पूरी दुनिया में केवल भारत ही एक ऐसा देश है, जहां हर दो माह के बाद मौसम अपना रंग बदल लेता है। ऐसे में मौसम का प्रभाव युवा वर्ग पर इतना नहीं होता है, जितना बच्चों और वृद्ध लोगों पर मौसम का असर होता है। विशेषकर सर्दी में छोटे बच्चे और वृद्ध व बीमार लोगों को विभिन्न प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए हम आपके लिए आयुर्वेद के कुछ सरल नुस्खे लाएँ हैं – उम्र के पड़ाव अनुसार हमने इन सुझावों को तीन भागों में बांटा है, ताकि आप अपनी उम्र के अनुसार दिये सुझावों पर अमल कर सकें।
1. बड़ी उम्र के लोग क्या करें
सर्दी का सबसे पहला असर बीमार और वृद्धों पर खांसी और सांस फूलने के रूप में दिखाई पड़ता है। इसके लिए जरूरी है कि
- बीमार व वृद्ध व्यक्तियों को च्यवनप्राश का नियमित सेवन करना चाहिए।
- सुबह-शाम तुलसी के 3-4 पत्ते खा लें।
- 1 इंच अदरक, 2 लौंग और 4 काली मिर्च के साथ 4 तुलसी के पत्ते एक बोतल पानी में उबाल लें। सुबह-शाम इस पानी को पी लें।
- सुबह कुछ भी खाने से पहले खाली पेट ही लहसुन की 4-5 कली खा लें।
- एक गिलास गर्म दूध में छुआरों को उबाल लें और उसे पी लें।
- सादे गेहूं की जगह बाजरे की रोटी से खाना खाएं। बाजरा, सभी अनाज में गर्म होता है।

2. छोटे बच्चों की देखभाल :
छोटे बच्चों को सर्दी से बचाने के लिए जरूरी है कि उनकी छाती को गर्म कपड़े से ढ़क कर रखें। फिर भी अगर सर्दी का असर दिखाई दे तब:
- एक चम्मच सरसों के तेल में अजवायन डालकर गर्म करें और उसकी छाती पर मालिश करें।
- खांसी और तेज़ जुकाम, बंद नाक और बलगम आने पर सावधानी से भाप दें।
- अगर गर्भवती हैं तो स्वयं को और गर्भ के शिशु को फायदा पहुंचाने के लिए गुड का सेवन करें।
- नवजात शिशु को एक चम्मच दूध या पानी में जायफल घिसकर देने से भी ठंड का असर कम हो जाता है।
3. युवा से वृद्ध लोग क्या करें:
सामान्य रूप से सर्दी का असर तो किसी भी व्यक्ति को किसी भी उम्र में हो सकता है। इसलिए ज़रूरी है कि अपने शरीर के रोगों से लड़ने की शक्ति को मजबूत रखने के लिए शरीर को हमेशा एक्टिव रखें। इसके अलावा स्वयं को सर्दियों में सेहतमंद रखने और सर्दी के असर को कम करने के लिए आप कुछ और उपाय भी कर सकते हैं:
- आटे-सूजी और घी में बने पंजीरी के लड्डू खा सकते हैं।
- रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पी लें। हल्दी, सर्दी में शरीर को गर्म रखने में सहायक होती है।
- रात को सोने से पहले नाक में एक बूंद सरसों के तेल की बूंदें ड़ाल लें। इससे नाक साफ रहेगी और अगर जुकाम के कारण बंद है तो खुल जाएगी।
- नियमित रूप से खाने के बाद गुड़ का सेवन करें। इससे एक तो प्रदूषण का असर नहीं होगा और दूसरे सर्दी का असर गले पर नहीं होगा। सर्दी के मौसम में स्वस्थ रहते हुए इस मौसम का आनंद लेना चाहते हैं तो गर्म खाना खाएं, गुनगुना पानी पिएँ और सैर के लिए उस समय निकलें, जब ठंड का असर कम होता है।
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