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में मौजूद हैं जो आपके शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं।
● ग्रीन टी शरीर में फैट सेल से फैट को कम करने में मदद करती है :
फैट को बर्न करने के लिए सबसे पहले उसे फैट सेल में से ब्लड स्ट्रीम में लेकर आना पड़ता है। ग्रीन टी में मौजूद एक्टिव कंपाउंड्स इस प्रक्रिया में कई फैट हार्मोन्स को बूस्ट करते हैं। इनमें सबसे मुख्य एंटी ऑक्सीडेंट है इ जी सी जी।
➡ ग्रीन टी बनाने की विधि – इसको बनाने का तरीका थोड़ा अलग है
कैफीन और इ जी सी जी ( जो की प्राकृतिक रूप से ग्रीन टी में पाए जाते है ) दोनों मिलकर प्रभावी रूप से फैट कम करने की प्रक्रिया में काम करते हैं। इसका अंत में परिणाम यह होता है कि फैट सेल में से फैट निकलकर ब्लड में मिल जाता है और शरीर में एनर्जी पैदा करता है जो शरीर के विभिन्न अंगो के लिए जरुरी है।
● ग्रीन टी फैट बर्निंग में सहायक है – खासकर एक्सरसाइज के समय
अगर आप बाजार में उपलब्ध वेट लोस सप्लीमेंट के लेबल को ध्यान से पढेंगे तो पायेंगे कि उसमें कहीं न कहीं आपको टी जरूर एक सामग्री के रूप में मिल जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि कोई भी टी फैट बर्निंग की प्रक्रिया में खासकर एक्सरसाइज के वक़्त काफी सहायक होती है । एक स्टडी के अनुसार जो व्यक्ति कसरत करने से कुछ समय पूर्वा ग्रीन टी लेते हैं उनमें 17 % ज्यादा फैट बर्न होता है – उनके मुकाबले जो ग्रीन टी नहीं लेते हैं।
अगर एक्सरसाइज के वक़्त ग्रीन टी ली जाये तो वह फैट बर्निंग में सहायता करती है। एक दूसरी स्टडी के अनुसार यह पाया गया है कि ग्रीन टी सिर्फ एक्सरसाइज करते वक़्त ही नहीं बल्कि सोते वक़्त भी फैट बर्निंग में सहायता करती है।
ऐसे कई शोध हुए है जो यह सिद्ध करते हैं कि ग्रीन टी फैट बर्निंग क्रिया को बूस्ट करती है और शरीर के फैट को कम करती है।
● ग्रीन टी मेटाबोलिक दर को बढ़ाती है और ज्यादा कैलोरीज को बर्न करती है
मानव शरीर लगातार कैलोरी बर्न ( खर्च ) कर रहा होता है। यहां तक कि सोते और बैठते वक़्त भी हमारी कोशिकाएं अरबों कार्यों को निष्पादित कर रही होती हैं। इस प्रक्रिया में भी कैलोरी खर्च होती है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि ग्रीन टी हमसे और अधिक कैलोरी बर्न करवा सकती है, यहां तक कि आराम करते वक़्त भी। ज्यादातर अध्ययनों में यह 3-4% की वृद्धि के बराबर है, हालांकि कुछ अध्ययनों में 8% की दर से भी बढ़ोतरी देखी गयी है।
ग्रीन टी से एक व्यक्ति जो प्रतिदिन 2000 कैलोरी खर्च करता है , प्रति दिन अतिरिक्त 60-80 कैलोरी ज्यादा खर्च कर सकता है। मोटापे से ग्रस्त 60 व्यक्तियों के एक अध्ययन में, जिस समूह ने ग्रीन टी का सेवन तीन महीने तक किया उनमें यह देखा गया कि उन्होंने 3. 3 किलो वज़न कम किया और रोज 183 कैलोरी ज्यादा खर्च की ।
● क्या ग्रीन टी आपको ऑटोमेटिकली कम कैलोरी लेने पर मजबूर करती है?
ग्रीन टी भूख को कम करके भी वजन घटाने में मदद कर सकती है। इससे हम किसी भी प्रयास के बिना ही फैट कम कर सकते हैं। कई अध्ययनों ने भूख पर ग्रीन टी के प्रभाव को देखा है, हालांकि इसके कुछ परस्पर विरोधी परिणाम भी मिले हैं। जानवरों पर हुए अध्ययन के अनुसार पाया गया है कि ग्रीन टी वसा की मात्रा को कम कर सकती है लेकिन इस बात की मनुष्यों में पुष्टि नहीं हुई है।
● ग्रीन टी फैट को काम करती है , विशेष रूप से हानिकारक बेली फैट
ग्रीन टी के कई अध्ययनों से पता चलता है कि यह हानिकारक बेली फैट यानी कि आंत के फैट को कम करती है। इससे कई खून सम्बन्धी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है जो दीर्घ और स्वस्थ जीवन की कुंजी है।
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