शीर्षक पढ़कर आप सोच रहे होंगे कि ये क्या बकवास है। ऐसा कैसे हो सकता है? ये तो बस किस्से कहानी और पिक्चरों में देखा है। लेकिन ऐसा नहीं है, ये कहानी सच्ची है।
कभी कभी कुछ ऐसे किस्से भी हमारे संसार में होते है जो हमे सोचने को ये मजबूर कर दे कि विज्ञान को क्या झुठलाया जा सकता है। कैसे एक ३ साल का बच्चा एक ऐसे जगह का नाम लेता है जहां वो आजतक गया ही नहीं।
ये कहानी है उत्तर प्रदेश के लक्ष्मीपुर की जहां बच्चे का पुनर्जन्म हुआ। गाँव वाले इस घटना से अचंभित है कि कैसे ३ साल का जीतन अपने पुनर्जन्म की कहानी सुना रहा है। अभी तक उसके मुँह से ठीक से बोल भी नहीं निकले है लेकिन उसी अवस्था में वो अपनी पूरी कहानी दुनिया को सुना रहा है।
बच्चे के माता पिता के अनुसार , उनका बेटा नियमित रूप से ज़िद्द करके बैठा है कि भोलापुर में रह रहे उसके विदेशी पिता से उसको मिलना है। उसके बाद जीतन के इस जन्म के माता पिता ने ये निश्चित कर लिया कि उसकी ये ख्वाइश पूरी होगी। अपने कहे अनुसार उनलोगो ने जीतन को अपने पिछले जन्म के पिता से मिलवाया भी।
एक हिंदी अखबार के अनुसार १५ अगस्त २०१५ को लष्मीपुर के मखिन्गंज में जीतन का जन्म हुआ। शिव कुमार की एक बड़ी बेटी है जिसका नाम रेनू है। राखी के दिन जैसे ही रेनू दीदी अपने भाई जितेन को राखी पहनाने जाती है वो राखी पहनने से मना कर देता है और कहता है कि उसकी बहन भोलापुर में रहती है।
३ साल के बच्चे के मुंह से ये सब बातें सुनकर उसके माता पिता अचंभित रह जाते है। अपने बेटे के मुख से ये बातें सुनने के बाद जितेन के माता पिता उसके पूर्वजन्म के विदेशी पिता को ढूंढने में लग जाते है। कई जगह खोजने के बाद उन्हें भोलापुर नामक जगह का ज्ञात होता है और वे लोग जितेन को वहाँ लेकर जाते है। अपने पूर्व जन्म के पिता को जितेन पहचान लेता और ये कहता है कि वो इसके पिता है। उनका नाम दिलीप है।
दिलीप ने बताया कि उनका ३० वर्षीया पुत्र ठेकेदार के यहाँ काम करता था। १७ मई, २०१२ को दक्षिण भारत की यात्रा के दौरान समुद्र में नहाते वक्त उसकी मौत हो गयी। दिलीप के घरवालों को भी आश्चर्य होता है कि ये बच्चा जब भी उनके घर पे आता है तो हमेसा दिलीप को चीज़े दिखा कर कहता है की ये चीज़े उसकी है।
जितेन के अपने पूर्वजन्म के यादो पर अब गाँव वालो ने प्रश्न उठाना शुरू कर दिया है। हलाकि जितेन पे अधिकार को लेकर अभी तक दोनों परिवार के बिच कोई तकरार का कोई किस्सा सामने नहीं आया है।
अब देखना ये होगा कि अगर गाँव वाले ग्राम पंचायत या अफसरों के पास जाते है तो उनका रवैया कैसा होगा ?
Onkar Singh Thakur
i believe that This is hundred percent pollible . NOT iMPOSSIBLE ANY THING. This is Kuderat ki Karishma hai.