ऑनलाइन शॉपिंग का अपना अलग ही मजा है। न तो धूप-बारिश में घर से निकलने का झंझट। ट्रेफिक जाम की चिंता नहीं। बस घर बैठे ही आराम से खरीददारी का आनंद उठाईए। और तो और, जीतनी चॉइस आपको एक बड़ी शॉपिंग वेबसाइट में मिलेगी, उतनी वेराइटी आपको बड़े से बड़े मॉल में भी नहीं मिलेगी।
पर ऑनलाइन शॉपिंग करने में मुझे एक समस्या आती थी। जब मैं कपड़े खरीदती हूँ। साइज़ को लेकर। अब किसी दुकान में तो आप ट्राइल रूम में जाकर इस समस्या को सुलझा सकती है। पर आपके मोबाइल या टेब पर यह सुविधा नहीं होती। धीरे-धीरे मैंनें इस समस्या का समाधान निकाल लिया। आज मैं इसी समाधान को आपके साथ भी साझा कर रही हूँ। बस इन टिप्स को ध्यान में रखिए और मस्त होकर ऑनलाइन कपड़े खरीदिए।
1. खरीददारी करने के पूर्व अपना सही माप जान लें
ऑनलाइन शॉपिंग करने से पहले आप अपना सही माप जान लें। मेजरमेंट टेप लेकर आप अपने बस्ट साइज, नितंब (हिप्स), कमर का नाप ले लीजिये। नाप लेते समय यह ख्याल अवश्य रखें कि टेप हमेशा सीधा रहे। बेहतर होगा आईने के सामने खड़े रह कर इसे करे।
कई बार अलमारी में पड़े हुए फीतों में शिकन हो जाती है। ऐसे फिते से माप न लें – गलत माप मिलेगा।
बस्ट साइज लेने के लिए हमेशा अंडर वायर्ड और नॉन पैडेड ब्रा पहनें। अगर आप कुर्ती, टॉप वगैरह की शॉपिंग कर रही हैं तो सिर्फ बस्ट साइज ही काफ़ी है। लेकिन अगर ब्रा खरीदना चाहती हैं तो सबसे पहले अपने अंडर बस्ट का साइज लें और फिर ओवर बस्ट (स्तन का सबसे ज्यादा उभरने वाला हिस्सा) का माप लें। (आप यह जान शायद हैरान रह जाएंगी कि 80% से ज्यादा महिलाएं गलत साइज़ का ब्रा पहनती हैं।)
अगर दोनों स्तन अलग अलग साइज़ में हैं, तो जो ज्यादा बड़ा हो, उसका माप लें। इससे आपको आपका सही कप साइज पता लग जायेगा। अगर पीरियड्स के दौरान आपके स्तन में सूजन होती है तो उस दिन साइज मेजर करें जिस दिन वह नार्मल शेप में हो ।
वेस्ट(कमर) के साइज लेने के लिए टेप को हमेशा नाभि के ऊपर रखें, लेकिन रीब केज के नीचे। हिप्स की साइज के लिए सबसे ज्यादा उभरे हुए हिस्से का साइज लें। और अपने दोनों पैरों के बीच 6 इंच का अंतर रखें।
सलवार या किसी भी प्रकार के बॉटम की साइज के लिए हमेशा वहाँ से माप लें, जहां आप नोरमली पहनती हैं। क्योंकि वही आपके लिए आरामदायक होगा।
2. साइज चार्ट हमेशा चेक करें
भले ही आपने अपना साइज लिखकर कोई प्रोडक्ट सर्च किया हो, लेकिन उसे खरीदने से पहले एक बार उस कंपनी का साइज चार्ट अवश्य चेक कर लें। क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि कभी किसी कंपनी या ब्रांड का एक्स एल फिट आ जाता है तो कभी किसी का डबल एक्स एल भी नहीं। उस साइज चार्ट में आप अपने साइज के हिसाब से देख लें कि आपकी साइज वाले कपड़े किस कैटेगरी में हैं।
3. रिव्यु और कमैंट्स अवश्य पढ़ें
खरीदने से पहले उस प्रोडक्ट के रिव्यु पढ़ लें। खासकर उसमे आप फ़िल्टर अप्लाई करके सिर्फ साइज के संबंध में दिये हुये कममेंट्स और रिव्यु भी देख सकते हैं। नीचे चित्र देखें।
