पुदीना हर चटपटे भारतीय व्यंजन का साथी होता है। जब भी हमारा मन चटकारे भर रहा होता है, तब तब पुदीना याद आने लगता है। पुदीने की चटपटी चटनी हमारे भारतीय व्यंजनों के स्वाद में चार चाँद तो लगाती ही है, इसके अलावा यह तुरंत ही हमारे मुंह में पानी भी ले आती है।
परंतु, पुदीने को पीढ़ी दर पीढ़ी हमारी दादी और नानियों द्वारा यों ही इतनी महत्ता नहीं मिली है। अवश्य ही पुदीने के कई सारे फायदे होंगे, जिस वजह से पुदीने ने हर भारतीय रसोई में अपनी जगह पायी है।
पुदीना के औषधीय गुण क्या-क्या हैं?
• पुदीना एक बहुत ही अच्छा कीटाणुनाशक तत्व है। हमारे चेहरे पर होने वाले कील मुँहासे इन्ही कीटाणुओं की वजह से ही होते हैं। अतः, इन कीटाणुओं का खात्मा करने के लिए पुदीना एक सर्वोत्तम औषधि है। अतः, रोजाना पुदीने के रस की कुछ बूंदों के इस्तेमाल से ही हर तरह के कील मुहांसों से बड़ी ही आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।
• अक्सर बदहज़मी के कारण लोगों को अनावश्यक रूप से पेट में दर्द झेलना पड़ता है। कभी कभार पेट में गैस की समस्या भी हो सकती है। ऐसी परिस्थितियों में पुदीना एक कारगर औषधि है। अगर आपका हाजमा कमजोर पड़ गया है तो नियमित रूप से पुदीने का सेवन फिर से आपके हाज़मे को मजबूत बनाता है।
• चूंकि पुदीना एक बहुत ही अच्छा कीटाणुनाशक है, मुंह से दुर्गंध आने की समस्या में पुदीने के पानी से रोज़ सुबह कुल्ला करने से कुछ ही दिनों के अंदर ही अंदर आपको अपनी इस समस्या से निजात मिल जाएगा। अक्सर मुंह में पैदा होने वाली दुर्गन्ध मुंह में पनपने वाले कीटाणुओं की वजह से ही होती है।
• अगर आपको गर्मियों में मजबूरन भरी दोपहरी में बाहर निकलना पड़ रहा है और आप लू लगने की वजह से परेशान हैं, तो ऐसी स्थिति में बाहर निकलने से पहले पुदीने के रस का सेवन अवश्य करें। आपको इससे लू ही नहीं लगेगी।
• पुदीना उल्टियां रोकने के लिए सबसे उत्तम औषधि है। यदि आपको किसी भी कारणवश बार बार उल्टियाँ होने लगी हैं, तो पुदीने के रस के सेवन से आपकी उल्टियाँ तुरंत बंद हो जाएंगी।
• हम शरीर में आवश्यक विटामिन्स की आपूर्ति के लिए पिल्स लेते हैं। परन्तु, हमे इन कृत्रिम गोलियों की बजाय पुदीना का नियमित सेवन करना चाहिए क्योंकि इन सबके अलावा पुदीना में विटामिन ए, बी ६, सी, इ, के, बीटा कैरोटीन, राइबोफ्लेविन, पोटाशियम, कैलशियम जैसे कई सारे खनीज़ भी पाये जाते हैं।
• पुदीना श्वास जनित रोगों के लिए एक रामबाण औषधि है। यह साधारण श्वास जनित रोगों से लेकर आस्थमा जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज़ में काफी लाभदायक सिद्ध हुआ है। इन स्थितियों में यह काफी आराम पहुंचाता है।
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