अगर आप काजल लगाने के शौकीन हैं, लेकिन बाजारों में मिलने वाले केमिकल युक्त काजल को लगाने से परहेज करना चाहते हैं तो घर पर ही बिना केमिकल के आसानी से काजल बना सकते हैं। घर पर बने काजल आंखों के लिए लाभदायक तो होते ही हैं, साथ ही ये लंबे टाइम तक भी चलते हैं। खुद से बनाए काजल को आप खुद तो लगा ही सकते हैं, साथ ही छोटे बच्चों के लिए भी ये काजल काफी फायदेमंद होते हैं। इसलिए हम आपको घर पर ही 5 तरीके से काजल बनाने के बारे में बताएंगे, जिनसे काजल बनाना काफी आसान होता है।
इस काजल को बनाने के लिए आपको कैस्टर ऑयल, कॉटन, एलोवेरा जेल और मिट्टी का दिया चाहिए।
अब दिए में कैस्टर ऑयल भरकर उसमें कॉटन का बाती बनाकर उसे जलाएं और एक थाली या बड़े प्लेट में एलोवेरा जेल लगा दें और किसी चीज की मदद से प्लेट को दिए के ऊपर रखें। ध्यान रखें कि जिधर एलोवेरा जेल लगा है उसी ओर से प्लेट को दिए के ऊपर रखें और 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें, जब तक कि दिया बुझ न जाए और एलोवेरा जेल अच्छे से जलकर काला ना पड़ जाए।
अब प्लेट को हटा लें और उसकी कालिख को इकट्ठा करके किसी छोटे से डिब्बे में रख लें। ये काजल लंबे टाइम तक तो चलेगा ही, आंखों को स्वस्थ भी बनाएगा और खूबसूरती भी बढ़ाएगा।
अजवाइन का काजल बनाने के लिए अजवाइन, सरसों तेल, घी, कॉटन और मिट्टी का दीप चाहिए। दीप में सरसों का तेल भर दें और कॉटन में अजवाइन डालकर अच्छे से बाती बना लें और उसे तेल भरे दीप में डालकर जलाएं। अब एक थाली को किसी चीज की मदद से दीप के ऊपर रख दें, जिससे कि दीप का सारा धुआं थाली में लग जाए।
इस तरह 10 से 15 मिनट के लिए छोड़ दें, जब तक कि दीप पूरी तरह से जल ना जाए। अब थाली को हटा लें और सारे कालिख को एक जगह समेट लें और थोड़ा सा घी डालकर अच्छे से कालिख को घी में मिलाते हुए किसी छोटे से डिब्बे में इकट्ठा कर लें। ध्यान रखें कि घी ज्यादा नहीं होना चाहिए। बस कालिख काजल के जितना गाढ़ा हो जाए। ये काजल आंखों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है।
इस काजल को बनाने के लिए कपूर और मिट्टी का बड़ा दीपक होना चाहिए। अब दीप में कपूर डालकर जलाएं और उसके ऊपर प्लेट रख दें। ऐसे में दिए का सारा कालिख जब प्लेट में जमा हो जाएगा, तो उस कालिख को इकट्ठा करके किसी डिब्बे में भर लें
इस काजल को बनाने के लिए सरसों का तेल, कॉटन का बाती और मिट्टी का दीपक चाहिए। मिट्टी के दीप में तेल भर दें और उसमें कॉटन की बाती डालकर उसे जला दें और प्लेट को दिए के ऊपर किसी चीज की मदद से रख दें। उस दिए को 8-9 घंटे तक जले रहने दें और फिर प्लेट को हटा लें और उसमें लगे सारे कालिख को एक डिब्बे में इकट्ठा कर लें। आप चाहें तो इसमें एक बूंद घी भी मिला सकते हैं।
इसे बनाने के लिए सरसों का तेल, नीम के फूल, मिट्टी का दिया और एक प्लेट चाहिए।
मिट्टी के दीए में तेल भर लें और कॉटन में नीम के फूल को अच्छे से डालकर बाती बना लें और उसे दिए में डालकर जला दें और फिर दिए के ऊपर प्लेट को रख दें। इस दिए को 7-8 घंटे तक के लिए जलता रहने दें। अब प्लेट को हटा लें और सारे कालिख को इकट्ठा कर लें और एक डिब्बे में भरकर रख लें और जब चाहें इस्तेमाल करें।
घर पर बने बिना केमिकल वाले काजल को लगाने के अनेकों फायदे हैं। जैसे तेज धूप से आँखों को हानि होने से बचाने में कारगर होता है, तो वहीं मोतियाबिंद की समस्या से भी बचने में मदद मिलती है। इसके अलावा अगर आप कंप्यूटर या लैपटॉप पर ज्यादा देर तक काम करते हैं तो उससे आंखों में जलन होने लगती है, तो अगर आप घर पर बने आयुर्वेदिक काजल को लगाते हैं, तो उससे जलन को दूर किया जा सकता है।
आंखों को किसी भी तरह के एलर्जी से बचाया जा सकता है और आंखों में बार-बार पानी आने की समस्या से भी छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा भी घर पर बने काजल को लगाने के अनेकों फायदे हैं। तो फिर जब आप घर पर ही आसानी से काजल बना सकते हैं, तो बाजारों में मिलने वाले केमिकल युक्त काजल का इस्तेमाल क्यों करें।
ऊपर दिए गए काजल बनाने की किसी भी सामग्री से अगर आपकी आँखों को एलर्जी है तो आप उस काजल का प्रयोग बिलकुल भी न करें।
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