आजकल कोरोना वायरस डिजीज 19 के कहर से जनजीवन शिद्दत से प्रभावित हुआ है। पूरे देश में 21 दिनों का लॉक डाउन चल रहा है। कुछ अपवादों को छोड़कर लगभग हर घर की व्यवस्था की धुरी, घर की बाई भी लॉक डाउन की वजह से काम करने नहीं आ रही। स्कूल, कालेज, दफ्तर बंद होने की दशा में बच्चे और पति देव घर पर ही हैं।
अब जाहिर है, जब सब लोग घर पर होंगे तो पूरे दिन घर की गृहणी का एक पांव रसोई में ही बीतेगा। कभी पतिदेव की चाय की तान, तो कभी बच्चों की भूख लग रही है की टेर, लॉक डाउन में घर की महिलाओं की बुरी तरह से शामत आई हुई है। वह घर का झाड़ू पोंछा करें, कपड़े धोएं या मिनट मिनट पर पतिदेव की चाय और बच्चों की भूख शांत करने की कवायद करें ।
तो आइए, आज हम आपके लिए बाइयों की गैरमौजूदगी में सक्षमता से घर मैनेज करने के कुछ शॉर्ट कट्स और टिप्स लेकर आए हैं।
पहला और सबसे महत्वपूर्ण टिप है कि अवकाश के इन दिनों में पतिदेव और बच्चों से कुछ न कुछ कार्य अवश्य करवाएं। यदि पतिदेव को खाना पकाना नहीं आता तो आप उन्हें बर्तन साफ करना, वाशिंग मशीन से कपड़े धोना या झाड़ू पोंछे का कार्य दे सकती हैं। बच्चों से भी आप डस्टिंग और झाड़ू लगवा सकती हैं।
हर कार्य अकेले ना करें अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें ।
पतिदेव और बच्चों से तनिक जल्दी उठकर दिन भर के कार्यों की तैयारी कर लें।
नाश्ते में बनने वाली उपमा, हलवा, उत्तपम, इडली आदि के लिए सूजी भून कर उत्तपम, अप्पे, इडली डोसा, का सभी मसाले डाल कर, घोल बना कर रख दें। बेसन का चीला या ढोकले बनाने हैं तो उनका घोल बनाकर मसाले डाल कर रख दें । सैंडविच बनाने हैं तो आवश्यक सब्जियां धो काटकर या उबले आलुओं की पिट्ठी बना कर रख दें । आजकल बाई की गैरमौजूदगी में दाल और चावल की इडली, उत्तपम, डोसा, अप्पे बनाने की अपेक्षा ये व्यंजन सूजी से बनाएं। इस तरह आप दाल चावल धोने और पीसने की कवायद से बच जाएंगी ।
दोपहर में बनने वाले दाल चावल धोकर रख दें। चावलों का पानी निकालकर बर्तन में रख दें। दाल को पानी में भिगो दें।
दिनभर सब्जियों दालों के लिए अदरक, हरी मिर्च धोकर, काट कर फ्रिज में रख दें। हरा धनिया, करी पत्ता बिना धोए काट कर रख दें । जब जरूरत हो, धो कर उपयोग में लें।
दाल के साथ कुछ आलू उबालकर रख सकती हैं। उबले आलूओं को मैश, उसमें मसाले डाल कर उसका भर्ता बनाकर या सब्जी बना कर दाल चावल के साथ सर्व कर सकती हैं।
यह एक तथ्य है कि फ्रिज में दाल 5 दिनों तक, पकी सब्जियां तीन-चार दिनों तक और चावल 3 दिनों तक पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं। उनकी पौष्टिकता बिलकुल कम नहीं होती। अतः यदि बिना बाई के आप रसोई का काम करके करके बुरी तरह से थक चुकी हैं तो खाना बनाने में योजनाबद्ध शॉर्टकट अपनाएं।आप एक बार में दो वक्त की दाल, सब्जी या चावल बना कर फ्रिज में रख सकती हैं ।
