पति को काबू में रखना हमेशा नकारात्मक सोच नहीं होती है। यदि वैवाहिक जीवन को बेहतर बनाने या परिवार की भलाई के लिए करना पड़े तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
जब दो लोगों के बीच विवाह संबंध होता है, तो कई ऐसे मुद्दे होते हैं, जिनके बारे में शादी के बाद पता चलता है।
सभी बातों व पहलुओं को संभालने व सुलझाने के लिए कुछ नियम व क़ायदें-कानून बनाना बहुत ही आवश्यक होता, वरना यही आगे चलकर विवाद का रूप ले लेते हैं और बात अलगाव या फिर तलाक तक जा पहुचँती है।
इसलिए अगर इन सब परेशानियों से बचना चाहती हैं, तो कुछ हद तक अपने पति को नियंत्रित करना सीख लेना चाहिए। तो, चलिये जानते हैं, किस प्रकार आप आपने पति को काबू में रख सकती हैं।
1. पति को नियंत्रित करने के लिए सबसे पहले कुछ नियमों का निर्धारण करें, जैसे कि रात में कितने बजे तक घर आ ही जाना है, डिनर किस वक्त करना है, सोने व उठने का समय क्या होना चाहिए आदि। यह भी बताएं कि इन नियमों को तोड़ने का क्या परिणाम हो सकता है। अपनी बात शांति व तर्कपूर्णता के साथ प्रस्तुत करने का प्रयास करें।
2. निर्धारित नियमों का खुद भी पूरी निष्ठा से पालन करने का प्रयास करें। यदि आप ऐसा नहीं करेगी तो अपने पति को नियमों के पालन के प्रति बाध्य नहीं कर सकती है।
3. पति को काबू में करना आसान नहीं होता है। अगर आपकी किसी बात से उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुँच जाएं, तो फिर चाहे आप कितना भी सही कह रही हों, वे बात नहीं सुनेंगे।
इसलिए बात मनवाने के लिए कुछ अलग तरीक़े अपनाना चाहिये। जैसे- यदि आप चाहती हैं कि पति दोस्तों के साथ बाहर न जाएं, तो चीखने-चिल्लाने के बजाये भावनात्मक रूप से रोकने का प्रयास करें।
4. पति की पसंद व नापसंद का ध्यान रखें। खासतौर छुट्टी के दिन उनके पसंद का भोजन जरूर तैयार करें। खाने के साथ कुछ मीठा भी बनाएं, क्योंकि पुरूषों को यह ज़्यादा प्रिय होता है। कहते भी हैं, कि पति के दिल का रास्ता पेट से होकर जाता है।
5. पति की अगर कोई बात पसंद न आएं, तो तुरंत नकारने के बजाय समझने के लिए कुछ समय मांगे और यदि उनकी बात सही है, तो बिना किसी तर्क के मान लें। लेकिन यदि वाकई वो गलत है, तो उसके परिणामों से अवगत कराने का प्रयास करे।
इन सब उपाय से अपने बीच स्नेह व विश्वास को इस प्रकार स्थापित करें, कि हर बात बिना किसी विवाद व दबाव के सुलझ जाएं और आप एक सुखी वैवाहिक जीवन व्यतीत करें।
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