घनी, चमकदार, रेशमी जुल्फें लहराते हुए खूबसूरत दिखने की चाहत हर महिला में जन्मजात होती है लेकिन जैसे-जैसे वह उम्र के पायदान चढ़ती जाती है अनेक कारणों से इनका स्वास्थ्य प्रभावित होने लगता है। इन कारणों में हमारा भोजन, बालों को दिया जाने वाला पोषण, हमारे हेयर स्टाइल का ढंग, साथ ही पोल्यूशन, जेनेटिक्स एवं विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं जैसे एलोपेसिया, ल्यूपस और कैंसर जैसे रोग प्रमुख हैं। कई बार हमारे डेली रूटीन में जाने-अनजाने की गई कुछ गलत आदतें भी हमारे बालों के स्वास्थ्य पर नेगेटिव प्रभाव डालती है। आइए देखते हैं ये गलत आदतें क्या है और इनके निराकरण के लिए हम क्या उपाय अपना सकते हैं
बालों की जड़ों में स्थित हेयर फॉलिकल्स से संबद्ध सेबेशियस ग्लैण्ड्स से प्राकृतिक तेल सेबम का स्राव होता है जो बालों को नर्म, हाइड्रेटेड एवं स्वस्थ रखता है। गर्म पानी बालों से नमी चुरा लेता है और बालों को सुरक्षित रखने वाले तेल धुल जाते हैं। पानी की गर्माहट से स्कैल्प के रन्ध्रौ में तेल अधिक मात्रा में बनने लगता है जिससे बालों की जड़ों को क्षति पहुंच सकती है और बाल गिर सकते हैं।
इससे बचने के कारगर उपाय:
गर्म शॉवर लेने से बचें। पानी का टेंपरेचर कम से कम रखें।
आज के समय में ब्यूटी कॉन्शसनेस बढ़ने के साथ-साथ हेयर स्टाइल करने के लिए हेयर ड्रायर एवं हेयर स्ट्रेटनर का प्रचलन दिनों दिन बढ़ता जा रहा है लेकिन याद रखें इन दोनों का अत्यधिक उपयोग हमारे बालों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक हैं । इन दोनों के अत्यधिक ताप से बाल अपने प्राकृतिक तेल एवं आवश्यक सीरम खोने लगते हैं। परिणाम स्वरूप वे रूखे और बेजान हो जाते हैं और कमजोर होकर गिरने लगते हैं।
इससे बचने के उपाय:
हेयर ड्रायर एवं हेयर स्ट्रेटनर का उपयोग दैनिक जीवन में कम से कम करें। जब भी इनका उपयोग करें सेटिंग को सबसे ठंडे पर रखें।
बालों पर प्रयुक्त की जाने वाली हेयर डाइ यहां तक कि शैंपू में भी अनेक घातक केमिकल हो सकते हैं जो उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं। हेयर डाइ में हाइड्रोजन पेरोक्साइड एवं अमोनिया नामक केमिकल होते हैं जो उन्हें कमजोर करते हैं और वे टूटने लगते हैं।
इससे बचने के कारगर उपाय:
इस खतरे से बचने के लिए सदैव उत्कृष्ट क्वालिटी के शैंपू एवं हेयर डाइ खरीदें। जहां तक हो सके प्राकृतिक हर्ब्स युक्त हर्बल शैंपू का उपयोग करने का प्रयास करें। बालों को कलर करने के लिए मेहंदी का प्रयोग सर्वाधिक सुरक्षित विकल्प है।
हेयर डाइ चुनते वक्त सेमी परमानेंट हेयर कलर उपयोग में लेने का प्रयास करें क्योंकि वे हाइड्रोजन पेरोक्साइड एवं अमोनिया दोनों से रहित होते हैं। सेमी परमानेंट हेयर डाई बालों पर 2 सप्ताह तक टिक सकते हैं।
गीले बालों में कंघी करना और उँगलियों से उलझे हुए गीले बाल सुलझाना वो गलत आदतें है जो बालों के टूटने को बढ़ावा देती हैं। बाल गीले होने पर सर्वाधिक नाजुक हो जाते हैं। इस स्थिति में उन्हें क्षति पहुंचने की सबसे अधिक संभावना होती है।