जैसे आपने आज लंच में हींग जीरे के छौंक वाली कोई दाल बनाई तो उसमें बस प्याज, हरी मिर्च, हरी प्याज, टमाटर का तड़का लगाकर या सांभर मसाला डालकर अगले दिन रात को खा सकती हैं। तड़के से स्वाद भी बदल जाएगा और आपका काम भी कम हो जाएगा। इस तरह आप आज लंच में बने चावल अगले दिन लंच में सर्व कर सकती हैं। अगले दिन के लिए कोई भी चीज फ्रिज में रखने के लिए बस एक सावधानी बरतें। आपको दाल, चावल या सब्जी पकाने के बाद ठंडी कर के 2 घंटों के भीतर फ्रिज में अच्छी तरह से टाइट ढक्कन से ढक कर फ्रिज में रखनी चाहिए। पकाने के 2 घंटों के भीतर फ्रिज में रखी हुई सब्जी, दाल और चावल 24 से 48 घंटों तक पूरी तरह सुरक्षित रहते हैं और उनकी पौष्टिकता भी बनी रहती है। अतः आप उन्हें बेहिचक इस अवधि में उपयोग में ले सकती हैं।
एक बार में दो वक्त के चावल बना कर फ्रिज में रख दें। अगले दिन आप उस चावल को हींग, राई, हरी मिर्च में भूनकर या केवल प्याज और सब्जियों के साथ भूनकर फ्राइड राइस का आनंद उठा सकती हैं।
इसी तरह आपने आज लंच में कोई सब्जी हींग जीरे में बनाई। अगले दिन डिनर में आप उसे प्याज लहसुन में छौंक कर स्वाद बदल कर एकदम नए व्यंजन का लुत्फ़ उठा सकती हैं।
पति घर में रहेंगे तो स्वाभाविक है हर दो-तीन घंटों में ऑफिस की तरह चाय की मांग करेंगे। इस काम को सहज करने के लिए आप सुबह सवेरे अपनी आवश्यकतानुसार दूध, पानी, चीनी, अदरक, और इलायची मिलाकर खूब उबाल कर और फिर ठंडा करके फ्रिज में रख दें । पतिदेव से कहें कि वह उसे उबाल कर अपने कप में डिप वाली चाय का सैशे डालकर जब मन चाहे चाय का आनंद उठा सकते हैं ।
पतिदेव और बच्चे आजकल अवकाश के इन दिनों में में समय-समय पर कुछ अच्छा चटपटा खाने की मांग करते ही रहते हैं। इस स्थिति में हर बार कुछ ताजा बनाने के स्थान पर आप बाजार से मुरमुरे, मूंगफली, कॉर्नफ्लेक्स, काजू टुकड़ी और किशमिश मंगवा लें। मुरमुरे, कॉर्न फ्लेक्स, मूंगफली, काजू माइक्रोवेव में भूनकर या तेल में भूनकर स्वादिष्ट नमकीन बनाकर रख सकती हैं
इसी तरह आप चिड़वा, मूंगफली, काजू , माइक्रोवेव में भूनकर या तेल में तलकर उसमें भुना करी पत्ता, किशमिश मिलाकर स्वादिष्ट नमकीन बनाकर रख सकती है।
मखाने पौष्टिक होने के साथ-साथ बेहद स्वादिष्ट भी होते हैं। इन्हें भी आप माइक्रोवेव या कड़ाही में थोड़े घी में भूनकर काला नमक, काली मिर्च या चाट मसाला डालकर स्वादिष्ट नमकीन के रूप में उपयोग कर सकती हैं ।
केवल माइक्रोवेव या कड़ाही में तेल में भूनकर आप मूंगफली की नमकीन बनाकर रख सकती हैं। इन्हें बेसन में लपेटकर माइक्रोवेव में या तल कर भी स्वादिष्ट नमकीन बना सकती हैं ।
ये नमकीन बना कर आप हर रोज शाम को ताजे स्नैक्स पकाने के काम से बच सकती हैं।
