महादेव शिव को पाप का विध्वंशक माना जाता है। हिंदू धर्म में ज्योतिर्लिंग का विशेष स्थान है और इन्हें भगवान शिव के आदि-अनन्त रूप के प्रतीक के तौर पर पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है, कि ज्योतिर्लिंग में शिव का वास होता है। तो आइयें जानते हैं कि कौन-कौन से प्रमुख महा-ज्योतिर्लिंग हैं –
12 ज्योतिर्लिंगों में प्रथम सोमनाथ मंदिर गुजरात राज्य में वेरावल के निकट (प्रभास क्षेत्र) काठियावाड़ जिले में स्थित है। यह मंदिर हिंदू आस्था के सबसे प्रमुख केन्द्रों में से एक माना जाता है।
यह ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश के दक्षिण भाग में कृष्णा नदी के तट पर श्रीशैल पर्वत पर स्थित है। इसे दक्षिण का कैलाश भी कहा जाता है। इस मंदिर में मल्लिकार्जुन (शिव) व भ्रमाराम्बा देवी विराजमान है। लोगों की मान्यता है, कि इस पर्वत के शिखर के दूर से दर्शन मात्र से ही सारे पाप नष्ट हो जाते है और आत्मा जीवन-मरण के बंधन से मुक्त हो जाती है।
यह ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के मालवा क्षेत्र में क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित है। यह मंदिर मध्य भारत का एक प्रमुख तीर्थस्थान है। इस मंदिर को हिंदुओं द्वारा सात मुक्ति स्थलों में से एक माना जाता है, जहाँ मनुष्य मोक्ष पा सकता है।
4. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग
यह ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी पर एक द्वीप पर स्थित है। कहते हैं कि इस द्वीप का आकार हिंदू शब्द ‘ॐ’ की तरह है।
5. वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग
इसे बैद्यनाथ या वैजनाथ मंदिर भी कहा जाता है। यह झारखंड के संताल परगना क्षेत्र के देवघर में स्थित है। माना जाता है कि इस मंदिर में की सच्चे मन से पूजन करने से जीवन की हर समस्या व कष्ट दूर हो जाता है।
6. भीमशंकर ज्योतिर्लिंग
यह मंदिर महाराष्ट्र के पुणे जिले के सह्याद्री क्षेत्र में स्थित है। यह भीम नदी के तट पर है इस पवित्र नदी का उद्गम स्थल माना जाता है।
12 Jyotirling + Shri MahaMrityunjay Yantra
7. रामेश्वर ज्योतिर्लिंग
यह मंदिर तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में एक सुंदर शंख आकार द्वीप पर स्थित है। यह मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए काफी प्रसिद्ध है। कहा जाता है, कि उत्तर भारत में जो मान्यता कांशी की है, वही दक्षिण में रामेश्वर तीर्थ की है।
8. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग
इसे नागनाथ मंदिर भी कहा जाता है। यह गुजरात राज्य के द्वारिका के बाहरी भाग में एक द्वीप पर स्थित है। भगवान शिव को नागों का देव माना जाता है, इसलिए ऐसी मान्यता है कि जहाँ सच्चे मन से पूजन करने से जीवन विषरहित अर्थात् पापमुक्त हो जाता है।
9. काशी विश्वनाथ
उत्तर प्रदेश के बनारस जिले की काशी में श्री विश्वनाथ जी विरामान है। यह मंदिर गंगा के तट पर स्थित है और हिंदुओं का सबसे पवित्र तीर्थ माना जाता है। कहा जाता है कि काशी विश्वनाथ में भगवान शिव का वास है और जो व्यक्ति इस पवित्र स्थान पर मृत्यु को प्राप्त होता है, उसे निश्चित ही मुक्ति मिलती है।
10. त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग
यह मंदिर महाराष्ट्र के नासिक जिले में ब्रह्मगिरि पर्वत के समीप गोदावरी नदी के तट पर स्थित है। इस मंदिर को गोदावरी नदी का उद्गम स्थल माना जाता है, जिसे दक्षिण की गंगा भी कहते है।
11. केदारनाथ ज्योतिर्लिंग
यह मंदिर उत्तराखंड में रूद्र हिमालय पर्वत श्रृंखला पर 12,000 फीट की ऊँचाई पर मंदाकिनी नदी के समीप स्थित है। यहाँ वर्ष के केवल छ: महीने ही जाया जा सकता है; बाकी के छ: महीने यह क्षेत्र बर्फ से पूरी तरह ढका रहता है।
12. घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग
यह मंदिर महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के समीप दौलताबाद से 20 किमी दूर वेरूल नामक गाँव में स्थित है। इसे घुश्मेश्वर, घुसृणेश्वर या घृष्णेश्वर भी कहा जाता है। इस मंदिर का निर्माण अहिल्याबाई होल्कर द्वारा करवाया गया था।
नेपाल के हिन्दू मानते हैं कि उपरोक्त 12 ज्योतिर्लिंग धड़ हैं और काठमांडू में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर इसका सर है।
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vaidyanath jotirling parli vaijanath me hai maharastra
vaidyanath jotirling parli vaijanath maharastra me hai jo aapane galat bataya hai usko krapa karke sudharo
Pargana shetra Jharkhand ka ullekh shashtro me h
Baidyanath dham Jharkhand k Deoghar me h .
Jinko jankari nhi h wo swayam aa kr dekhe aur v kai baate h Deoghar me jo sabit krti h ki Jharkhand k Deoghar me jyotirling h