4. प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन चेक करें
जो भी सामान खरीद रही हैं, एक बार उसका प्रोडक्ट विवरण पढे लें। देखिये कि वो किस फेब्रिक से बना है। अगर उस फेब्रिक के बारे में आपको जानकारी नहीं है, तो आप उस फेब्रिक का नाम लिख गूगल सर्च कर लीजिये। आपको ढेर सारी जानकारी मिल जाएगी। क्योंकि कभी-कभी कोई मटेरियल कम इलास्टिक होने की वजह से छोटा और ज्यादा इलास्टिक की वजह से लूज़ होने लगता है। बेहतर होगा कि हमेशा फेब्रिक की परख करके ही प्रोडक्ट ऑर्डर करें।
5. प्रोडक्ट की अलग-अलग एंगल से ली गयी सभी फोटो पर गौर डालिए
प्रोडक्ट की अलग अलग एंगल वाली फोटोग्राफ को अच्छे से देखें और कभी-कभी कुछ ब्रांड्स प्रोडक्ट के साथ वीडियो भी शेयर करते हैं। जिससे आप साइज ओर लुक के बारे में और अच्छे से कन्फर्म हो सकते हैं।
6. शॉपिंग साइट या एप्प की रिटर्न / एक्स्चेंज पॉलिसी चेक कर लें
आप चाहें कितनी भी सावधानी क्यों न बरत लें, इंसान हैं, भूल तो हो ही सकती है। मान लीजिये कि आपने एक कुर्ती बड़े ही चाव से ऑर्डर की। पर अब वो आपको छोटी पड़ रही है। इसलिए, किसी भी ऐसी साइट से शॉपिंग मत करिए जो आपको सामान को कम से कम बदलने का मौका न देता हो।
एमेज़ोन, फ्लिपकार्ट, मिंत्रा सहित लगभग सभी जानी-मानी साइटों में आपको यह परेशानी नहीं आएगी। फिर भी कई बार हर सामान को लेकर अलग नियम होते हैं। एक बार चेक कर लें।
7. जिन ब्रांड के कपड़े आपको फिट आते हैं, उनके नाम कहीं नोट कर लें
हर किसी को कोई न कोई ब्रांड के कपड़े ज्यादा फिट बैठते हैं। आपने भी यह जरूर नोटिस किया होगा कि फलाना ब्रांड के कपड़े आपको झट कर के फिट हो जाते हैं। क्योंकि हर ब्रांड और कंपनी का माप लेने का और कपड़े की स्टाइलिंग का तरीका थोड़ा-बहुत अलग होता है, इसलिए ऐसा होता है।
बेस्ट यही रहेगा कि आप ऐसे ब्रांड जो आपको फिट बैठते हैं, उनके नाम नोट कर के रख लें। अगली बार जब आप ऑनलाइन शॉपिंग करें, तो सबसे पहले इस लिस्ट को देख इन ब्रांड के कपड़े पहले सर्च कर लीजिएगा।
8. फिट्टिंग में थोड़ी-बहुत गड़बड़ ही हो, तो अपने टेलर मास्टरजी की मदद लीजिये
सभी बातों को ध्यान में रखने के बाद भी अगर कभी कोई कपड़ा आपको अगर थोड़ा सा लूज़ हो रहा हो तो उसे सीधे रिटर्न करने की बजाए नजदीक टेलर से फिट करवाने में कोई हर्ज नहीं। आखिर अपनी मनपसंद ड्रेस के लिए इतना तो किया ही जा सकता ह। लेकिन अगर कुछ ज्यादा ही दिक्कत हो तो आप उसे रिटर्न या एक्सचेंज करवा लें।
बोनस टिप: चाहे आप ऑनलाइन खरीददारी कर रही हो या किसी मॉल या बाज़ार में, उससे पहले यह विडियो देख लीजिये। आपके बहुत पैसे बचेंगे।
Dr DP Vishwakarma
आपके द्वारा नाप लेने का तरीका तो ठीक है लेकिन कुछ लेटर्स के द्वारा संकेत का क्या मतलब जैसे S, M, L, XL, and XXL क्या है
Pramod
Nice work