इस के अतिरिक्त आप एक बड़ा सा केक बना कर फ्रिज में रख सकती हैं ।
बिना बाई के सामान्य दिनों की तरह स्वयं सब्जियों की वैरायटी बनाना बेहद कष्टप्रद हो सकता है। अतः अपने भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए आप इन ब्रेक्स के दौरान अपनी पसंद के अनुसार तरह-तरह की चटनियां जैसे हरे धनिए, पुदीने, टमाटर,नारियल, लहसुन हरी मिर्च,मूंगफली की की चटनी बनाकर रख सकती हैं। इन्हें बार-बार बनाने की कवायद से बचने के लिए इन्हें छोटी छोटी शीशियों में भरकर पकाने के 2 घंटों के भीतर फ्रीजर में ढक्कन बंद कर रख दें और आवश्यकतानुसार निकालकर उपयोग में लें।
प्याज और हरी मिर्च विनेगर और नमक या नींबू के रस में डालकर बोतल में भरकर रख दें ।
इन दिनों जब सब लोग घर में हैं, हरी मिर्च का राई, हल्दी, सौंफ़ का अचार सरसों के तेल में डालकर रख दें। गोभी गाजर शलगम का अचार या लहसुन अदरक का अचार भी आप डाल सकती हैं। बस यह याद रखें, इनमें थोड़ा विनेगर अवश्य डाल दें। इससे यह जल्दी से खराब नहीं होगा। इन सब चीज़ों से बिना वैरायटी के भी आपका भोजन बहुत स्वादिष्ट बन जाएगा।
दिन में एक बार टमाटर या विभिन्न सब्जियों का सूप बना कर दे सकती हैं। सूप बहुत जल्दी बनाने के लिए आप टमाटर या विभिन्न सब्जियों को केवल धोकर मिक्सी में अच्छी तरह चला कर उबालें और नमक, काली मिर्च, बटर और पनीर डालकर सर्व करें ।
बाई की गैर मौज़ूदगी में बर्तन माँजने का काम कम करने के लिए आप खाना सर्व करने के लिए डिस्पोज़ेबल बोल्स, ग्लास, प्लेट्स और चम्मच उपयोग में ले सकती हैं।
वाशिंग मशीन में कपड़े धोने के बाद उन्हें इन कुछ दिनों ड्रायर में सूखा लें। आप कपड़े सुखाने की मेहनत से बच जाएंगी।
बाई नहीं होने की स्थिति में पोंछे का काम सरल करने हेतु मैं एक टिप आपको देती हूं।
टॉयलेट और घर से बाहर जाने की चप्पलें अलग कर दें। इस तरह बाथरूम टॉयलेट और घर से बाहर की चप्पले आपके घर में नहीं आएंगी तो आपका घर की कीटाणुमुक्त रहेगा और इस स्थिति में यदि आप रोजाना के स्थान पर घर का पोंछा सप्ताह में एक या दो बार भी लगाती हैं तो कोई हर्ज़ नहीं।
कमोड की सीट और उसकी रिम पर रोजाना कपड़े धोने से बचा सर्फ का पानी या साफ़ सर्फ़ का पानी डालें। फिर उस पर साफ़ पानी डाल दें, आपका कमोड रोज कीटाणु मुक्त हो जाएगा।
अलग-अलग पट्ठे के डब्बे या टोकरी में अपने पतिदेव और बच्चों के अंडर गारमेंट, रुमाल मोजे रखने की आदत डालें। इस प्रकार आप इन्हें रोज अलग-अलग समय पर निकाल कर उन्हें देने की कवायद से बच सकती हैं ।
Deepali Dixit Sharma
I appreciate your skills and the lucid style of writing. Really the tips are very useful and helpful, especially when everyone is confined.
Renu Gupta
Thanks for your kind words.