इससे बचने के कारगर उपाय:
स्नान के पश्चात गीले बालों में कंघी करना भरसक अवॉइड करें। बेहतर रहेगा कि आप अपने बालों को धोने से पहले उन में कंघी कर लें। सदैव गीले एवं सूखे बालों के लिए चौड़े दांतों वाले कंघे का उपयोग करें। यदि आपको ब्रश का उपयोग करने की आदत है तो ताजे धुले बालों के लिए वेट ब्रश उपयोग में लें। वेट ब्रश सामान्यतया शेप में ओवल होते हैं और इनके दांतें नायलॉन के बने हुए और फ्लैक्सिबल होते हैं । पैडल ब्रश (प्लास्टिक के दांतों सहित बड़े, फ्लैट एवं चौड़े ब्रश) का उपयोग गीले या सूखे बालों में कतई न करें। इससे बाल टूटते हैं।
> लकड़ी की कंघी का प्रयोग करें।
बालों को रोज-रोज धोने से उन्हें स्वस्थ रखने वाले प्राकृतिक तेल धुल जाते हैं और परिणाम स्वरूप वे ब्रिटल होकर टूटने लगते हैं। दूसरी ओर बालों को कम धोने से स्कैल्प के रंध्र तेल की अधिकता से जाम होने लगते हैं और उनमें गंदगी जमा होने लगती है।
इससे बचने के कारगर उपाय:
इससे बचने के लिए बालों को हर दूसरे दिन धोना सही रहता है।
पोषक तत्वों से रहित असंतुलित डाइट भी बालों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। जंक फूड की ज्यादती एवं क्रैश डाइट आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी कर सकती है जिससे बालों के झड़ने, हल्के होने एवं उनके डल एवं ब्रिटल होने की संभावना हो सकती है। बाल प्रमुखतया प्रोटीन से निर्मित होते हैं। यदि आप अपनी डाइट में प्रोटीन कम लेते हैं तो याद रखें इसका हर्जाना आपके बालों को भरना पड़ सकता है। अतः अपनी डाइट में प्रोटीन की आवश्यक मात्रा का समावेश करें।
इससे बचने के कारगर उपाय:
स्वास्थ्यकर एवं प्राकृतिक पोषक तत्वों से परिपूर्ण संतुलित डाइट लें जिसमें यथेष्ठ प्रोटीन (दूध, दही, दालें, बीन, अंडे), विटामिन, लौह, जिंक एवं तांबे की भरपूर मात्रा हो। जंक फूड भरसक अवौएड करने का प्रयत्न करें।
बालों को टाइट बांधने की आदत सही नहीं है। इससे आपकी स्कैल्प पर खिंचाव पैदा होता है और आपके बालों की जड़ों को नुकसान पहुँचता है।
बालों को पतले और टाइट हेयर बैन्ड्स से टाइट बांधना भी ठीक नहीं है। इससे भी आपके बाल टूट सकते हैं।
टाइट पोनीटेल, चोटी, बन एवं नॉट जैसे स्कैल्प पर खिंचाव पैदा करने वाले हेयर स्टाइल अपनाने से आप ट्रेक्शन एलोपेसिया जैसी घातक बीमारी अथवा बालों के झड़ने से ग्रस्त हो सकती हैं।
इससे बचने के कारगर उपाय
स्कैल्प पर खिंचाव पैदा करने वाले हेयर स्टाइल करने से बचें। बालों को बैक कोम्बिंग कर बांधते समय उन्हें ढीला रखें।
यदि आपको अपने बालों को हेयर बैन्ड्स से बांधने की आदत है तो फैब्रिक से कवर्ड और चौड़े हेयर बैन्ड्स चुनें। नायलौन के हेयर बैन्ड्स के उपयोग से बचें।
बालों को चेहरे पर गिरने से रोकने के लिए हेयर क्लिप का उपयोग सुरक्षित विकल्प है।
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Mere bal bhut jyda jhadte h
Hair fall problem agr 27 unmarried
Baal Jhad rahe kripya bare mein Koi sujhav De